विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
‘पेटेंट प्रॉसिक्यूशन हाइवे’ कार्यक्रम
- 22 Nov 2019
- 3 min read
प्रीलिम्स के लिये:
‘पेटेंट प्रॉसिक्यूशन हाइवे’ कार्यक्रम
मेन्स के लिये:
‘पेटेंट प्रॉसिक्यूशन हाइवे’ कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न तथ्य
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘पेटेंट प्रॉसिक्यूशन हाइवे- पीपीएच’ (Patent Prosecution Highway- PPH) नामक कार्यक्रम को मंज़ूरी दी है।
मुख्य बिंदु:
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेडमार्क महानियंत्रक’ (Controller General of Patents, Designs & Trade Marks, India- CGPDTM) के अधीन भारतीय पेटेंट कार्यालय (Indian Patent Office- IPO) द्वारा विभिन्न देशों या क्षेत्रों के पेटेंट कार्यालयों के साथ पेटेंट प्राप्त करने में तेजी लाने और उसे कारगर बनाने वाले PPH कार्यक्रम को अपनाए जाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी है।
- PPH कार्यक्रम तीन वर्षों के प्रायोगिक आधार पर सबसे पहले जापान पेटेंट कार्यालय (Japan Patent Office) तथा भारतीय पेटेंट कार्यालय के बीच प्रारंभ होगा।
- इस कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय पेटेंट कार्यालय विद्युत्, कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, भौतिकी, सिविल, यांत्रिकी, वस्त्र, मोटरवाहन और धातु विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे तकनीकी क्षेत्रों में पेटेंट के लिये आवेदन प्राप्त करेगा जबकि जापान पेटेंट कार्यालय प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों में आवेदन प्राप्त करेगा।
‘पेटेंट प्रॉसिक्यूशन हाइवे’ कार्यक्रम के लाभ
(Benifits of Patent Prosecution Highway programme):
- इस कार्यक्रम की सहायता से पेटेंट आवेदनों के निपटान में लगने वाले समय में कमी आएगी।
- इस कार्यक्रम के माध्यम से लंबित पेटेंट आवेदनों में कमी आएगी।
- पेटेंट आवेदनों की जाँच प्रक्रिया की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
- इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत के स्टार्टअप्स (Startsups), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग उद्यमियों तथा अन्य भारतीय निवेशकों द्वारा जापान में किये गए पेटेंट आवेदनों के निपटान में तेजी आएगी।
- इससे भारत के बौद्धिक संपदा अधिकारों में वृद्धि होगी।