नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


अंतर्राष्ट्रीय संबंध

मालदीव में संसदीय चुनाव

  • 10 Apr 2019
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?

मालदीव लोकतांत्रिक पार्टी (Maldive Democratic Party-MDP) ने मालदीव के संसदीय चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल की है। गौरतलब है कि MDP ने 87 सदस्यीय संसद में दो-तिहाई से भी अधिक सीटों पर जीत हासिल की है।

प्रमुख बिंदु

  • MDP की यह जीत मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार को भी सशक्त करेगी क्योंकि राष्ट्रपति सोलिह MDP से ही जुड़े हैं।
  • यामीन की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकार में भारत की मालदीव से दूरियाँ (जिससे चीन को काफी लाभ हुआ) बढ़ रही थीं किंतु नए राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह के बाद भारत और मालदीव के बीच संबंधों में पुनः सुधार आ रहा है।

maldives

  • सितंबर 2018 से भारत और मालदीव के बीच कई द्विपक्षीय यात्राएँ हुई हैं।
  • MDP की यह जीत भारत के लिये भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

मालदीव और भारत

  • मालदीव रणनीतिक रूप से भारत के नज़दीक और हिंद महासागर में महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्ग पर स्थित है।
  • मालदीव में चीन जैसी किसी प्रतिस्पर्द्धी शक्ति की मौजूदगी भारत के सुरक्षा हितों के संदर्भ में उचित नहीं है।
  • चीन वैश्विक व्यापार और इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान के माध्यम से मालदीव जैसे देशों में तेज़ी से अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है।
  • मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति यामीन भी ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति अपनाने का ज़ोर-शोर से दावा करते थे लेकिन जब भारत ने उनके निरंकुश शासन का समर्थन नहीं किया तो उन्होंने चीन और पाकिस्तान का रुख कर लिया।
  • इस संदर्भ में तीन वज़हों से भारत की चिंताएँ उभरकर सामने आई थीं। पहली, मालदीव में चीन की आर्थिक और रणनीतिक उपस्थिति में वृद्धि; दूसरी, भारतीय परियोजनाओं और विकास गतिविधियों में व्यवधान, जिसकी वज़ह से भारत के तकनीकी कर्मचारियों को मालदीव द्वारा वीज़ा देने से इनकार किया जाना और तीसरा, इस्लामी कट्टरपंथियों का बढ़ता डर।

नए संबंधों का सृजन

  • भारतीय नौसैनिक रणनीति में मालदीव जैसे देश को शामिल करना भारत के लिये महत्त्वपूर्ण है।
  • भारत को लेकर मालदीव की नई सरकार की सोच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रपति पद संभालने के बाद इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने पहली विदेश यात्रा हेतु भारत को चुना था।

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC)

  • सार्क (South Asian Association for Regional Cooperation-SAARC) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है।
  • इस समूह में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
  • 2007 से पहले सार्क के सात सदस्य थे, अप्रैल 2007 में सार्क के 14वें शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान इसका आठवाँ सदस्य बन गया था।
  • सार्क की स्थापना 8 दिसंबर, 1985 को हुई थी और इसका मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में है।
  • सार्क का प्रथम सम्मेलन ढाका में दिसंबर 1985 में हुआ था। प्रत्येक वर्ष 8 दिसंबर को सार्क दिवस मनाया जाता है।
  • संगठन का संचालन सदस्य देशों की मंत्रिपरिषद द्वारा नियुक्त महासचिव द्वारा की जाती है, जिसकी नियुक्ति तीन साल के लिये देशों के वर्णमाला क्रम के अनुसार की जाती है।

स्रोत- पीआइबी

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow