नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


भारतीय इतिहास

पराक्रम दिवस 2024

  • 25 Jan 2024
  • 8 min read

प्रिलिम्स के लिये:

पराक्रम दिवस, भारत पर्व, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2024, विवेकानंद की शिक्षाएँ

मेन्स के लिये:

पराक्रम दिवस 2024, अठारहवीं सदी के मध्य से लेकर वर्तमान का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्ति और मुद्दे

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री (Prime Minister- PM) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिये लाल किले में आयोजित पराक्रम दिवस (23 जनवरी 2024) समारोह में भाग लिया।

  • प्रधानमंत्री ने भारत पर्व (पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित) का भी शुभारंभ किया जो भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने तथा विभिन्न संस्कृतियों को प्रदर्शित करने के लिये आयोजित नौ दिवसीय कार्यक्रम है।
  • पराक्रम दिवस के अवसर पर केंद्र ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में व्यक्तियों तथा संगठनों द्वारा दिये गए अमूल्य योगदान का सम्मान करने के लिये सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2024 की घोषणा की।

पराक्रम दिवस क्या है?

  • भारत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में वर्ष 2021 से प्रत्येक वर्ष पराक्रम दिवस मनाया जाता है।
  • "पराक्रम" शब्द का हिंदी अनुवाद साहस अथवा वीरता होता है जो नेताजी तथा भारत की स्वतंत्रता के लिये लड़ने वालों की प्रबल व साहसी भावना को दर्शाता है।
  • समारोह में अमूमन स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी की भूमिका के ऐतिहासिक महत्त्व को उजागर करने वाले विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
  • इस बड़े उत्सव का आयोजन संस्कृति मंत्रालय की ओर से भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, साहित्य अकादमी और भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार जैसे अपने सहयोगी संस्थानों की सहभागिता में किया गया।
  • इस उत्सव के एक हिस्से के तहत इस कार्यक्रम ने गतिविधियों की एक समृद्ध शृंखला की मेज़बानी की जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस तथा आज़ाद हिंद फौज की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करती हैं।
    • वर्ष 2022 में नेताजी की 125वीं जयंती को चिह्नित करते हुए इंडिया गेट के समीप नेताजी की प्रतिमा स्थापित की गई जहाँ वर्ष 1968 तक किंग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा थी।

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार क्या है?

  • क्षेत्र मान्यता: 
    • भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देने के लिये सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार की स्थापना की
  • प्रशासित: 
    • राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA की स्थापना आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत गृह मंत्रालय के तहत की गई थी)।
    • पुरस्कार: 
    • इस पुरस्कार की घोषणा प्रतिवर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है।
    • प्रमाण-पत्र के अलावा, इन पुरस्कारों में एक संस्थान के लिये 51 लाख रुपए और एक व्यक्ति के लिये 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
    • संस्थान नकद पुरस्कार का उपयोग केवल आपदा प्रबंधन से संबंधित परियोजनाओं के लिये कर सकता है।
  • योग्यता: 
    • इस पुरस्कार के लिये केवल भारतीय नागरिक और भारतीय संस्थान ही आवेदन कर सकते हैं।
    • भारत में रोकथाम, शमन, त्वरित बचाव, प्रतिक्रिया, राहत, पुनर्वास, अनुसंधान, नवाचार या पूर्व चेतावनी सहित आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कोई भी अनुभव प्राप्त नामांकित व्यक्ति या संगठन इसके लिये पात्र है।
  • SCBAPP- 2024: 60 पैराशूट फील्ड हॉस्पिटल, उत्तर प्रदेश को आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिये, विशेष रूप से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं एवं संकटों के दौरान चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिये सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार- 2024 के लिये चुना गया है।
    • उत्तराखंड बाढ़ (2013), नेपाल भूकंप (2015) और तुर्की तथा सीरिया भूकंप (2023) जैसी घटनाओं के दौरान अस्पताल के काम को इसकी असाधारण सेवा के उदाहरण के रूप में उजागर किया गया है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. औपनिवेशिक भारत के संदर्भ में शाह नवाज़ खान, प्रेम कुमार सहगल और गुरबख्श सिंह ढिल्लों किस रूप में याद किये जाते हैं? (2021) 

(a) स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन के नेता के रूप में
(b) 1946 में अंतरिम सरकार के सदस्यों के रूप में
(c) संविधान सभा में प्रारूप समिति के सदस्यों के रूप में
(d) आज़ाद हिंद फौज (इंडियन नेशनल आर्मी) के अधिकारियों के रूप में

उत्तर: (d)

प्रेम कुमार सहगल, शाह नवाज़ खान और गुरबख्श सिंह ढिल्लों इंडियन नेशनल आर्मी (INA) के दूसरी श्रेणी के कमांडर थे। इन्हें वर्ष 1945 में लाल किले पर अंग्रेज़ों की कोर्ट-मार्शल की प्रक्रिया से गुज़रना पड़ा तथा मृत्यु की सज़ा सुनाई गई। हालाँकि भारत में व्यापक विरोध और अशांति के बाद उन्हें रिहा करना पड़ा।

अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।


प्रश्न 2. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान निम्नलिखित में से किसने 'फ्री इंडियन लीजन' नामक सेना स्थापित की थी? (2008)

(a) लाला हरदयाल
(b) रासबिहारी बोस
(c) सुभाष चंद्र बोस
(d) वी.डी. सावरकर

उत्तर: (c)

  • फ्री इंडियन लीजन भारतीय स्वयंसेवकों द्वारा गठित पैदल सेना रेजिमेंट थी। यह सेना भारतीय युद्ध कैदियों और यूरोप के प्रवासियों से बनी थी।
  • भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये जर्मन सरकार की मदद से इस सेना का गठन किया।
  • इस सेना को "टाइगर लीजन" के नाम से भी जाना जाता है।

अतः विकल्प (c) सही है।


मेन्स: 

प्रश्न. स्वतंत्रता के लिये संघर्ष में सुभाष चंद्र बोस एवं महात्मा गाँधी के मध्य दृष्टिकोण की भिन्नताओं पर प्रकाश डालिये। (2016)

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2