SHG बैंक लिंकेज परियोजना का परिणाम | 22 Dec 2023

प्रिलिम्स के लिये:

RBI, NABARD, स्वयं सहायता समूह (SHG), बैंक सखी, कोर बैंकिंग समाधान (CBS) डेटाबेस,  DAY-NRLM, रिवॉल्विंग फंड और सामुदायिक निवेश कोष, स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP)

मेन्स के लिये:

SHG बैंक लिंकेज परियोजना का महत्त्व, दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM), सरकारी नीतियाँ और हस्तक्षेप

स्रोत: पी.आई.बी 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री द्वारा राज्यसभा में एक लिखित जवाब में स्वयं सहायता समूह (SHG) बैंक लिंकेज (BL) से संबंधित जानकारी प्रदान की गई है।

  • वर्ष 2019 में इंटरनेशनल इनिशिएटिव फॉर इम्पैक्ट इवैल्यूएशन द्वारा DAY-NRLM का आकलन किया गया, जिसमें प्रारंभिक स्थिति की तुलना में 19% आय वृद्धि तथा घरेलू बचत में 28% की वृद्धि पाई गई।
  • इस आकलन में बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल समेत नौ राज्यों को शामिल किया गया था।

 स्वयं सहायता समूह (SHG) बैंक लिंकेज (BL) परियोजना क्या है?

  • परिचय:
    • SHG BL परियोजना वर्ष 1992 में NABARD द्वारा शुरू की गई थी और अब यह विश्व की सबसे बड़ी माइक्रोफाइनेंस परियोजना बन गई है।
    • इस कार्यक्रम के तहत बैंकों को SHG के लिये बचत खाते खोलने की अनुमति दी गई।
  • अवयव:
    • बैंक शाखा प्रबंधकों का प्रशिक्षण और संवेदीकरण
    • ग्रामीण बैंक शाखाओं में बैंक सखियों का प्रशिक्षण एवं पदस्थापना
    • ग्रामीण बैंक शाखाओं में समुदाय आधारित पुनर्भुगतान तंत्र (CBRM) प्रारंभ करना
    • SHG का क्रेडिट लिंकेज
  • SHG-BL की सफलता के प्रमुख कारक:
    • RBI और NABARD द्वारा वार्षिक मास्टर सर्कुलर जारी करना।
      • योजना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये आवश्यकतानुसार संशोधित प्रावधानों के साथ प्रत्येक स्वयं सहायता समूह (SHG) के लिये न्यूनतम ऋण राशि की विशिष्टता।
    • राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (SRLM) के तहत कर्मचारियों और सामुदायिक कैडरों की क्षमता बढ़ाने के लिये उनका नियमित प्रशिक्षण।
    • ग्रामीण स्तर पर प्रशिक्षित वित्तीय साक्षरता सामुदायिक संसाधन (FLCRP) व्यक्तियों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों (SHG) के सदस्यों के लिये वित्तीय शिक्षा।
    • SHG के प्रशिक्षित सदस्य बैंक सखी जो मध्यस्थ के रूप में कार्य करती हैं, लेनदेन और आवेदन प्रक्रियाओं में SHG सदस्यों की सहायता करती हैं।
    • SHG-बैंक लिंकेज में सूचना विषमता को दूर करने के लिये एक वेब पोर्टल बनाया गया, जिसमें बैंकों के कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (CBS) डेटाबेस से सीधे डेटा शामिल किया गया था।
  • बैंक ऋण की स्थिति:
    • वित्त वर्ष 2013-14 से SHG को 7.68 लाख करोड़ रुपए का बैंक ऋण प्राप्त हुआ है।

दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) क्या है?

  • परिचय:
    • यह एक केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम है, जिसे वर्ष 2011 में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था।
    • इसका उद्देश्य देश भर में ग्रामीण निर्धन परिवारों के लिये कई आजीविकाओं को बढ़ावा देने और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुँच के माध्यम से ग्रामीण निर्धनता को समाप्त करना है।
  • कार्यप्रणाली:
    • इसमें स्वयं सहायता की भावना से सामुदायिक पेशेवरों के माध्यम से सामुदायिक संस्थानों के साथ काम करना शामिल है जो DAY-NRLM का एक अनूठा प्रस्ताव है और इसका असर आजीविका पर पड़ता है।
      • ग्रामीण परिवारों को SHG के साथ संगठित करना।
      • प्रत्येक ग्रामीण निर्धन परिवार से एक महिला सदस्य को SHG के साथ संगठित करना।
      • SHG सदस्यों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण प्रदान करना।
      • अपने स्वयं के संस्थानों और बैंकों से वित्तीय संसाधनों तक पहुँच प्रदान करना।
  • अन्य योजनाएँ:
    • महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना (MKSP): इसका उद्देश्य कृषि पारिस्थितिक प्रथाओं को बढ़ावा देना है, जो महिला किसानों की आय में वृद्धि करती है और उनकी इनपुट लागत तथा ज़ोखिम को कम करती है।
    • स्टार्ट-अप विलेज उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP): इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमियों को स्थानीय उद्यम स्थापित करने में सहायता करना है।
    • आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (AGEY): इसे सुदूर गाँवों को जोड़ने के लिये सुरक्षित, सस्ती और सामुदायिक निगरानी वाली ग्रामीण परिवहन सेवाएँ प्रदान करने के लिये अगस्त 2017 में लॉन्च किया गया था।
    • दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDUGKY): इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं में प्लेसमेंट से जुड़े कौशल का निर्माण करना और उन्हें अर्थव्यवस्था के अपेक्षाकृत अधिक वेतन वाले रोज़गार क्षेत्रों में स्थापित करना है।
    • ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान (RSETIs): DAY-NRLM, 31 बैंकों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में, ग्रामीण युवाओं को लाभकारी स्व-रोज़गार अपनाने तथा कौशल प्रदान करने के लिये ग्रामीण स्व-रोज़गार संस्थानों (RSETI) का समर्थन कर रहा है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ ग्रामीण क्षेत्रीय निर्धनों के आजीविका विकल्पों को सुधारने का किस प्रकार प्रयास करता है?  (2012)

1- ग्रामीण क्षेत्रें में बड़ी संख्या में नए विनिर्माण उद्योग तथा कृषि व्यापार केन्द्र स्थापित करके
2- ‘स्वयं सहायता समूहों’ को सशक्त्त बनाकर और कौशल विकास की सुविधाएँ प्रदान करके
3- कृषको को निःशुल्क बीज, उर्वरक, डीज़ल पम्प-सेट तथा लघु-सिचाईं संयंत्र देकर

निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1, 2, और
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1,और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (b)


मेन्स:

प्रश्न. "वर्तमान में स्व-सहायता समूहों का उद्भव राज्य के विकासात्मक गतिविधियों से धीरे परंतु निरंतर पीछे हटने का संकेत है। "विकासात्मक गतिविधियों में स्व-सहायता समूहों की भूमिका एवं भारत सरकार द्वारा स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने के लिये किये गए उपायों का परीक्षण कीजिये। (2017)

प्रश्न. आत्मनिर्भर समूह (एस.एच.जी.) बैंकअनुबन कार्यक्रम (एस.बी.एल.पी.), जो कि भारत का स्वयं का नवाचार है, निर्धनता, न्यूनीकरण और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों में एक सर्वाधिक प्रभावी कार्यक्रम साबित हुआ है। सविस्तार स्पष्ट कीजिये। (2015)