इम्फाल युद्ध की 75वीं वर्षगांठ | 24 Jun 2019
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में इम्फाल युद्ध की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर इम्फाल के रेड हिल पर ‘इम्फाल शांति संग्रहालय’ (Imphal Peace Museum- IPM) की स्थापना की गई है।
मुख्य बिंदु
- इम्फाल शांति संग्रहालय की स्थापना रेड हिल की तलहटी में की गई है। इसकी स्थापना ‘द निप्पो फाउंडेशन’ (The Nippon FoundationTNF-Japan) के सहयोग से मणिपुर पर्यटन फॉर्म और मणिपुर सरकार द्वारा की गई है।
रेड हिल उन स्थानों में से माना जाता है, जहाँ से भारत में जापानी आक्रमण के अंत की शुरुआत हुई थी।
- इस संग्रहालय को तीन खंडो में विभाजित किया गया है; पहले खंड में युद्ध का काल-क्रम और मृतकों के नाम दर्ज किये गये हैं, द्वितीय खंड में युद्ध के बाद के प्रभावों को दर्शाने का प्रयास किया गया है, अंतिम खंड मणिपुर की सांस्कृतिक विरासत से संबंधित है इस प्रकार यह संग्रहालय अपनी विशेषताओं की दृष्टि से भारत में इस प्रकार का एकमात्र संग्रहालय है।
इम्फाल युद्ध (Battle of Imphal)
- इम्फाल युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था। यह युद्ध जापानी आक्रांताओं और ब्रिटिश भारत के मध्य लड़ा गया था। इस युद्ध को इम्फाल के समीप मेबम लोकपा चिंग (Maibam Lokpa Ching) जिसे लाल घाटी (Red Hill) भी कहा जाता है, में लड़ा गया था।
- सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (Indian National Army) के साथ लगभग 70,000 जापानी सैनिक मार्च से जून 1944 तक इम्फाल और कोहिमा के आस-पास के क्षेत्रों में ब्रिटिश नेतृत्व वाली मित्र सेना के साथ लड़ाई में शहीद हुए। इस दौरान आखिरी लड़ाई रेड हिल पर लड़ी गई थी।
- वर्ष 1994 में इस युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर जापानी युद्ध स्मारक (Japanese War Memorial) बनाया गया था।