लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

जैव विविधता और पर्यावरण

एनटीपीसी की जैव विविधता नीति

  • 01 Jun 2022
  • 16 min read

प्रिलिम्स के लिये:

जैवविविधता, NTPC, जैवविविधता, कुनमिंग घोषणा, जैविक विविधता पर कन्वेंशन, प्रकृति के लिए वर्ल्ड वाइड फंड 

मेन्स के लिये:

जैवविविधता और इसका महत्त्व, जैवविविधता, जैवविविधता और इसके संरक्षण के लिये की गई पहल 

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NTPC लिमिटेड) ने जैवविविधता के संरक्षण, बहाली और वृद्धि के लिये एक व्यापक दृष्टि व मार्गदर्शक सिद्धांत स्थापित करने के लिये नवीनीकृत जैवविविधता नीति 2022 जारी की है। 

  • यह एनटीपीसी की पर्यावरण नीति का एक अभिन्न अंग है और इसके उद्देश्य पर्यावरण और स्थिरता नीतियों के साथ संरेखित हैं। 

नीति के उद्देश्य  

  • जैवविविधता लक्ष्य प्राप्त करने के लिये पेशेवरों की सहायता : 
    • इस नीति को NTPC समूह के सभी पेशेवरों को इस क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्यों की उपलब्धि में योगदान करने में मदद के लिये डिज़ाइन किया गया है। 
      • NTPC हमेशा उच्चतम जैवविविधता मूल्य वाले क्षेत्रों में संचालन से बचने और विवेकपूर्ण रूप से परियोजना स्थलों का चयन करने के बारे में सचेत रहा है। 
      • कंपनी के प्रयासों को और मज़बूत किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसके वर्तमान में संचालित किसी भी साइट पर जैवविविधता नष्ट न हो तथा जहांँ भी संभव हो एक शुद्ध सकारात्मक संतुलन बना रहे। 
  • जैवविविधता की अवधारणा को मुख्यधारा में लाना: 
    • इसका मुख्य उद्देश्य NTPC की मूल्य शृंखला में जैवविविधता की अवधारणा को मुख्यधारा में लाना है। 
    • इसका उद्देश्य सभी निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में जैवविविधता के सतत् प्रबंधन के लिये एक एहतियाती दृष्टिकोण अपनाना है ताकि NTPC की व्यावसायिक इकाइयों में तथा उसके आसपास पृथ्वी की विविधता को सुनिश्चित किया जा सके। 
  • स्थानीय खतरों को संबोधित करना: 
    • इस नीति का उद्देश्य कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों से परे जैवविविधता के लिये स्थानीय खतरों पर व्यवस्थित विचार करना भी है। 

NTPC द्वारा उठाए गए अन्य संबंधित कदम: 

  • जागरूकता बढ़ाना: 
    • NTPC विशेषज्ञों के सहयोग से परियोजना-विशिष्ट और राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के माध्यम से जैवविविधता के बारे में स्थानीय समुदायों, कर्मचारियों तथा इसके सहयोगियों के बीच जागरूकता बढ़ा रहा है। 
  • सहयोग के माध्यम से: 
    • एनटीपीसी जैवविविधता के क्षेत्र में स्थानीय समुदायों, संगठनों, नियामक एजेंसियों और राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के अनुसंधान संस्थानों के साथ भी सहयोग कर रहा है। 
  • कानूनी अनुपालन करना: 
    • एनटीपीसी अपनी परियोजनाओं की योजना और क्रियान्वयन के दौरान पर्यावरण, वन, वन्य जीवन, तटीय क्षेत्र और हरित क्षेत्र से संबंधित नियमों और विनियमों का पालन करते हुए जैवविविधता के संबंध में कानूनी अनुपालन  करेगा। 
  • संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर: 
    • एनटीपीसी ने आंध्र प्रदेश के समुद्र तट पर ओलिव रिडले कछुओं के संरक्षण के लिये आंध्र प्रदेश वन विभाग के साथ पाँच वर्ष के समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। 

जैवविविधता: 

  • परिचय: 
    • यह पौधों, जानवरों, बैक्टीरिया और कवक सहित पृथ्वी पर जीवित प्रजातियों की विविधता को संदर्भित करती है। 
    • पृथ्वी की जैव विविधता इतनी समृद्ध है कि कई प्रजातियों की खोज की जानी बाकी है, मानव गतिविधियों के कारण कई प्रजातियों को विलुप्त होने का खतरा है, जिससे पृथ्वी की शानदार जैवविविधता खतरे में है। 
  • महत्त्व: 
    • जैवविविधता हॉटस्पॉट: भारत के पास विश्व का केवल 2.3% भू-भाग है किंतु यहाॅं वैश्विक जैवविविधता का लगभग 8% पाया जाता है। 36 वैश्विक जैवविविधता हॉटस्पॉट में से चार भारत में हैं। 
    • आश्चर्यजनक आर्थिक मूल्य: हालाॅंकि जैवविविधता द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं का सटीक आर्थिक मूल्य ज्ञात नहीं हो सकता है, फिर भी एक अनुमान के अनुसार, अकेले भारत के वन प्रतिवर्ष एक ट्रिलियन रुपए से अधिक की सेवाओं का उत्पादन कर सकते हैं। 
      • इसके अलावा यह कल्पना की जा सकती है कि घास के मैदानों, आर्द्रभूमि, मीठे पानी और समुद्र जैसे प्राकृतिक संसाधनों द्वारा उत्पादित सेवाओं को जोड़ लिया जाए तो इसका मूल्य कितना बढ़ जाएगा। 
    • प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा: ूमि, नदियों और महासागरों में विभिन्न पारिस्थितिक तंत्र हमारे खाद्य शृंखला को मज़बूत बनाते है, हमें पोषण प्रदान करते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाते हैं एवं हमें पर्यावरणीय आपदाओं से बचाते हैं। 
    • आध्यात्मिक उत्थान: हमारी जैवविविधता आध्यात्मिक उत्थान के एक सतत् स्रोत के रूप में भी कार्य करती है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक कल्याण से घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है। 
  • संबंधित पहल: 

एनटीपीसी लिमिटेड: 

  • एनटीपीसी 68,961.68 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी बिजली कंपनी है और 2032 तक 130 गीगावाट की क्षमता प्राप्त करने की योजना है। 
  • 1975 में स्थापित एनटीपीसी का लक्ष्य दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे अच्छी बिजली कंपनी बनना है। 
  • एनटीपीसी के पास व्यापक पुनर्वास और पुनर्स्थापन व कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) नीतियांँ हैं जो बिजली परियोजनाओं की स्थापना और बिजली उत्पादन के अपने मुख्य व्यवसाय के साथ अच्छी तरह से एकीकृत हैं। 
  • कंपनी नवोन्मेषी पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों के साथ कई ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को अनुकूलित करके एक सतत् तरीके से प्रतिस्पर्द्धी कीमतों पर विश्वसनीय बिजली का उत्पादन करने के लिये प्रतिबद्ध है, इस प्रकार एनटीपीसी राष्ट्र के आर्थिक विकास और समाज के उत्थान में योगदान दे रहा है। 

विगत वर्ष के प्रश्न: 

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन सा भौगोलिक क्षेत्र की जैवविविधता के लिये खतरा हो सकता है? (2012)   

  1. ग्लोबल वार्मिंग
  2. आवास का खंडीकरण
  3. विदेशी प्रजातियों का आक्रमण
  4. शाकाहार को बढ़ावा देना

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करे सही उत्तर का चयन कीजिये:  

(a) केवल 1, 2 और 3  
(b) केवल 2 और 3 
(c) केवल 1 और 4  
(d) 1, 2, 3 और 4 

उत्तर: A  

  • संयुक्त राष्ट्र पृथ्वी शिखर सम्मेलन (1992) के अनुसार, जैवविविधता को 'स्थलीय, समुद्री और अन्य जलीय पारिस्थितिक तंत्रों तथा पारिस्थितिक परिसरों सहित सभी स्रोतों से जीवित जीवों के बीच परिवर्तनशीलता के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसका वे एक हिस्सा हैं, इसमें प्रजातियों के साथ, प्रजातियों के बीच और पारिस्थितिक तंत्र की विविधता शामिल है। 
  • जैवविविधता हेतु खतरा: 
  • विखंडन, क्षरण और निवास स्थान का नुकसान। अतः कथन  2 सही है। 
  • आनुवांशिक विविधता में कमी। 
  • आक्रामक विदेशी प्रजातियाँ। अतः कथन 3 सही है। 
  • वन संसाधन में कमी। 
  • जलवायु परिवर्तन और मरुस्थलीकरण। अतः कथन 1 सही है। 
  • संसाधनों का अत्यधिक दोहन। 
  • विकास परियोजनाओं का प्रभाव। 
  • प्रदूषण का प्रभाव। अतः विकल्प (a) सही उत्तर है 

प्रश्न. जैवविविधता निम्नलिखित तरीकों से मानव अस्तित्व के लिये आधार बनाती है: (2011)  

  1. मृदा का निर्माण
  2. मृदा क्षरण की रोकथाम
  3. अपशिष्ट का पुनर्चक्रण
  4. फसलों का परागण

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिये:  

(a) केवल 1, 2 और 3  
(b) केवल 2, 3 और 4 
(c) केवल 1 और 4  
(d) 1, 2, 3 और 4 

उत्तर: D 

व्याख्या: 

  • मानव जीवन पारिस्थितिक सेवाओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्यों को विभिन्न तरीकों से लाभान्वित करता है। मृदा निर्माण, अपशिष्ट निपटान, वायु और जल शोधन, सौर ऊर्जा अवशोषण, पोषक चक्रण और खाद्य उत्पादन सभी जैवविविधता पर निर्भर करते हैं। अत: कथन 1 सही है। 
  • सूक्ष्मजीव अपशिष्ट और निम्नकरणीय पदार्थों पर क्रिया कर उन्हें पुन: चक्रित करते हैं और पर्यावरण को शुद्ध करते हैं। अत: कथन 3 सही है। 
  • मधुमक्खियों और अन्य जीवों द्वारा परागण क्रिया, खाद्य उत्पादन में सहायता करनाअत: कथन 4 सही है। 
  • जीव-जंतुओं का जीवन बढ़ने के साथ-साथ इसे मिट्टी के कटाव को रोकने के लिये जाना जाता है, जबकि पेड़-पौधे मिट्टी को बारिश के प्रभाव से बचाने व मिट्टी को बाँध कर कटाव की दर और मृदा अपरदन की दर को कम करते हैं। इस प्रकार सामान्य तौर पर ये जैवविविधता की रक्षा करते हैं। अत: कथन 2 सही है। 
  • उच्च जैवविविधता जैविक समुदायों को पर्यावरणीय तनाव का बेहतर ढंग से समाधान करने और निम्न जैवविविधता वाले निकायों की तुलना में अधिक तीव्रता से स्वस्थ्य पारिस्थिकी के निर्माण में सहायता करती है। अतः, विकल्प (D) सही है।  

प्रश्न. निम्नलिखित क्षेत्रों पर विचार कीजिये: (2009) 

  1. पूर्वी हिमालय
  2. पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र
  3. उत्तर-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया

उपर्युक्त में से कौन-सा/से जैव विविधता हॉटस्पॉट है/हैं? 

(a) केवल 1 
(b) केवल 1 और 2 
(c) केवल 2 और 3 
(d) 1, 2 और 3 

उत्तर: (B) 

  • जैव विविधता हॉटस्पॉट के रूप में अर्हता प्राप्त करने के लिये एक क्षेत्र को दो महत्त्वपूर्ण मानदंडों को पूरा करना होगा: 
  • पृथ्वी पर कहीं भी पाए जाने वाले संवहनी पौधों की कम-से-कम 1,500 प्रजातियाँ शामिल हैं (जिन्हें "स्थानिक" प्रजाति के रूप में जाना जाता है)। 
  • प्राथमिक देशी वनस्पति का कम-से-कम 70% विलुप्त हो चुका है। ये पूर्वी हिमालय पूर्वी नेपाल से पूर्वोत्तर भारत, भूटान, तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में चीन और उत्तरी म्याँमार में युन्नान तक फैला हुआ है। इसे व्यापक रूप से एक जैवविविधता हॉटस्पॉट माना जाता है जिसमें असाधारण मीठे पानी की जैवविविधता तथा पारिस्थितिक तंत्र शामिल हैं जो स्थानीय व क्षेत्रीय आजीविका के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। अत: कथन 1 सही है। 
  • पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र (पूर्वी तुर्की) को भूमध्यसागरीय बेसिन जैवविविधता हॉटस्पॉट के रूप में जाना जाता है और यह दुनिया के 36 जैवविविधता हॉटस्पॉट में से एक के रूप में पहचाना जाता है, जो पृथ्वी के सबसे जैविक रूप से समृद्ध क्षेत्र हैं। अत: कथन 2 सही है। 
  • उत्तर पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया जैवविविधता हॉटस्पॉट नहीं है। दक्षिण-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया एक जैवविविधता हॉटस्पॉट है। अत: कथन 3 सही नहीं है  
  • अतः विकल्प (B) सही उत्तर है। 

स्रोत: पी.आई. बी. 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2