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प्राकृतिक कृषि

  • 22 Mar 2025
  • 5 min read

स्रोत: बिज़नेस लाइन

चर्चा में क्यों?

हरित क्रांति से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हुई, लेकिन मृदा की गुणवत्ता का क्षरण हुआ और इनपुट लागत में वृद्धि हुई, जिससे लघु किसानों को नुकसान हुआ। इसके कारण मृदा स्वास्थ्य, किसानों की आय और पर्यावरणीय संधारणीयता में सुधार किये जाने के उद्देश्य से प्राकृतिक कृषि किये जाने का आह्वान किया जा रहा है।

प्राकृतिक कृषि क्या है?

  • परिचय: प्राकृतिक कृषि (NF) कृषि की रसायन मुक्त, पारंपरिक पद्धति है जिसमें फसलों, वृक्षों और पशुधन को कार्यात्मक जैवविविधता के साथ एकीकृत किया जाता है।
    • इसमें न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप पर ज़ोर दिया जाता है, जिसके कारण इसे "डू नथिंग फार्मिंग" भी कहते हैं।
    • इसमें कृषि इनपुट का उपयोग शामिल है जैसे:

Inputs

  • जैविक खेती से अलग: जैविक खेती के विपरीत, जो बाहरी जैविक आदान की अनुमति देता है, प्राकृतिक कृषि पूरी तरह से खेत पर आदान (इनपुट) पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिये, मल्चिंग, फसल विविधता और जैव-आदान।
  • लाभ: 

Benefits

  • चुनौतियाँ: कम फसल पैदावार, कीट और बीमारी का उच्च खतरा, बाज़ार तक सीमित पहुँच, प्राकृतिक आदानों पर अत्यधिक निर्भरता, किसानों में जागरूकता और शिक्षा की कमी।

प्राकृतिक कृषि के क्या लाभ हैं?

और पढ़ें.. प्राकृतिक कृषि के लाभ

प्राकृतिक कृषि में चुनौतियाँ क्या हैं?

और पढ़ें.. प्राकृतिक कृषि में चुनौतियाँ

प्राकृतिक कृषि के लिये सरकार की पहल क्या हैं? 

  • भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति (BPKP): इसे परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) के तहत शुरू किया गया था तथा वर्तमान में यह 9.4 लाख हेक्टेयर में प्राकृतिक कृषि करने वाले 28 लाख से अधिक किसानों को सहायता प्रदान करता है।
  • राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन (NMNF): NMNF कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसका उद्देश्य सतत्, जलवायु-अनुकूल कृषि और सुरक्षित खाद्य प्रथाओं को बढ़ावा देना है।
    • दो वर्षों में 1 करोड़ किसानों और 7.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने का लक्ष्य।
    • ज़मीनी स्तर पर किसानों की सहायता के लिये 10,000 जैव-संसाधन केंद्र स्थापित किये जाएंगे तथा 30,000 कृषि सखियों की तैनाती की जाएगी।
    • 2,000 प्राकृतिक कृषि प्रदर्शन फार्म विकसित करना।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रश्न. पर्माकल्चर कृषि पारंपरिक रासायनिक कृषि से कैसे अलग है? ( 2021)

  1. पर्माकल्चर कृषि मोनोकल्चर प्रथाओं को हतोत्साहित करती है लेकिन पारंपरिक रासायनिक खेती में मोनोकल्चर प्रथाएँ प्रमुख हैं। 
  2.  पारंपरिक रासायनिक कृषि से मृदा की लवणता में वृद्धि हो सकती है लेकिन पर्माकल्चर कृषि में ऐसी घटना नहीं देखी जाती है। 
  3.  अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों में पारंपरिक रासायनिक कृषि आसानी से संभव है लेकिन ऐसे क्षेत्रों में पर्माकल्चर कृषि इतनी आसानी से संभव नहीं है। 
  4.  पर्माकल्चर कृषि में मल्चिंग का अभ्यास बहुत महत्त्वपूर्ण है लेकिन पारंपरिक रासायनिक कृषि में ऐसा ज़रूरी नहीं है।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये।

(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 1, 2 और 4
(c) केवल 4
(d) केवल 2 और 3

उत्तर: (b)


प्रश्न. निम्नलिखित कृषि पद्धतियों पर विचार कीजिये: (2012)

  1. कंटूर बंडलिंग
  2.  रिले फसल
  3.  शून्य जुताई

वैश्विक जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में उपर्युक्त में से कौन मिट्टी में कार्बन को अलग करने/भंडारण में मदद करता है?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) 1, 2 और 3
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर: (b)

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