निर्माण श्रमिकों के कौशल विकास को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय पहल (निपुण-NIPUN) | 22 Jun 2022
प्रिलिम्स के लिये:निपुण, DAY-NULM । मेन्स के लिये:निपुण पहल और इसका महत्त्व, सरकारी नीतियांँ और हस्तक्षेप। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में निर्माण श्रमिकों के कौशल प्रशिक्षण के लिये 'निपुण (NIPUN)' नामक एक अभिनव परियोजना यानी निर्माण श्रमिकों के कौशल को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय पहल शुरू की गई।
- निपुण निर्माण उद्योग के लिये भविष्य की श्रम शक्ति का निर्माण कर रहा है जो देश में नवाचार और बड़े पैमाने पर विकास को बढ़ावा देगा।
- निर्माण क्षेत्र 2022 तक सबसे बड़ा नियोक्ता बनने की राह पर है, और इसके लिये अगले दस वर्षों में 45 मिलियन से अधिक योग्य श्रमिकों की आवश्यकता होगी।
निपुण परियोजना:
- परिचय:
- परियोजना का मूल उद्देश्य 1 लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों को नए कौशल और अपस्किलिंग कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित करना है।
- परियोजना निपुण आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) की एक पहल है।
- यह परियोजना दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के प्रमुख कार्यक्रम के तहत संचालित हो रही है।
- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के परिवर्तनकारी प्रभाव ने शहरी निवासियों, विशेषकर युवाओं को कौशल और रोज़गार के अवसर प्रदान करके शहरी गरीब परिवारों की सुभेद्यता को कम कर दिया है।
- कार्यान्वयन एजेंसी:
- राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC)
- NSDC कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के तहत नोडल और कार्यान्वयन एजेंसी है।
- NSDC प्रशिक्षण, निगरानी और उम्मीदवार ट्रैकिंग के समग्र निष्पादन के लिये ज़िम्मेदार होगा।
- राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC)
निपुण परियोजना का कार्यान्वयन:
- परियोजना कार्यान्वयन को तीन भागों में विभाजित किया गया है:
- निर्माण स्थलों पर पूर्व प्रशिक्षण की मान्यता (RPL) के माध्यम से प्रशिक्षण।
- MoHUA के साथ ब्रांडेड RPL प्रमाणन के तहत उद्योग संघों के माध्यम से लगभग 80,000 निर्माण श्रमिकों को ऑनसाइट कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- प्लंबिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा नए कौशल के माध्यम से प्रशिक्षण (SSC).
- लगभग 14,000 उम्मीदवारों को प्लंबिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर स्किल काउंसिल (एसएससी) के माध्यम से उन ट्रेडों में नए कौशल प्राप्त होंगे जिनमें प्लेसमेंट की संभावनाएंँ हैं।
- उद्योगों/बिल्डरों/ठेकेदारों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट:
- पाठ्यक्रम राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क के अनुरूप हैं।
- यह केवल मान्यता प्राप्त और संबद्ध प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रदान किया जाएगा।
- यह भी परिकल्पना की गई है कि एनएसडीसी लगभग 12,000 लोगों को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य खाड़ी देशों जैसे विदेशी देशों में रखेगा।
- निर्माण स्थलों पर पूर्व प्रशिक्षण की मान्यता (RPL) के माध्यम से प्रशिक्षण।
निपुण परियोजना से जुड़े लाभ:
- नए अवसर तक पहुँच:
- निपुण परियोजना निर्माण श्रमिकों को बेहतर नौकरी के अवसर तलाशने, उनकी मज़दूरी बढ़ाने और यहाँ तक कि विदेशी प्लेसमेंट का में सक्षम बनाएगी।
- उद्यमिता की भावना:
- शहरी श्रमिकों को स्व-रोज़गार और कुशल मजदूरी रोज़गार के अवसरों तक पहुँच प्रदान करके इसे प्रोत्साहित और समर्थित किया गया है।
- यह पहल निर्माण श्रमिकों को अधिक कुशल बनाने में सक्षम बनाएगी।
- शहरी श्रमिकों को स्व-रोज़गार और कुशल मजदूरी रोज़गार के अवसरों तक पहुँच प्रदान करके इसे प्रोत्साहित और समर्थित किया गया है।
- कौशल उन्नति:
- निर्माण कार्यकर्त्ता अपनी क्षमताओं को उन्नत करके और अपने कौशल में विविधता लाकर निर्माण उद्योग से जुड़े भविष्य के रुझानों को ध्यान में रखते हुए उन्नत कौशल अपना सकते हैं।
- मंत्रालय ने प्रौद्योगिकी चुनौतियों का भी सामना किया, जिसके कारण रिकॉर्ड समय में छह लाइट हाउस परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ, जिसमें स्थायी हरित भवनों के निर्माण के लिये प्रौद्योगिकी और स्थानीय सामग्री का उपयोग किया गया था।
- निर्माण कार्यकर्त्ता अपनी क्षमताओं को उन्नत करके और अपने कौशल में विविधता लाकर निर्माण उद्योग से जुड़े भविष्य के रुझानों को ध्यान में रखते हुए उन्नत कौशल अपना सकते हैं।
- अर्थव्यवस्था का विकास:
- निर्माण उद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्त्ता है इसलिये यह योजना सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि को उत्प्रेरित करेगी।
- सामाजिक सुरक्षा:
- यह प्रशिक्षुओं को 'कौशल बीमा', 2 लाख रुपए के कवरेज के साथ तीन साल का आकस्मिक बीमा, कैशलेस लेन-देन और EPF और BOCW सुविधाओं जैसे डिजिटल कौशल प्रदान करेगा।
DAY-NRLM के बारे में
- परिचय:
- डीएवाई-एनयूएलएम (DAY-NULM) एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे वर्ष 2014-15 से लागू किया जा रहा है।
- इसका उद्देश्य देश में शहरी गरीब परिवारों को स्वरोज़गार और कुशल मजदूरी रोज़गार के अवसरों तक पहुंँचने में सक्षम बनाकर गरीबी और उनकी भेद्यता को कम करना है।
- दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय आजीविका मिशन (DAY-NULM) को वर्ष 2011 में ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD), भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था।
- उद्देश्य:
- मिशन का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिये कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना है ताकि वे स्थायी आजीविका और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुँच के माध्यम से घरेलू आय में वृद्धि कर सकें।
- मुख्य विशेषताएंँ:
- डीएवाई-एनआरएलएम (DAY-NRLM) विशेष विशेष रूप से सबसे गरीब तथा सबसे कमजोर समुदायों और उनके वित्तीय समावेशन को लक्षित करने पर केंद्रित है।
- NRETP के तहत वित्तीय समावेशन के वैकल्पिक चैनलों का संचालन करने, ग्रामीण उत्पादों के आस-पास मूल्य शृंखला निर्मित करने, आजीविका सवर्द्धन और वित्त तक पहुंँच हेते अभिनव मॉडल पेश करने, डिजिटल वित्त और आजीविका हस्तक्षेप पर पहल करने हेतु अभिनव परियोजनाएंँ शुरू की जानी हैं।
- DAY-NRLM पंचायती राज संस्थानों (PRIs) और समुदाय आधारित संगठनों (CBOs) के बीच परामर्श के लिये पारस्परिक रूप से लाभप्रद कार्य संबंध और औपचारिक मंच प्रदान करता है।
- NRLM ने हस्तक्षेप के विभिन्न क्षेत्रों में अभिसरण की सुविधा के लिये गतिविधि मानचित्र भी विकसित किया है जहांँ NRLM संस्थान और PRIs एक साथ कार्य कर सकते हैं जिसे सभी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों में प्रसारित किया गया है।