नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस | 28 Jun 2022
प्रिलिम्स के लिये:नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस, नशा मुक्त भारत अभियान / ड्रग्स-मुक्त भारत अभियान, विश्व ड्रग्स रिपोर्ट 2022 मेन्स के लिये:नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या और संबंधित पहल, वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2022, सरकारी नीतियांँ और हस्तक्षेप |
चर्चा में क्यों?
प्रत्येक वर्ष 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस या विश्व ड्रग्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- विश्व ड्रग्स दिवस के अवसर पर UNODC द्वारा वर्ल्ड ड्रग्स रिपोर्ट 2022 जारी की गई।
- UNODC वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2022 में कैनेबिस (भांँग) के वैधीकरण के बाद अवैध दवाओं के पर्यावरणीय प्रभावों और महिलाओं तथा युवाओं के बीच नशीली दवाओं के उपयोग के रुझानों पर प्रकाश डाला गया है।
विश्व ड्रग्स दिवस :
- थीम:
- स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में नशीली दवाओं की चुनौतियों का समाधान करना।
- नशीली दवाओं और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) का फोकस इसके बारे में जागरूकता फैलाना है ताकि दुनिया को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त किया जा सके।
- स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में नशीली दवाओं की चुनौतियों का समाधान करना।
- इतिहास:
- 7 दिसंबर, 1987 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
- इसने समाज को मादक द्रव्यों के सेवन से मुक्त बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करनेे हेतु अपने प्रयासों को मज़बूत करने के लिये यह दिवस मनाने का निर्णय लिया।
- महत्त्व:
- समाज पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरनाक प्रभावों के बारे में जागरूकता का प्रसार करना तथा दुनिया को नशे से मुक्त करना है।
- वर्ष 2022 में दुनिया अफगानिस्तान, यूक्रेन और अन्य जगहों पर व्यापक मानवीय संकट देख रही है, जबकि कोविड-19 महामारी अभी भी एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य संकट बनी हुई है।
- सिंथेटिक दवा संकट के लिये भी स्तरीय और अनुकूलनीय समाधानों की आवश्यकता होती है।
- समाज पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरनाक प्रभावों के बारे में जागरूकता का प्रसार करना तथा दुनिया को नशे से मुक्त करना है।
संबंधित पहल:
- भारत की पहल:
- नशा मुक्त भारत अभियान/ड्रग्स मुक्त भारत अभियान
- नशीली दवाओं की मांग में कमी हेतु राष्ट्रीय कार्ययोजना
- नार्को-समन्वय केंद्र
- नशीली दवाओं के दुरुपयोग को नियंत्रित करने के लिये राष्ट्रीय कोष
- वैश्विक पहल:
- सिंगल कन्वेंशन ऑन नारकोटिक्स ड्रग्स, 1961
- कन्वेंशन ऑन साइकोट्रोपिक सब्सटेंस-1971
- कन्वेंशन ऑन इलीसिट ट्रैफिक ऑन नारकोटिक ड्रग्स एँड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस, 1988
- भारत इन तीनों का हस्ताक्षरकर्त्ता देश है और इसने नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, 1985 को अधिनियमित किया है।
- प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वरा वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट (World Drug Report) का प्रकाशन किया जाता है।
द वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2022 के मुख्य बिंदु:
- भारत:
- भारत के बाज़ार और यूज़र्स के बढ़ने की संभावना:
- भारत उपयोगकर्त्ताओं के मामले में दुनिया के सबसे बड़े अफीम बाज़ारों में से एक है और संभवत: बढ़ी हुई आपूर्ति के प्रति संवेदनशील होगा।
- इसका कारण यह है कि अफगानिस्तान में उत्पन्न होने वाले अफीम की तस्करी की तीव्रता पारंपरिक बाल्कन मार्ग के साथ दक्षिण और पश्चिम के अलावा पूर्व की ओर हो सकती है।
- इसके परिणाम विस्तारित उपयोग से लेकर तस्करी और संबद्ध संगठित अपराध के बढ़े हुए स्तरों तक हो सकते हैं।
- भारत उपयोगकर्त्ताओं के मामले में दुनिया के सबसे बड़े अफीम बाज़ारों में से एक है और संभवत: बढ़ी हुई आपूर्ति के प्रति संवेदनशील होगा।
- अफीम की बरामदगी:
- भारत में वर्ष 2020 में 5.2 टन अफीम की चौथी सबसे बड़ी मात्रा ज़ब्त की गई और तीसरी सबसे बड़ी मात्रा में मॉर्फिन (0.7 टन) भी उसी वर्ष ज़ब्त की गई ।
- भारत में 2020 में लगभग 3.8 टन हेरोइन ज़ब्त की गई, जो दुनिया में पांँचवीं सबसे बड़ी मात्रा है।
- भारत में अधिकारियों ने पहली बार 2020 में डार्क वेब पर गैर-चिकित्सा ट्रामाडोल और अन्य साइकोएक्टिव पदार्थों की तस्करी करने वाले प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने की घोषणा की थी।
- भारत के बाज़ार और यूज़र्स के बढ़ने की संभावना:
- विश्व:
- नशीली दवाओं के उपयोग में वृद्धि:
- 15-64 वर्ष की आयु के लगभग 284 मिलियन लोगों ने 2020 में विश्व भर में नशीली दवाओं का इस्तेमाल किया, जो पिछले दशक की तुलना में 26% अधिक है।
- कोकीन निर्माण की अधिकता:
- विश्व भर में कोकीन का निर्माण वर्ष 2020 में रिकॉर्ड ऊंँचाई पर था, जो वर्ष 2019 से 11% बढ़कर 1,982 टन हो गया।
- वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी के बावजूद रिकॉर्ड 1,424 टन तक कोकीन की बरामदगी भी बढ़ गई।
- विश्व भर में अफीम का उत्पादन वर्ष 2020 और 2021 के बीच 7% बढ़कर 7,930 टन हो गया, जो मुख्य रूप से अफगानिस्तान में उत्पादन में वृद्धि के कारण हुआ।
- हालांँकि इसी अवधि में अफीम पोस्ता की खेती के तहत वैश्विक क्षेत्र 16% से घटकर 2,46,800 हेक्टेयर रह गया।
- महिलाओं की भूमिका:
- महिलाएंँ विश्व स्तर पर नशीली दवाओं के उपयोगकर्त्ताओं के मामले में अल्पसंख्यक हैं, फिर भी पुरुषों की तुलना में उनमें नशीली दवाओं की खपत की दर और नशीली दवाओं के उपयोग विकारों की प्रगति में तेजी से वृद्धि होती है।
- महिलाएंँ अब एम्फ़ैटेमिन के अनुमानित 45-49% उपयोगकर्त्ताओं और दवा उत्तेजक, फार्मास्युटिकल ओपिओइड, सेडेटिव तथा ट्रैंक्विलाइज़र के गैर-चिकित्सा उपयोगकर्त्ताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
- महिलाओं ने वैश्विक कोकीन अर्थव्यवस्था में कई तरह की भूमिकाएँ निभाईं, जिनमें कोका की खेती, कम मात्रा में ड्रग्स का परिवहन, उन्हें उपभोक्ताओं को बेचना और जेलों में तस्करी शामिल है।
- गलतफहमी के कारण लोग इलाज से वंचित:
- समस्या की भयावहता और इससे जुड़े नुकसान के बारे में गलत धारणाएंँ लोगों को देखभाल एवं उपचार से वंचित कर रही हैं तथा युवाओं को प्रतिकूल व्यवहार की ओर धकेल रही हैं।
- कारक:
- दुनिया के कुछ हिस्सों में कैनबिस के वैधीकरण से इसके दैनिक उपयोग और संबंधित स्वास्थ्य प्रभावों में तेज़ी आई है।
- नशीली दवाओं के उपयोग में वृद्धि:
रिपोर्ट की सिफारिशें:
- वैश्विक ड्रग समस्या के हर पहलू को संबोधित करने के लिये आवश्यक संसाधनों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जिसमें इसकी आवश्यकता वाले सभी लोगों के लिये साक्ष्य-आधारित चिकित्सा का प्रावधान शामिल है और हमें इस ज्ञान के आधार में सुधार करने की आवश्यकता है कि अवैध दवाएंँ अन्य तत्काल चुनौतियों (जैसे संघर्ष और पर्यावरण क्षरण) से किस प्रकार संबंधित हैं।
- यह आवश्यक है कि दुनिया भर के नीति निर्माता उन देशों में जहांँ कोका बुश (Coca Bush) की अवैध खेती की जाती है, आर्थिक विकास और वैकल्पिक आजीविका को शामिल करते हुए समग्र दवा-आपूर्ति में कमी की रणनीति तैयार करें।
- ड्रग नीति के प्रति दृष्टिकोण को संघर्ष के क्षेत्रों और शांति निर्माण प्रतिक्रियाओं में एकीकृत किया जाना चाहिये।
- सरकारों को अंतर्राष्ट्रीय अपराधों की जटिल और गहन जांँच को प्रोत्साहित करना चाहिये जिसका उद्देश्य संबंधित वित्तीय प्रवाह को प्रकट कर उसे समाप्त करना है।