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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

भारत- न्यूज़ीलैंड संबंध

  • 15 Oct 2022
  • 10 min read

प्रिलिम्स के लिये:

QUAD, सप्लाई चेन रेज़ीलियेंस इनीशिएटिव (SCRI), हिंद-प्रशांत क्षेत्र

मेन्स के लिये:

भारत-ऑस्ट्रेलिया सामरिक संबंध

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत के विदेश मंत्री (EAM) ने न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया।

  • बैठक में विभिन्न भू-राजनीतिक मुद्दे शामिल थे जैसे कि भारत-न्यूज़ीलैंड एक साथ्, इंडो-पैसिफिक जैसे बड़े क्षेत्र के प्रगति में किस प्रकार सहयोग कर सकता है। इसके अलावा उन्होंने भारत-प्रशांत में वर्तमान सुरक्षा स्थिति और यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न परिणामों पर भी चर्चा की।

Australia

भारत न्यूज़ीलैंड संबंध के विभिन्न आयाम:

  • ऐतिहासिक संबंध: भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच लंबे समय से चले आ रहे मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। ये संबंध 1800 के दशक से हैं, जब 1850 के दशक में भारतीय क्राइस्टचर्च में बसे थे। 1890 के दशक में पंजाब और गुजरात से बड़ी संख्या में अप्रवासी न्यूज़ीलैंड आए। वर्ष 1915 में गैलीपोली में एंज़ैक के साथ भारतीय सैनिकों ने लड़ाई लड़ी थी।
  • राजनीतिक संबंध: भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच सौहार्दपूर्ण एवं मैत्रीपूर्ण संबंध हैं जो राष्ट्रमंडल, संसदीय लोकतंत्र तथा अंग्रेज़ी भाषा के संदर्भ में निहित हैं। दोनों देश एक ही वर्ष में स्वतंत्र हुए और भारत का राजनयिक प्रतिनिधित्त्व वर्ष 1950 में एक व्यापार आयोग के उद्घाटन के साथ स्थापित किया गया, जिसका अद्यतन बाद में उच्चायोग के रूप में किया गया।
    • दोनों देश निरस्त्रीकरण, वैश्विक शांति, उत्तर-दक्षिण वार्ता, मानवाधिकार, पारिस्थितिक संरक्षण और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता में विश्वास रखते हैं।
  • कोविड-19 महामारी पर सहयोग: दोनों देशों ने आवश्यक वस्तुओं, दवाओं और टीकों की आपूर्ति शृंखला की निरंतरता सुनिश्चित करके महामारी के खिलाफ लड़ाई में व्यापक द्विपक्षीय सहयोग किया। दोनों देशों ने कोविड-19 के मद्देनज़र फँसे एक-दूसरे के नागरिकों को स्वदेश लाने में भी मदद की।
  • व्यापारिक संबंध: 11वाँ सबसे बड़ा टू-वे ट्रेडिंग पार्टनर जिसका कुल टू-वे ट्रेड वर्ष 2020 के दौरान 1.80 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। शिक्षा और पर्यटन भारत के साथ न्यूज़ीलैंड के विकास क्षेत्र हैं। लगभग 15000 (महामारी से पहले) भारतीय विद्यार्थी न्यूज़ीलैंड के लिये अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत हैं।
  • वर्ष 2018 में न्यूज़ीलैंड में भारतीय पर्यटकों की संख्या 67,953 थी, जो विश्व में 9वीं सबसे बड़ी संख्या थी।
    • भारत मुख्य रूप से न्यूज़ीलैंड से लकड़ी और वानिकी उत्पाद, लकड़ी का गूदा, ऊन एवं खाद्यान्न, फल एवं मेवा आयात करता है।
    • न्यूज़ीलैंड को होने वाला भारतीय निर्यात में ज़्यादातर फार्मास्यूटिकल्स / दवाएँ, कीमती धातु और रत्न, कपड़ा एवं मोटर वाहन तथा गैर-बुना हुआ परिधान व सहायक उपकरण शामिल हैं।
    • भारत, न्यूज़ीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) साझा करता है।
  • व्यापारिक गठबंधन: भारत-न्यूज़ीलैंड व्यापार परिषद (INZBC) और भारत-न्यूज़ीलैंड व्यापार गठबंधन (INZTA) दो प्रमुख संगठन हैं जो भारत- न्यूज़ीलैंड व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ावा देने के लिये काम कर रहे हैं।
  • सांस्कृतिक संबंध: दिवाली, होली, रक्षाबंधन, बैसाखी, गुरुपर्व, ओणम, पोंगल आदि सहित सभी भारतीय त्योहार पूरे न्यूज़ीलैंड में बहुत उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। दिवाली की कहानी को दर्शाने वाले चार नए टिकटों का एक समूह न्यूज़ीलैंड पोस्ट द्वारा वर्ष 2021 में जारी किया गया है। न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल के लगभग 2,50,000 व्यक्ति और NRI हैं, जिनमें से अधिकांश ने न्यूज़ीलैंड को अपना स्थायी घर बना लिया है।

भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध के विभिन्न आयाम:

  • ऐतिहासिक संबंध: ऑस्ट्रेलिया और भारत ने सर्वप्रथम स्वतंत्रता से पूर्व राजनयिक संबंध स्थापित किये, जब भारत के वाणिज्य दूतावास को पहली बार वर्ष 1941 में सिडनी में एक व्यापार कार्यालय के रूप में खोला गया था। शीत युद्ध की समाप्ति और साथ ही 1991 में प्रमुख आर्थिक सुधारों को शुरू करने के भारत के निर्णय ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के विकास की दिशा में सकारात्मक पहल की। समय बीतने के साथ, मौजूदा आर्थिक संबंधों के साथ-साथ रणनीतिक संबंध को भी प्रोत्साहन मिला।  
  • भारत-ऑस्ट्रेलिया सामरिक संबंध: बदलते वैश्विक परिदृश्य के साथ ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत को क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में एक महत्त्वपूर्ण भागीदार के रूप में देखा जाता है। इससे द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी' में उन्नत किया गया,, जिसमें 2009 में सुरक्षा सहयोग पर एक संयुक्त घोषणा शामिल है। द्विपक्षीय तंत्रों में उच्च स्तरीय दौरे, प्रधानमंत्रियों की वार्षिक बैठकें, विदेश मंत्रियों की वार्ता, संयुक्त व्यापार और वाणिज्य मंत्रालयी आयोग शामिल हैं। भारत-ऑस्ट्रेलिया '2+2' विदेश सचिव और रक्षा सचिव संवाद, क्वाड, रक्षा नीति वार्ता, ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा परिषद आदि कुछ अन्य आयाम हैं।
  • व्यापार संबंध: बढ़ते भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध दोनों देशों के बीच तेज़ी से विविधीकरण एवं गहन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिरता तथा मज़बूती में योगदान करते हैं।
    • ऑस्ट्रेलिया, भारत का 17वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत, ऑस्ट्रेलिया का 9वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
    • भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय व्यापार (वस्तु और सेवाओं दोनों का) 2021 में 5 बिलियन अमेरिकी डाॅलर का रहा है।
    • ऑस्ट्रेलिया को होने वाला भारत से वस्तु निर्यात 2019 और 2021 के बीच 135% बढ़ा है। भारत के निर्यात में मुख्य रूप से तैयार उत्पाद शामिल हैं और यह वर्ष 2021 में 6.9 बिलियन अमेरिकी डाॅलर था।
    • वर्ष 2021 में ऑस्ट्रेलिया से होने वाला भारत में वस्तु आयात 15.1 बिलियन अमेरिकी डाॅलर का था, जिसमें बड़े पैमाने पर कच्चे माल, खनिज और मध्यवर्ती वस्तुएँ शामिल थीं।
    • भारत ने वर्ष 2022 में ऑस्ट्रेलिया के साथ एक भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (Ind- Aus ECTA) पर हस्ताक्षर किये।
    • भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ त्रिपक्षीय ‘सप्लाई चेन रेज़ीलियेंस इनीशिएटिव’ (SCRI) में शामिल है जो भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति शृंखलाओं में लचीलेपन को बढ़ाने का प्रयास करता है।

आगे की राह

  • भारत की मज़बूत अर्थव्यवस्था, विशाल जनसंख्या और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख भागीदार बनाते हैं। इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और आक्रामकता के कारण हिंद-प्रशांत के देशों के साथ संबंध स्थापित करना एक प्राथमिकता है। यह भारत के लिये इस क्षेत्र में एक प्रमुख नेता के रूप में उभरने की एक विशाल क्षमता का भी प्रतिनिधित्व करता है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों  के प्रश्न  

प्रश्न. चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (QUAD) स्वयं को एक सैन्य गठबंधन से एक व्यापार संगठन के रूप में परिवर्तित कर  रहा है, वर्तमान संदर्भ में चर्चा कीजिये। (2020)

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स

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