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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

सूखाग्रस्त मेडागास्कर को मानवीय सहायता

  • 04 Mar 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत ने मेडागास्कर को 1,000 मीट्रिक टन चावल और 1,00,000 हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine- HCQ) की गोलियों की खेप भेजी है, ताकि गंभीर सूखे से उत्पन्न मानवीय संकट से निपटने में उसकी सहायता की जा सके।

प्रमुख बिंदु

हाल में की गई सहायता:

  • यह मानवीय सहायता भारतीय नौसेना के जहाज़ जलश्वा (Jalashwa) के माध्यम से भेजी गई है।
  • आईएनएस जलश्वा से भारतीय नौसेना की एक प्रशिक्षण टीम भी भेजी जाएगी, जिसे मालागासी स्पेशल फोर्स के निर्माण और प्रशिक्षण के लिये मेडागास्कर में तैनात किया जाएगा।
  • आईएनएस जलश्वा कोमोरोस गणराज्य के पोर्ट अंजौन पर जाएगा जहाँ 1,000 मीट्रिक टन भारतीय चावल की खेप उतारी जाएगी।

मेडागास्कर की पूर्व में सहायता:

  • कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय नौसेना के जहाज़ आईएनएस केसरी द्वारा "मिशन सागर" (Mission Sagar) पहल के अंतर्गत मेडागास्कर सहित अन्य देशों को खाद्य पदार्थों और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई थी।
  • आईएनएस शार्दूल ने मार्च 2020 में अंटसिरानाना (Antsiranana) बंदरगाह का दौरा किया और मेडागास्कर के उत्तरी क्षेत्र में भारी बाढ़ से निपटने के लिये उसे मानवीय सहायता तथा आपदा राहत (Humanitarian Assistance and Disaster Relief) सहायता के रूप में 600 टन चावल उपलब्ध कराया गया।
  • भारत पहला देश था जिसने डायने चक्रवात (Cyclone Diane) के समय आईएनएस ऐरावत द्वारा ऑपरेशन वेनिला (Operation Vanilla) के तहत मेडागास्कर की त्वरित सहायता की। 
  • भारत सक्रिय रूप से मालागासी के लोगों के क्षमता निर्माण के साथ-साथ अन्य उच्च कुशल/तकनीकी क्षेत्रों में उन्हें प्रशिक्षित करने में लगा हुआ है, जिसके लिये भारतीय तकनीकी तथा आर्थिक सहयोग (Indian Technical and Economic Cooperation) एवं भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन (India Africa Forum Summit) के माध्यम से पाठ्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं।

महत्त्व:

  • मेडागास्कर और कोमोरोस जैसे मैत्रीपूर्ण देशों में क्षमता निर्माण के लिये खाद्य सहायता तथा क्षमता निर्माण जैसी पहल मिशन सागर के अनुरूप है।
  • यह भारत की भूमिका को हिंद महासागर क्षेत्र में एक सुरक्षा प्रदाता के रूप में दर्शाता है।

हाल के विकास:

  • भारत को हिंद महासागर आयोग (Indian Ocean Commission) में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
    • इस दर्जे का सामरिक महत्त्व है क्योंकि यह आयोग पश्चिमी/अफ्रीकी हिंद महासागर का एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्रीय संस्थान है।
    • हिंद महासागर आयोग में कोमोरोस, मेडागास्कर, मॉरीशस, रियूनियन (फ्राँस के नियंत्रण में) और सेशल्स शामिल हैं।
  • भारत ने संस्थागत, आर्थिक और सहकारी वातावरण में बातचीत को बढ़ावा देने के लिये हिंद महासागर क्षेत्र (Indian Ocean Region) संगोष्ठी की मेज़बानी की, इससे हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता तथा समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
    • मेडागास्कर के रक्षा मंत्री ने भी इस संगोष्ठी में भाग लिया था।

Madagascar

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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