कोविड-19 संबंधित टीकाकरण व्यवधानों का स्वास्थ्य पर प्रभाव | 27 Mar 2024
प्रिलिम्स के लिये:कोविड-19 महामारी,खसरा, रूबेला, HPV (ह्यूमन पैपिलोमावायरस), हेपेटाइटिस B, डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टुसिस (DTP) वैक्सीन। मेन्स के लिये:कोविड-19 संबंधित टीकाकरण व्यवधानों के स्वास्थ्य प्रभाव, सरकारी नीतियाँ एवं हस्तक्षेप। |
स्रोत: डाउन टू अर्थ
चर्चा में क्यों?
"वर्ष 2020-30 की अवधि में 112 देशों में कोविड-19 संबंधित टीकाकरण व्यवधानों के स्वास्थ्य प्रभावों का आकलन: एक मॉडलिंग अध्ययन" शीर्षक से एक हालिया अध्ययन द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। यह इस बात पर ज़ोर देता है कि कैसे कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक टीकाकरण में गिरावट आई, जिससे बीमारी का प्रकोप और बोझ बढ़ गया।
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- वैश्विक टीकाकरण में गिरावट:
- कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक टीकाकरण कवरेज में गिरावट आई, जिससे विभिन्न देशों में बीमारी का बोझ एवं इसके विस्तार का खतरा बढ़ गया।
- यह अनुमान लगाया गया है कि खसरा, रूबेला, HPV (ह्यूमन पैपिलोमावायरस), हेपेटाइटिस B, मेनिनजाइटिस A तथा येलो फीवर के टीकाकरण में व्यवधान के कारण वर्ष 2020-2030 के दौरान लगभग 49,119 अतिरिक्त मौतें हो सकती हैं, इस मृत्यु दर की वृद्धि में खसरा मुख्य योगदानकर्त्ता है।
- वर्ष 2020-2030 के लिये सभी 14 रोगजनकों के टीकाकरण कवरेज में व्यवधान के परिणामस्वरूप दीर्घकालिक प्रभाव में 2.66% की कमी हो सकती है, जिससे होने वाली मौतों की संख्या 37,378,194 से घटकर 36,410,559 हो सकती है।
- कैच-अप टीकों का महत्त्व:
- सरकार द्वारा विशेष रूप से खसरा और येलो फीवर जैसी बीमारियों के लिये कैच-अप टीकों के महत्त्व पर ज़ोर दिया गया है, जिनमें महामारी के बाद तत्काल वृद्धि देखी गई है।
- कैच-अप गतिविधियाँ मौतों को रोकने में प्रभावी पाई गईं, जिनमें खसरा, रूबेला, HPV, हेपेटाइटिस-B और येलो फीवर से संबंधित लगभग 79% मौतों को रोकने की क्षमता थी।
- DTP वैक्सीन कवरेज पर प्रभाव:
- इस महामारी ने डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टुसिस (DTP) टीकों के कवरेज को प्रभावित किया, जिसके परिणामस्वरूप वैश्विक स्तर पर 2021 में अतिरिक्त 6 मिलियन बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए।
- खसरे के मामलों का पुनरुत्थान:
- कई देशों में खसरे के मामले फिर से सामने आए हैं, जिनमें यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश भी शामिल हैं, जहाँ पहले खसरे को समाप्त माना गया था।
- वर्ष 2021 में 18 देशों में टीकाकरण अभियानों में कोविड-19 से संबंधित देरी के कारण लगभग 61 मिलियन खसरे के टीके की खुराक स्थगित कर दी गई।
- इसके अलावा वर्ष 2022 में वर्ष 2021 के स्तर की तुलना में वैश्विक स्तर पर खसरे के मामलों और मौतों में वृद्धि हुई, क्योंकि नाइजीरिया, पाकिस्तान एवं भारत जैसे देशों में लाखों बच्चों को टीके की खुराक नहीं मिली।
- कई देशों में खसरे के मामले फिर से सामने आए हैं, जिनमें यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश भी शामिल हैं, जहाँ पहले खसरे को समाप्त माना गया था।
- सिफारिशें:
- कैच-अप गतिविधियों की प्रभावशीलता: अध्ययन ने सुझाव दिया कि कैच-अप टीकाकरण गतिविधियों को लागू करने से कैलेंडर वर्ष 2023 और 2030 के बीच संभावित रूप से 78.9% अतिरिक्त मौतों को रोका जा सकता है।
- इसका मतलब यह है कि सक्रिय कैच-अप प्रयासों में वैक्सीन-कवरेज व्यवधानों के प्रतिकूल प्रभावों को महत्त्वपूर्ण रूप से कम करने की क्षमता है।
- कैच-अप गतिविधियों के कार्यान्वयन और लक्ष्य निर्धारण का महत्त्व: विशिष्ट समूहों और व्यवधानों से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों के अनुरूप कैच-अप टीकाकरण गतिविधियाँ समय पर कार्यान्वयन के लिये महत्त्वपूर्ण है।
- यह योजनाबद्ध दृष्टिकोण टीका कवरेज को बेहतर बनाने और अल्प प्रतिरक्षण के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में मदद कर सकता है।
- टीकाकरण के निरंतर प्रयासों का महत्त्व: विशेष रूप से HPV जैसे टीकों के लिये निरंतर टीकाकरण प्रयास महत्त्वपूर्ण है जो गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं।
- यह दीर्घकालिक सार्वजनिक स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित करने के लिये व्यवधानों की स्थिति में भी जारी टीकाकरण अभियान की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
- कैच-अप गतिविधियों की प्रभावशीलता: अध्ययन ने सुझाव दिया कि कैच-अप टीकाकरण गतिविधियों को लागू करने से कैलेंडर वर्ष 2023 और 2030 के बीच संभावित रूप से 78.9% अतिरिक्त मौतों को रोका जा सकता है।
टीकाकरण से संबंधित प्रमुख पहल क्या हैं?
- वैश्विक:
- टीकाकरण प्रतिरक्षण एजेंडा 2030 (IA2030): यह 2021-2030 के दशक के लिये टीकों और प्रतिरक्षा के लिये एक महत्त्वाकांक्षी, व्यापक प्रतिरक्षण रणनीति- 2030,वैश्विक दृष्टि एवं रणनीति निर्धारित करता है।
- दशक के अंत तक IA2030 का लक्ष्य:
- किसी भी प्रकार का टीका प्राप्त न कर पाने वाले बच्चों की संख्या में 50% की कमी करना।
- निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 500 नए अथवा कम उपयोग किये जाने वाले टीकों की शुरुआत का लक्ष्य प्राप्त करना।
- बचपन के आवश्यक टीकों के लिये 90% कवरेज प्राप्त करना।
- दशक के अंत तक IA2030 का लक्ष्य:
- विश्व टीकाकरण सप्ताह: यह प्रत्येक वर्ष अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है।
- बिग कैच-अप पहल: इसे WHO, UNICEF, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा टीकाकरण एजेंडा 2030 एवं कई अन्य वैश्विक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य भागीदारों की सहायता से लॉन्च किया गया था, जो कि कोविड 19 महामारी के बाद बच्चों के टीकाकरण में वृद्धि करने हेतु लक्षित एक वैश्विक प्रयास है।
- टीकाकरण प्रतिरक्षण एजेंडा 2030 (IA2030): यह 2021-2030 के दशक के लिये टीकों और प्रतिरक्षा के लिये एक महत्त्वाकांक्षी, व्यापक प्रतिरक्षण रणनीति- 2030,वैश्विक दृष्टि एवं रणनीति निर्धारित करता है।
- भारतीय पहल:
- सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP):
- यह कार्यक्रम टीकाकरण के माध्यम से रोकी जा सकने वाली 12 व्याधियों के लिये मुफ्त टीकाकरण सुनिश्चित करता है।
- राष्ट्रीय स्तर पर 9 बीमारियों के खिलाफ: डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस, पोलियो, खसरा, रूबेला, बचपन के तपेदिक का गंभीर रूप, हेपेटाइटिस B और हेमोफिलस इन्फ्लूएंज़ा टाइप-B के कारण होने वाला मेनिनजाइटिस एवं निमोनिया।
- उप-राष्ट्रीय स्तर पर 3 बीमारियों के खिलाफ: रोटावायरस डायरिया, न्यूमोकोकल निमोनिया और जापानी इंसेफ्लाइटिस।
- UIP की दो प्रमुख उपलब्धियाँ: वर्ष 2014 में पोलियो का उन्मूलन और वर्ष 2015 में मातृ व नवजात टेटनस का उन्मूलन।
- मिशन इंद्रधनुष:
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOHFW) द्वारा UIP के तहत सभी टीकाकरण से वंचित और आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों का टीकाकरण करने के लिये वर्ष 2014 में मिशन इंद्रधनुष (MI) शुरू किया गया था।
- इसे कई चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है।
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOHFW) द्वारा UIP के तहत सभी टीकाकरण से वंचित और आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों का टीकाकरण करने के लिये वर्ष 2014 में मिशन इंद्रधनुष (MI) शुरू किया गया था।
- सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP):
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) मेन्स:प्रश्न. कोविड-19 महामारी के दौरान वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भूमिका का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (2020) |