ग्लोबल फंड द्वारा HIV उपचार की कीमत कम करने हेतु समझौता | 05 Sep 2023

प्रिलिम्स के लिये:

ग्लोबल फंड, टेनोफोविर डिसप्रॉक्सिल, लैमिवुडिन, डोलटेग्रेविर (TLD), ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV )

मेन्स के लिये:

AIDS, HIV और संबंधित पहलें

स्रोत: द हिंदू 

चर्चा में क्यों? 

ग्लोबल फंड द्वारा जेनेरिक दवा निर्माताओं के साथ समझौते की घोषणा के बाद ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) दवा, टेनोफोविर डिसप्रॉक्सिल, लैमिवुडिन और डोलटेग्रेविर (TLD) की कीमतों में कमी की जाएगी।

समझौते के मुख्य बिंदु: 

  • लागत में कमी:
    • TLD के नाम से जानी जाने वाली उन्नत गोली की कीमत में 25% कमी के बाद उसे प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष 45 अमेरिकी डॉलर से कम में उपलब्ध कराना संभव होगा।
  • प्रभाव:
    • TLD के लिये कम मूल्य निर्धारण का अर्थ है कि सरकारें और ग्लोबल फंड अनुदान के अन्य कार्यान्वयनकर्ता संसाधन-बाधित परिस्थितियों में HIV से पीड़ित  लगभग 19 मिलियन से अधिक लोगों तक पहुँचने के लिये उपचार कार्यक्रमों का विस्तार कर सकते हैं।

ग्लोबल फंड:

  • परिचय:
    • ग्लोबल फंड HIV, तपेदिक और मलेरिया के संक्रमण को कम करने और सभी के लिये स्वस्थ, सुरक्षित, अधिक न्यायसंगत भविष्य सुनिश्चित करने के लिये वर्ष 2002 में स्थापित एक विश्वव्यापी आंदोलन है।
    • ग्लोबल फंड प्रति तीन वर्ष के अंतराल पर धन जुटाता है, जिसका उपयोग एड्स, टीबी और मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में दीर्घकालिक निश्चितता प्राप्त करने में किया जाता है।
    • विभिन्न सरकारें, निजी क्षेत्र और गैर-सरकारी संगठन इस मिशन के समर्थन के लिये वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध हैं।
  • उद्देश्य:
    • इसका उद्देश्य अत्यधिक घातक संक्रामक बीमारियों से लड़ना, उन्हें बढ़ावा देने वाले कारकों की चुनौती से निपटना और 100 से अधिक देशों में स्वास्थ्य प्रणालियों को सशक्त बनाने हेतु प्रतिवर्ष 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि एकत्र करना एवं उसे निवेश करना है।
  • ग्लोबल फंड रणनीति (2023-2028):
    • महामारी से लड़ना और एक स्वस्थ एवं अधिक न्यायसंगत विश्व का निर्माण करना:
      • रणनीति का प्राथमिक लक्ष्य एड्स, तपेदिक और मलेरिया को समाप्त करना है, जिसमें उत्प्रेरक निवेश करने तथा नए संक्रमणों को कम करने में तेज़ी से प्रगति के लिये नवाचारों का लाभ उठाने पर विशेष ध्यान दिया गया है।

टीएलडी (TLD):

  • HIV के 85% से अधिक उपचार का मुख्य आधार टीएलडी टैबलेट (तीन एंटीरेट्रोवाइरल दवाओं का एक निश्चित खुराक संयोजन, अर्थात् टेनोफोविर + लैमिवुडिन + डोलटेग्रेविर) है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वयस्कों तथा किशोरों के लिये मुख्य प्रथम-पंक्ति HIV उपचार के रूप में अनुशंसित किया है क्योंकि यह एड्स का कारण बनने वाले वायरस को तेज़ी से रोकता है और साथ ही इसके दुष्प्रभाव कम होते हैं एवं इसे लेना आसान होता है।

एचआईवी (HIV):

  • परिचय:
    • HIV का आशय ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस से है, जो एक वायरस है, यह मानव शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
    • यह मुख्य रूप से CD4 प्रतिरक्षा कोशिकाओं को लक्षित करता है और उन्हें क्षति पहुँचाता है, जो संक्रमण तथा बीमारियों से लड़ने की शरीर की क्षमता के लिये आवश्यक हैं।
      • समय के साथ HIV प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे शरीर संक्रमणों और कैंसर के प्रति संवेदनशील हो जाता है।
  • फैलाव:
    • HIV मुख्य रूप से रक्त, वीर्य, योनि द्रव तथा स्तन के दूध जैसे कुछ शारीरिक तरल पदार्थों के आदान-प्रदान से फैलता है।
  • तीव्रता:
    • यदि समय रहते इसका उपचार नहीं किया जाता है, तो यह वायरस किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को नष्ट कर देता है तथा यह कहा जाता है कि वे एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम स्टेज (Acquired Immunodeficiency Syndrome stage- AIDS) में हैं जहाँ उन्हें कई संक्रमण हो सकते हैं जिसके कारण व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है।
  • उपचार:
    • हालाँकि वर्तमान में इस संक्रमण का कोई उपचार नहीं है लेकिन एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (Antiretroviral Therapy) का उपयोग कर इस बीमारी को प्रबंधित किया जा सकता है।
      • ये दवाएँ शरीर के भीतर वायरस की प्रतिकृति को दबा देती हैं, जिससे CD4 प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या बढ़ने लगती है।

AIDS रोग की रोकथाम के लिये भारत की पहल:

  • HIV और AIDS (रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017: इस अधिनियम के अनुसार, केंद्र और राज्य सरकारें HIV या AIDS के प्रसार को रोकने के लिये उपाय करेंगी।
  • ART तक पहुँच: भारत ने विश्व में HIV से पीड़ित 90% से अधिक लोगों के लिये एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (Antiretroviral Therapy- ART) को वहनीय और सुलभ बना दिया है।
  • प्रोजेक्ट सनराइज़: भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में विशेषकर मादक दवाओं का इंजेक्शन लेने वाले लोगों में HIV के बढ़ते प्रसार से निपटने हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016 में प्रोजेक्ट सनराइज़ शुरू किया गया था।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. निम्नलिखित बीमारियों में से कौन-सी टैटू बनवाने के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचरित हो सकती है/हैं? (2013)

  1.  चिकनगुन्था
  2.  यकृतशोथ B
  3. HIV-AIDS

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (b)