मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण | 08 Sep 2022
प्रिलिम्स के लिये:NCERT, सर्वेक्षण मे प्रवृत्तियाँ, सरकार की पहल। मेन्स के लिये:भारत में शिक्षा की स्थिति, सरकार की पहल। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रव्यापी मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण (Foundational Learning Survey-FLS) किया गया।
- दिल्ली के तीसरी कक्षा के 50% से अधिक बच्चों के पास या तो "सीमित" मूलभूत संख्यात्मक कौशल है या "सबसे बुनियादी ज्ञान और कौशल की कमी" है।
- राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey-NAS) में भी दिल्ली को उन पाँच राज्यों में शामिल किया गया है, जहाँ कक्षा III के स्तर पर गणित और भाषा दोनों में सबसे कम औसत अंक हैं।
मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण (FLS):
- परिचय:
- मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण (FLS) का उद्देश्य 22 भारतीय भाषाओं में समझ के साथ पढ़ने के लिये मानक स्थापित करना है।
- पृष्ठभूमि:
- FLS 2022 में निपुण (NIPUN) भारत मिशन के तहत फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी (FLN) के प्रयासों को मज़बूत करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में शुरू किया गया था।
- नमूने का आकार:
- देश के 10,000 स्कूलों में कक्षा III के 86,000 बच्चों के बीच मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण किया गया।
- दिल्ली में नमूना आकार 515 स्कूलों के 2,945 छात्रों का था।
- देश के 10,000 स्कूलों में कक्षा III के 86,000 बच्चों के बीच मूलभूत शिक्षण सर्वेक्षण किया गया।
- वर्गीकरण:
- बच्चों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें चार श्रेणियों में रखा गया था:
- जिनके पास सबसे बुनियादी ज्ञान और कौशल की कमी थी
- जिनके पास सीमित ज्ञान और कौशल है
- जिन्होंने पर्याप्त ज्ञान और कौशल विकसित किया है
- जिन्होंने बेहतर ज्ञान विकसित किया है
- बच्चों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें चार श्रेणियों में रखा गया था:
- निष्कर्ष:
- राष्ट्रीय:
- कुल आँकड़े:
- 11% छात्रों के पास सबसे बुनियादी ज्ञान और कौशल की कमी है।
- 37% छात्रों के पास सीमित ज्ञान और कौशल है।
- भाषा:
- अंग्रेज़ी:
- 15% छात्रों में बुनियादी कौशल की कमी पाई गई।
- 30% के पास सीमित कौशल था।
- 21% के पास पर्याप्त कौशल था।
- 34% के पास बेहतर कौशल था।
- हिंदी:
- 21% सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले वर्ग के अंतर्गत आते हैं।
- 32% के पास सीमित कौशल था।
- अंग्रेज़ी:
- राज्य: संख्यात्मकता के आधार पर तमिलनाडु (29%) में छात्रों की अधिकतम संख्या थी, जो सबसे बुनियादी ग्रेड-स्तरीय कार्यों को पूरा नहीं कर सके, इसके बाद जम्मू और कश्मीर (28%), असम, छत्तीसगढ़ तथा गुजरात (18%) थे।
- कुल आँकड़े:
- राष्ट्रीय:
- निष्कर्षों का आधार:
- FLS के निष्कर्ष प्रत्येक व्यक्तिगत प्रतिभागी के साक्षात्कार पर आधारित हैं।
- जबकि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण ने बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर सीखने के परिणामों का मूल्यांकन किया।
- जबकि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण ने बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर सीखने के परिणामों का मूल्यांकन किया।
- FLS के निष्कर्ष प्रत्येक व्यक्तिगत प्रतिभागी के साक्षात्कार पर आधारित हैं।
शिक्षा क्षेत्र के लिये सरकार की पहलें:
- निपुण भारत मिशन
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT):
- परिचय:
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) भारत सरकार द्वारा वर्ष 1961 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है जो स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये नीतियों और कार्यक्रमों पर केंद्र तथा राज्य सरकारों को सहायता और सलाह देता है।
- संघटक इकाइयाँ:
- NCERT की प्रमुख घटक इकाइयाँ जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित हैं:
- राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान (National Institute of Education-NIE)
- केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (Central Institute of Educational Technology-CIET))
- पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (Pandit Sundarlal Sharma Central Institute of Vocational Education-PSSCIVE)
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (Regional Institute of Education -RIE)
- NCERT की प्रमुख घटक इकाइयाँ जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित हैं: