शासन व्यवस्था
कोविड -19: भारत में मौतों का अग्रणी कारण
- 06 May 2021
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चर्चा में क्यों?
‘इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन’ (IHME) के हालिया अनुमानों के अनुसार, कोविड-19 महामारी भारत में मौतों का सबसे बड़ा कारण बनकर उभरी है।
- IHME, वाशिंगटन विश्वविद्यालय (अमेरिका) में स्थित एक स्वतंत्र वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र है।
प्रमुख बिंदु:
कोविड-19 महामारी के कारण मौतें:
- भारत में कोरोना वायरस के 19 मिलियन से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं। कोविड-19 महामारी के कारण हुई मौतों के मामले में भारत, अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है और यहाँ 2,15,000 से अधिक मौतों की पुष्टि की गई है।
- महामारी में हुई मौतों की संख्या पिछले दो दशकों (2000-2019) के दौरान 320 से अधिक प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों की संख्या से दोगुनी है।
भारत में मौतों के अन्य शीर्ष कारण:
- अरक्तजन्य हृदय रोग (दूसरा),
- जीर्ण प्रतिरोधी फुफ्फुसीय रोग (तीसरा),
- स्ट्रोक (चौथा),
- डायरिया रोग (पाँचवें),
- नवजात विकार (छठा),
- कम श्वसन संक्रमण (सातवाँ),
- क्षय रोग (आठवाँ),
- मधुमेह मेलेटस (नौवाँ) और
- क्रोनिक यकृत रोग (दसवाँ), जिसमें सिरोसिस भी शामिल है।
कोविड-19: मौतों के प्रमुख कारण के रूप में:
- SARS-CoV-2 के 'डबल म्यूटेंट' B.1.617 के भारतीय वेरिएंट के कारण जोखिम बढ़ गया है।
- सरकारों की तैयारियों में कमी, भारत की खराब स्वास्थ्य संरचना, मेडिकल ऑक्सीजन और दवाओं की कमी के कारण लोगों को अपना जीवन गंवाना पड़ रहा है।
- सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय द्वारा संकट के पैमाने को कम करने देखने और इसे प्रबंधित करने में विफलता रहने के लिये केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को ज़िम्मेदार ठहराया गया है।
- विशेषज्ञ भारत की कोविड-19 वैक्सीन खरीद और मूल्य निर्धारण नीति से भी नाखुश रहे हैं। राज्यों को अपने टीकों के कोटा का इंतज़ार करना होगा।
आगे की राह:
- IHME ने सरकारों को सलाह दी है कि वे कम-से-कम छह सप्ताह के लिये सख्त ‘फिज़िकल डिस्टेंसिंग’ संबंधी मानदंड लागू करें।
- सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र के साथ-साथ राज्यों को सलाह दी है कि यदि आवश्यक हो तो लॉकडाउन का सहारा लें, लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि आजीविका प्रभावित न हो।