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कोरोनावायरस महामारी और मृत्यु दर

  • 03 Apr 2020
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये

अध्ययन से संबंधित मख्य बिंदु 

मेन्स के लिये 

लैंसेट द्वारा किये गए अध्ययन के निहितार्थ

चर्चा में क्यों?

लैंसेट इन्फेक्शस डिजीज़ (Lancet Infectious Diseases) द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार, कोरोनोवायरस संक्रमित व्यक्ति औसतन लगभग 25 दिनों के लिये अस्पताल में हो सकता है और लक्षणों की शुरुआत से मृत्यु तक की औसत अवधि लगभग 18 दिनों की है। 

प्रमुख बिंदु

  • अध्ययन के अनुसार, चीन में जहाँ कोरोनावायरस का पहला रोगी पाया गया था वहाँ समग्र संक्रमण दर 0.66 प्रतिशत थी, हालाँकि यह अब वैश्विक स्तर पर एक बड़ा संकट बन गया है।
  • ध्यातव्य है कि लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज के शोधकर्त्ताओं ने अपने अध्ययन में कहा था कि 'अपरिष्कृत मृत्यु अनुपात’ (Crude Fatality Ratio) लगभग 3.67 प्रतिशत था, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के बराबर है।
    • 'अपरिष्कृत मृत्यु अनुपात’ संक्रमण की गंभीरता की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिसका अर्थ है कि यह सिर्फ कुल मामलों की तुलना में कुल मृत्यु की संख्या को बताता है।
  • लैंसेट द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार, कोरोनोवायरस की गंभीरता एक रोगी की उम्र पर निर्भर करती है और समग्र मामलों में मृत्यु अनुपात 1.38 प्रतिशत है।
    • उम्र के आधार पर 60 वर्ष से अधिक की उम्र वाले रोगियों में मृत्यु दर 6.4 प्रतिशत है,  80 से अधिक की उम्र वाले रोगियों में मृत्यु दर 13.4 प्रतिशत है और 60 से कम उम्र वाले रोगियों में मृत्यु  दर 0.32 प्रतिशत है।
    • इस प्रकार 80 से अधिक उम्र वाले रोगियों में इस वायरस के कारण मृत्यु दर सबसे अधिक है और 60 से अधिक उम्र वाले रोगियों में मृत्यु दर सबसे कम है।

अध्ययन के निहितार्थ

  • कोरोनावायरस (COVID-19) के मामलों में लैंसेट द्वारा किया गया अध्ययन हाल के इन्फ्लूएंजा महामारियों (जैसे- वर्ष 2009 में H1N1 इन्फ्लूएंजा) की तुलना में काफी अधिक है।
  • कोरोनावायरस (COVID-19) का तेज़ी से हो रहा प्रसार इस वायरस का आगामी दिनों में और गंभीर स्वास्थ्य संकट बनने का इशारा करता है।
  • अध्ययनकर्त्ताओं के अनुसार, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता वाले संक्रमित व्यक्तियों के अनुपात को यदि संभावित संक्रमण की दर (लगभग 50-80 प्रतिशत) के साथ संयोजित किया जाए तो यह दर्शाता है कि सबसे उन्नत स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियाँ भी इस वायरस से लड़ने में असफल हो सकती हैं।
  • इसलिये लैंसेट द्वारा किया गया यह अध्ययन दुनिया भर के देशों को और अच्छी तैयारी करने के लिये प्रेरित करता है, क्योंकि कोरोनावायरस महामारी अभी भी जारी है।

मौजूदा स्थिति

  • कोरोनावायरस मौजूदा समय में विश्व के समक्ष एक गंभीर चुनौती बन गया है और दुनिया भर में इसके कारण अब तक 52000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और तकरीबन 1000000 लोग इसकी चपेट में हैं। 
  • भारत में भी स्थिति काफी गंभीर है और इस खतरनाक वायरस के कारण अब तक देश में 56 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा देश में 2300 से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। 
  • भारत सरकार द्वारा कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिये कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, ध्यातव्य है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में 21 दिवसीय लॉकडाउन की घोषणा की थी।
  • इसके अलावा गृह मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा 21,064 राहत शिविर बनाए गए हैं और लगभग 6,66,291 लोगों को शरण दी गई है।
  • रिपोर्ट के अनुसार, हवाई अड्डों पर 15.25 लाख यात्रियों की जाँच की गई, 12 प्रमुख बंदरगाहों पर 40,000 लोगों की जाँच की गई और भूमि सीमाओं पर 20 लाख लोगों की जाँच की गई है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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