राजधानी में मार्च माह में रिकॉर्ड नमी | 04 Apr 2020
प्रीलिम्स के लिये:मिक्सिंग हाइट मेन्स के लिये:वायु गुणवत्ता |
चर्चा में क्यों?
मौसम विभाग द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, दिल्ली- NCR (National Capital Region) मार्च 2020, रिकॉर्ड इतिहास में सबसे नमी युक्त रहा।
मुख्य बिंदु:
- सामान्यत: दिल्ली- NCR में मार्च माह में 15.8 मिमी. वर्षा होती है जबकि इस वर्ष 109.6 मिमी. वर्षा हुई, जो सामान्य से 589% अधिक थी। इससे पूर्व मार्च 2015 में सर्वाधिक, 97.4 मिमी वर्षा हुई थी।
- मार्च माह इस बार ठंड से युक्त भी रहा, जिसका अधिकतम तापमान 28.2°C रहा, जो सामान्य से 1.4°C कम था।
- औसत न्यूनतम तापमान 15°C रहा, जो औसत से 0.6°C कम है।
NCR की वायु गुणवत्ता में सुधार:
- ‘केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ (Central Pollution Control Board- CPCB) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली- NCR की वायु गुणवत्ता में पर्याप्त सुधार देखने को मिला है।
वायु गुणवत्ता सुधार के संभावित कारण:
- तेज हवाओं, वर्षा तथा COVID- 19 महामारी के चलते बंद रही गैर-आवश्यक सेवाओं के कारण इस बार राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया।
- पार्टीकुलेट मैटर (Particulate Matter- PM) तथा NOx के उत्सर्जन (जो दिल्ली- NCR में प्रमुख प्रदूषक कारक हैं) में प्रमुख योगदान देने वाले स्रोत लॉकडाउन के दौरान बंद रहे।
- रिपोर्ट के अनुसार, 23 मार्च को दिल्ली-NCR में ‘वायु गुणवत्ता सूचकांक’ (Air Quality Index- AQI) ‘मध्यम’ (Moderate) स्तर पर था, जिसमें लॉकडाउन के वाद व्यापक सुधार देखने को मिला तथा लॉकडाउन के कुछ दिनों बाद वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ (Satisfactory) स्तर पहुँच गई।
- 28 से 29 मार्च के बीच तेज हवा तथा मिश्रण ऊँचाई में वृद्धि के कारण दिल्ली, गाज़ियाबाद तथा नोएडा में AQI 'अच्छा' (Good) स्तर पर पाया गया।
सामान्य ह्रास दर:
- सामान्य परिस्थितियों में ऊँचाई बढ़ने के साथ-साथ तापमान घटता जाता है। जिस दर से यह तापमान कम होता है, इसे सामान्य ह्रास दर कहते हैं।
मिक्सिंग हाइट (Mixing Height):
- यह वायु तथा निलंबित कणों की सतह के ऊपर लंबवत मिश्रण की ऊँचाई को बताता है। यह ऊँचाई वायुमंडलीय तापमान प्रोफाइल के अवलोकन से निर्धारित होती है।
- पृथ्वी की सतह से उठने वाली वायु प्रकोष्ठ में एक निश्चित दर (शुष्क-एडियाबेटिक लैप्स दर) से तापमान में परिवर्तन होता है। जब तक वायु प्रकोष्ठ का तापमान आसपास के परिवेश के तापमान से अधिक गर्म होता है, तब तक ताप मे ह्रास जारी रहता है परंतु जब वायु प्रकोष्ठ पर्यावरण के तापमान से अधिक ठंडा हो जाता है तो आगे ताप पतन देखने को नहीं मिलता है तथा यह ऊँचाई मिक्सिंग हाइट को निर्धारित करती है।
- उच्च मिक्सिंग हाइट होने पर प्रदूषण में कमी आती है।