भारतीय अर्थव्यवस्था
बिज़नेस रेडी (B-रेडी) रिपोर्ट 2024
- 01 Jan 2025
- 16 min read
स्रोत: बिज़नेस स्टैण्डर्ड
चर्चा में क्यों?
हाल ही में विश्व बैंक ने ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रिपोर्ट के स्थान पर बिज़नेस रेडी (B-रेडी) रिपोर्ट 2024 को लॉन्च किया है।
- डेटा हेरफेर के मुद्दों एवं कुछ रैंकिंग संबंधी चिंताओं के कारण वर्ष 2020 में ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रिपोर्ट पर रोक लगा दी गई थी।
बिज़नेस रेडी का क्या आशय है?
- बेंचमार्किंग टूल: B-रेडी, निजी क्षेत्र के समावेशी विकास को बढ़ावा देने के क्रम में वैश्विक कारोबारी माहौल का मूल्यांकन करने पर केंद्रित है।
- दस मुख्य विषय: B-रेडी के तहत बाज़ार में प्रवेश, संचालन (या विस्तार) और समापन (या पुनर्गठन) सहित फर्म के संचालन चरणों को शामिल किया गया है।
- इसके दस मुख्य विषयों में व्यवसाय में प्रवेश, व्यवसाय का स्थान, उपयोगिता सेवाएँ, श्रम, वित्तीय सेवाएँ, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, कराधान, विवाद समाधान, बाज़ार प्रतिस्पर्द्धा और व्यवसाय दिवालियापन शामिल हैं।
- B-रेडी के स्तंभ: प्रत्येक विषय हेतु B-रेडी के तहत तीन स्तंभों को शामिल किया गया है।
- स्तंभ I: नियामक ढाँचा- इसमें उन नियमों और विनियमों पर ध्यान केंद्रित किया गया है जिनका फर्मों को अपने संचालन चरणों के दौरान पालन करना चाहिये।
- स्तंभ II: सार्वजनिक सेवाएँ- इसमें सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएँ और बुनियादी ढाँचा शामिल है जिसके तहत विनियामक अनुपालन एवं व्यावसायिक गतिविधियों का समर्थन करने के साथ डिजिटलीकरण, अंतर-संचालन तथा पारदर्शिता पर ज़ोर दिया जाता है।
- स्तंभ III: परिचालन दक्षता- इसके तहत यह देखना शामिल है कि फर्म कितनी आसानी से विनियमों का अनुपालन करने के साथ अपने परिचालनों से संबंधित सार्वजनिक सेवाओं का उपयोग कर सकती हैं।
- संकेतक: B-रेडी के तहत नीतिगत सुधार के अवसरों की पहचान करने के क्रम में 1,200 संकेतकों का विश्लेषण करना तथा प्रत्येक विषय के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डालने के लिये प्राथमिक स्रोतों से डेटा का उपयोग करना शामिल है।
- तीन विषयवस्तु: B-रेडी के तहत 10 विषयों में से तीन प्रमुख विषयों का मूल्यांकन करना शामिल है।
- डिजिटल परिवेश अपनाना: इसके तहत व्यावसायिक वातावरण में सरकारों और व्यवसायों द्वारा डिजिटल एकीकरण का मूल्यांकन करना शामिल है।
- पर्यावरणीय स्थिरता: इसके तहत स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यावसायिक परिचालनों को प्रभावित करने वाले विनियामक प्रावधानों का विश्लेषण करना शामिल है।
- लैंगिक दृष्टिकोण: इसके तहत लिंग-विभाजित आँकड़ों के संग्रह एवं लिंग-संवेदनशील विनियमों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन का परीक्षण करना शामिल है।
- स्कोरिंग: B-रेडी के तहत प्रत्येक अर्थव्यवस्था के लिये स्कोर के दो सेट शामिल किये गए हैं।
- विषय स्कोर: फर्म के लचीलेपन एवं सामाजिक लाभ को दर्शाने वाले संकेतकों के आधार पर, तीन स्तंभों के स्कोर का औसत।
- स्तंभ अंक: 10 विषयों के अंकों का औसत, 0 से 100 तक मानकीकृत।
- डेटा संग्रहण: B-रेडी के तहत विनियामक एवं सार्वजनिक सेवा पहलुओं के लिये विशेषज्ञ प्रश्नावली के माध्यम से एवं परिचालन दक्षता के लिये विश्व बैंक उद्यम सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा एकत्र करना शामिल है, जिसके तहत विशेषज्ञ डेटा को प्रतिवर्ष और फर्म-स्तरीय डेटा को प्रत्येक तीन वर्ष में अपडेट करने को महत्त्व दिया गया है।
- वैश्विक विस्तार: इसके तहत वर्ष 2024 में 50 अर्थव्यवस्थाओं को कवर करने के साथ वर्ष 2026 तक 180 को कवर करने की योजना है।
- सुधार पर बल: B-रेडी के तहत व्यावसायिक वातावरण के मूल्यांकन में समावेशिता, स्थिरता तथा दक्षता पर ध्यान केंद्रित किया जाना शामिल है।
ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस और B-रेडी इंडेक्स में अंतर
पहलू |
ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस (EoDB) |
B-रेडी इंडेक्स |
उद्देश्य |
इसके तहत SMEs के विनियामक वातावरण के मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित किया गया। |
इसके तहत SMEs, श्रमिकों एवं उपभोक्ताओं सहित निजी क्षेत्र के विकास का समग्र मूल्यांकन करना शामिल है। |
दायरा |
मुख्यतः विनियामक पहलू। |
इसमें विनियामक पहलू, विनियमों की गुणवत्ता तथा सार्वजनिक सेवाएँ शामिल हैं। |
शामिल विषय |
यह कुछ प्रमुख विषयों तक सीमित है जैसे व्यवसाय शुरू करना, ऋण प्राप्त करना तथा करों का भुगतान करना। |
व्यापक: इसमें किसी फर्म के संचालन चक्र से संबंधित 10 विषयों को शामिल किया गया है जिसमें व्यवसाय में प्रवेश, उपयोगिता सेवाएँ, श्रम और बाज़ार प्रतिस्पर्द्धा शामिल हैं। |
रूपरेखा |
इसके तहत फर्मों के लिये मुख्य रूप से व्यापार सुगमता पर ध्यान केंद्रित किया गया। |
इसमें फर्म में अनुकूल वातावरण (व्यापार सुगमता) तथा सामाजिक लाभ (समाज पर प्रभाव) जैसे पहलू शामिल हैं। |
डेटा संग्रहण |
विशेषज्ञ परामर्श और केस स्टडी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। |
संतुलित विधिक और वास्तविक परिप्रेक्ष्य के लिये विशेषज्ञ परामर्श और फर्म-स्तरीय सर्वेक्षणों को संयोजित करता है। |
संकेतक |
सीमित संख्या में संकेतकों को कवर करने वाली लगभग 11 प्रश्नावलियों का उपयोग किया गया। |
विस्तृत जानकारी के लिये 21 प्रश्नावलियों और लगभग 1,200 संकेतकों का उपयोग किया गया है। |
स्कोरिंग और रैंकिंग |
समग्र रैंकिंग और स्कोर तैयार किये गए, जिनकी अक्सर अतिसरलीकरण के लिये आलोचना की जाती है। |
विषय और स्तंभ के आधार पर अलग-अलग अंक प्रदान करता है, तथा समग्र रैंकिंग के बजाय लक्षित सुधारों को प्रोत्साहित करता है। |
भौगोलिक कवरेज |
191 अर्थव्यवस्थाओं में मुख्य व्यापारिक शहर को कवर किया गया है। |
राष्ट्रीय और स्थानीय विनियमनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए वर्ष 2026 तक 180 अर्थव्यवस्थाओं तक विस्तार की योजना है। |
सार्वजनिक सेवाएँ |
सार्वजनिक सेवाओं पर सीमित ध्यान। |
सार्वजनिक सेवाओं और उनकी परिचालन दक्षता का स्पष्ट मूल्यांकन करता है। |
क्रॉस-कटिंग थीम्स |
इसमें विशिष्ट विषय शामिल नहीं थे। |
डिजिटल अपनाने, पर्यावरणीय स्थिरता और लैंगिक समानता पर ध्यान केंद्रित करता है। |
परिणामों का उपयोग |
मुख्य रूप से विनियामक बेंचमार्किंग और सुधार प्रेरणा के लिये। |
सुधार, पारदर्शिता और डेटा पुनरुत्पादन के लिये कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। |
कार्यप्रणाली अद्यतन |
समय के साथ मामूली अद्यतन के साथ स्थैतिक कार्यप्रणाली। |
गतिशील कार्यप्रणाली जो रोलआउट से प्राप्त फीडबैक और सबक के आधार पर विकसित होती है। |
B-रेडी रिपोर्ट 2024 के वैश्विक निष्कर्ष क्या हैं?
- सार्वजनिक सेवाओं में अंतर: अर्थव्यवस्थाएँ अक्सर कड़े नियम बनाती हैं, लेकिन उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिये आवश्यक सार्वजनिक सेवाएँ प्रदान करने में विफल रहती हैं, जिससे एक महत्त्वपूर्ण "सार्वजनिक सेवाओं में अंतर" उत्पन्न होता है।
- आय स्तरों में समावेशिता: रवांडा, जॉर्जिया और कोलंबिया जैसी उच्च प्रदर्शन वाली अर्थव्यवस्थाएँ साबित करती हैं कि मज़बूत विनियामक ढाँचे तथा परिचालन दक्षता आय स्तरों में प्राप्त की जा सकती है।
- डिजिटल और पर्यावरण संबंधी अभ्यास: डिजिटल उपकरणों को एकीकृत करने वाली और हरित पहलों को प्राथमिकता देने वाली अर्थव्यवस्थाएँ उच्च स्कोर प्राप्त करती हैं, जो आधुनिक अभ्यासों के महत्त्व को दर्शाता है।
- संतुलित विकास की आवश्यकता: एस्टोनिया और सिंगापुर जैसी उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाएँ भी कराधान और विवाद समाधान जैसे क्षेत्रों में सुधार की गुंज़ाइश रखती हैं, साथ ही सुधारों की सार्वभौमिक आवश्यकता पर बल देती हैं।
थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की भारत-विशिष्ट टिप्पणियां
- भारत ने वर्ष 2024 B-रेडी रिपोर्ट में भाग नहीं लिया। हालाँकि, थिंक टैंक GTRI द्वारा भारत-विशिष्ट कुछ टिप्पणियाँ की गई हैं।
- व्यवसाय प्रविष्टि में मध्यम स्कोर: भारत की व्यवसाय पंजीकरण प्रणाली अधिक समय लेने वाली है तथा इसमें पूर्ण डिजिटल एकीकरण का अभाव है।
- सिंगापुर जैसे देशों ने न्यूनतम लागत पर एक दिन में ऑनलाइन पंजीकरण कराकर वैश्विक मानक स्थापित किया है।
- श्रम विनियमन में चुनौतियाँ: चार श्रम संहिताओं को लागू करने के बावजूद, भारत को राज्यों में धीमी और असमान कार्यान्वयन का सामना करना पड़ रहा है, जिससे श्रम बाज़ार का लचीलापन और अनुपालन सहजता प्रभावित हो रही है।
- व्यापार अकुशलताएँ: भारत की सीमा शुल्क प्रक्रियाएँ विलंब, असंगत प्रवर्तन और उच्च रसद लागतों से ग्रस्त हैं, जबकि जर्मनी और सिंगापुर व्यापार सुगमता में उत्कृष्ट हैं।
- व्यावसायिक स्थान में कम स्कोर: नियामक विसंगतियाँ और अनुमोदन में देरी से व्यावसायिक सुविधाओं की स्थापना में बाधा आती है, जिससे निवेश निर्णय प्रभावित होते हैं।
- सकारात्मक पहलू: भारत से B-रेडी के तीन प्रमुख स्तंभों में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है, जिससे परिचालन और नियामक क्षेत्रों में इसकी मज़बूती देखने को मिलेगी।
बिज़नेस रेडी (B-रेडी) रिपोर्ट 2024 में क्या सिफारिशें हैं?
- व्यावसायिक परिचालन को सुव्यवस्थित करना: सिंगापुर की एकल-दिवसीय पंजीकरण प्रणाली जैसे मॉडलों से प्रेरित होकर, विलंब और लागत को कम करने तथा दक्षता बढ़ाने के लिये व्यावसायिक पंजीकरण, विनियामक अनुमोदन और सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को सरल और डिजिटल बनाना है।
- सार्वजनिक सेवाओं और डिजिटल परिवर्तन को मज़बूत करना: अनुपालन और परिचालन दक्षता में सुधार के लिये डिजिटल उपकरणों को बढ़ावा देते हुए कर पोर्टल, उपयोगिता पहुँच और विवाद समाधान तंत्र जैसी प्रमुख सार्वजनिक सेवाओं में निवेश करना।
- स्थिरता और समावेशिता को बढ़ावा देना: ऐसी नीतियाँ विकसित करना जो पर्यावरण की दृष्टि से सतत् व्यावसायिक प्रथाओं को प्रोत्साहित करना और समावेशिता को बढ़ावा देने तथा वैश्विक जलवायु लक्ष्यों के साथ संरेखित करने हेतु लिंग-संवेदनशील विनियमों को लागू करना।
- सहकर्मी शिक्षण और सहयोग को सुविधाजनक बनाना: अर्थव्यवस्थाओं को ज्ञान साझा करने और नियामक एवं परिचालन ढाँचे में नवीन प्रथाओं को अपनाने के लिये सिंगापुर, रवांडा और एस्टोनिया जैसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले देशों से सीखने हेतु प्रोत्साहित करना।
- अनुकूलित सुधार अपनाना: समावेशी और संतुलित आर्थिक विकास के लिये वैश्विक मानकों का पालन करते हुए विशिष्ट स्थानीय चुनौतियों का समाधान करने वाले अनुकूलित नीति ढाँचे तैयार करना।
दृष्टि मेन्स प्रश्न प्रश्न: बिज़नेस रेडी (B-रेडी) रिपोर्ट 2024 का क्या महत्त्व है तथा वैश्विक व्यापार सुगमता आकलन (B-रेडी इंडेक्स) करने में यह पिछली ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट से किस प्रकार भिन्न है? |
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQs)प्रारंभिक:प्रश्न: 'व्यापार सुगमता सूचकांक (Ease of Doing Business Index)' में भारत की रैंकिंग समाचार-पत्रों में कभी-कभी दिखती है। निम्नलिखित में से किसने इस रैंकिंग की घोषणा की है? (2016)
उत्तर: (c) |