बारबाडोस: दुनिया का सबसे नया गणराज्य | 01 Dec 2021
प्रिलिम्स के लिये:राष्ट्रमंडल देश, कैरिबियन समुदाय, बारबाडोस, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन मेन्स के लिये :बारबाडोस: दुनिया का सबसे नया गणराज्य, भारत और बारबाडोस संबंध |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बारबाडोस (Barbados) ने आधिकारिक तौर पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) को अपने राष्ट्र के प्रमुख पद से हटा दिया है और देश के ब्रिटिश उपनिवेश बनने के लगभग 400 वर्षों बाद दुनिया का सबसे नया गणराज्य बन गया है।
- कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र अपनी स्वतंत्रता के 55 वर्षों बाद ब्रिटेन से अलग होकर औपनिवेशिक शासन के प्रभाव से मुक्त हो पाया।
- हालाँकि बारबाडोस 54 राष्ट्रमंडल देशों में से एक बना रहेगा।
प्रमुख बिंदु
- परिचय:
- बारबाडोस (Barbados):
- अवस्थिति: यह दक्षिण-पूर्वी कैरेबियन सागर में एक छोटा सा द्वीप देश है।
- पड़ोसी देश: इसके पड़ोसी देशों में उत्तर में सेंट लूसिया, पश्चिम में सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस तथा दक्षिण में त्रिनिदाद एवं टोबैगो शामिल हैं।
- राजधानी: ब्रिज़टाउन (Bridgetown)
- स्वतंत्रता: 30 नवंबर, 1966 को बारबाडोस ने स्वतंत्रता प्राप्त की।
- नेतृत्व:
- डेम सैंड्रा प्रुनेला मेसन (Dame Sandra Prunella Mason) बारबाडोस की वर्तमान राष्ट्रपति हैं।
- मिया अमोर मोटली (Mia Amor Mottley) बारबाडोस की वर्तमान प्रधानमंत्री हैं।
- कैरेबियन समुदाय (Caribbean Community- CARICOM) का हिस्सा: बारबाडोस कैरिबियन समुदाय (CARICOM) का हिस्सा है, जिसका गठन 1973 में किया गया था।
- बारबाडोस का इतिहास:
- बारबाडोस पहली बार 1625 में एक ब्रिटिश उपनिवेश बना। यह 400 से अधिक वर्षों तक ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा रहा, व्यापार, वाणिज्य और शोषण जैसी गतिविधियों को ब्रिटिश वाणिज्यवाद और उपनिवेशवाद ने सदियों से बढ़ावा दिया।
- कैरेबियन इतिहास कुछ सबसे संस्थागत और अदृश्य भयावहता (दासता, गिरमिटिया मज़दूर, लोकतंत्र की कमी) का गढ़ था।
- बारबाडोस (Barbados):
- भारत और बारबाडोस संबंध:
- साझा मंच: भारत और बारबाडोस घनिष्ठ और सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं और संयुक्त राष्ट्र (UN), राष्ट्रमंडल व गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों में सक्रिय रूप से वार्ताओं में हिस्सा लेते हैं।
- बारबाडोस अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) का भी हस्ताक्षरकर्त्ता है और उसने जनवरी 2021 में इसकी पुष्टि की है।
- वायुसेवा समझौता: भारत और बारबाडोस ने वर्ष 2015 में नागरिकों हेतु यात्रा व्यवस्था और दोनों देशों के बीच सीधे हवाई संपर्क एवं चार्टर्ड उड़ानों के संचालन के लिये वायुसेवा समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- भारत और बारबाडोस के बीच पहली बार विदेश कार्यालय परामर्श (Foreign Office Consultations- FOC) का आयोजन वर्ष 2015 में ब्रिजटाउन, बारबाडोस में किया गया था।
- UNSC रिफॉर्म्स: वर्ष 2007 में बारबाडोस द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर G-4 प्रस्ताव का समर्थन किया।
- बारबाडोस द्वारा वर्ष 2011-12 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट के लिये भारत की उम्मीदवारी के पक्ष में मतदान किया गया तथा सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट हेतु भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया।
- द्विपक्षीय व्यापार:
- निर्यात (12.76 मिलियन अमेरिकी डाॅलर, वर्ष 2019-20): भारतीय निर्यात में वाहन, फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा, लोहा और इस्पात, जैविक रसायन आदि शामिल हैं।
- आयात (1.48 मिलियन अमेरिकी डाॅलर, वर्ष 2019-20): भारतीय आयात में विद्युत मशीनरी, ऑप्टिकल फोटोग्राफी, सिनेमैटोग्राफिक उपकरण शामिल हैं।
- खेल और संस्कृति:
- दोनों देशों के मध्य क्रिकेट के ज़रिये मज़बूत संबंध होने के कारण पूर्व और वर्तमान समय के कई बारबेडियन क्रिकेटर भारतीय खेल प्रशंसकों में काफी प्रसिद्ध हैं।
- कई बारबेडियन क्रिकेटर इंडियन प्रीमियर लीग टीमों के सदस्य हैं।
- भारतीय समुदाय:
- भारतीय मूल के लगभग 2500 लोग बारबाडोस में निवास करते हैं और उनमें से अधिकांश ने वहाँ की राष्ट्रीयता प्राप्त कर ली है।
- साझा मंच: भारत और बारबाडोस घनिष्ठ और सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं और संयुक्त राष्ट्र (UN), राष्ट्रमंडल व गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों में सक्रिय रूप से वार्ताओं में हिस्सा लेते हैं।
राष्ट्रमंडल:
- यह उन देशों का एक अंतर्राष्ट्रीय अंतर-सरकारी संगठन है जो ज़्यादातर ब्रिटिश साम्राज्य और उस पर निर्भर क्षेत्र थे।
- इसकी स्थापना वर्ष 1949 में लंदन घोषणापत्र द्वारा की गई थी।
- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय राष्ट्रमंडल की प्रमुख हैं।
- वर्तमान में 54 देश इसके सदस्य हैं। यह सदस्यता स्वतंत्र और समान स्वैच्छिक सहयोग पर आधारित है।
- यह 2.5 अरब लोगों का आश्रय स्थल है, इसमें उन्नत अर्थव्यवस्थाएंँ और विकासशील देश दोनों शामिल हैं।
- वर्ष 2009 में राष्ट्रमंडल में शामिल होने वाला अंतिम देश रवांडा था।
- राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक को राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की द्विवार्षिक शिखर बैठक कहा जाता है।