अंतर्राष्ट्रीय संबंध
हैती के राष्ट्रपति की हत्या
- 10 Jul 2021
- 9 min read
प्रिलिम्स के लिये:हैती की भौगोलिक अवस्थिति,अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन, यूनेस्को, विश्व सीमा शुल्क संगठन मेन्स के लिये:हैती में राजनीतिक अस्थिरता का कारण, वर्तमान में भारत-हैती संबंधों की स्थिति |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में हैती के राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की ‘पोर्ट-औ-प्रिंस’ हैती में उनके निजी आवास पर हत्या कर दी गई।
प्रमुख बिंदु:
हैती:
- हैती कैरेबियन सागर में स्थित एक देश है जिसमें पश्चिमी हिस्पानियोला द्वीप का तीसरा हिस्सा और गोनावे, टोर्टु (टोर्टुगा), ग्रांडे केई तथा वाचे जैसे छोटे द्वीप शामिल हैं। इसकी राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस है।
- इसकी लगभग पूरी आबादी अफ्रीकी गुलामों के वंशजों की है, इसने वर्ष 1804 में फ्राँस से स्वतंत्रता प्राप्त की, यह संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद अमेरिका में दूसरा देश बना, जिसने खुद को औपनिवेशिक शासन से मुक्त किया।
- यह दुनिया का पहला स्वतंत्र अश्वेत नेतृत्व वाला गणतंत्र है।
- यह लगभग दो शताब्दियों तक स्पेनिश औपनिवेशिक शासन और एक सदी से अधिक फ्राँसीसी शासन के अधीन रहा।
- हालाँकि सदियों से आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक कठिनाइयों के साथ-साथ कई प्राकृतिक आपदाओं ने हैती को गरीबी और अन्य गंभीर समस्याओं से घेर रखा है।
- यह पश्चिमी गोलार्द्ध का सबसे गरीब देश है, विदेशी हस्तक्षेप, आर्थिक शोषण और तानाशाही शासन इसका एक दर्दनाक इतिहास रहा है।
हालिया अस्थिरता:
- हैती की नवीनतम राजनीतिक अस्थिरता जोवेनल मोइस (Jovenel Moise) के राष्ट्रपति पद के विवाद के इर्द-गिर्द घूमती है। उन्हें 2016 में पाँच वर्ष के कार्यकाल के लिये चुना गया था, लेकिन चुनाव परिणामों पर विवाद के कारण उन्होंने अगले वर्ष तक पदभार नहीं संभाला।
- जोवेनेल मोइस के प्रशासन के तहत हैती में राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति और खराब हो गई।
- जोवेनल मोइस ने प्रभावी रूप से कहा कि यह उन्हें सत्ता में एक और वर्ष बने रहने का हकदार बनाता है, इस दावे को हैती के विपक्ष ने खारिज कर दिया।
- फरवरी 2021 में जब मोइस के विरोधियों ने कहा कि उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है, तो उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया। जोवेनल मोइस ने इसे तख्तापलट का प्रयास बताया और 23 विरोधियों को गिरफ्तार किया गया।
- उस अवधि के दौरान अपहरण, बलात्कार तथा हत्या जैसे अपराधों में वृद्धि हुई है क्योंकि प्रतिद्वंद्वी गिरोह हैती की सड़कों पर नियंत्रण के लिये एक-दूसरे के साथ तथा पुलिस से झड़प करते रहे।
- मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं ने जोवेनल मोइस की सरकार पर प्रतिद्वंद्वी गिरोह से संबंध रखने का आरोप लगाया है।
- अब तक इस वर्ष में कम-से-कम 278 हाईटियन गिरोह से संबंधित लोग हिंसा में मारे गए हैं।
- अप्रत्याशित स्तर की हिंसा एवं उसके उपरांत होने वाला विस्थापन कई गौण मुद्दों को जन्म दे रहा है।
भारत-हैती संबंध
राजनीतिक:
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हैती के साथ भारत के संबंध मैत्रीपूर्ण रहे हैं, हालांँकि दोनों देशों के बीच बातचीत सीमित स्तर पर ही रही है।
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सितंबर 1996 में भारत द्वारा हैती के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये गए। अक्तूबर 2014 में हैती ने नई दिल्ली में अपना एक मानद वाणिज्य दूत नियुक्त किया।
- अगस्त 1995 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations- UN) के तत्वावधान में एक शांति मिशन पर 140 सदस्यीय केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल ( (Central Reserve Police Force- CRPF) की टुकड़ी को हैती भेजा था।
- अक्तूबर 2008 में अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के तहत हैती में सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण वातावरण की स्थापना करने के लिये भारत द्वारा गठित एक 140 सदस्यीय पुलिस इकाई (Formed Police Unit- FPU) संयुक्त राष्ट्र के स्थिरीकरण मिशन (मोनुस्को) में शामिल हुई।
- जुलाई 2019 में हैती में तैनात FPU की अंतिम इकाई को मोनुस्को मिशन के पूरा होने पर बुला लिया गया।
- हैती सरकार ने हाल के दिनों में बहुपक्षीय स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice- ICJ), यूनेस्को (UNESCO), अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (International Maritime Organization) और विश्व सीमा शुल्क संगठन (World Customs Organization- WCO) के चुनावों सहित विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के चुनावों में भारतीय उम्मीदवारों का समर्थन किया है।
व्यापार:
- हैती के साथ भारत का व्यापार अभी सीमित ही है लेकिन हाल के वर्षों में भारतीय निर्यात में बढ़ोतरी हुई है।
- वर्ष 2018-19 के अंत तक दोनों देशों के मध्य दोतरफा व्यापार 93.10 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
- हैती को निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में फार्मास्युटिकल सामान, कपड़ा, रबर उत्पाद, सौंदर्य प्रसाधन और प्लास्टिक एवं लिनोलियम उत्पाद शामिल हैं।
- भारत ने कम विकसित देश अर्थात् विकाशील देशों हेतु एक विशेष संकेतक के रूप में हैती के उत्पादों के लिये शुल्क मुक्त पहुँच प्रदान की हुई है।
शैक्षिक:
- भारत ने भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (ITEC) कार्यक्रम के तहत हैती (Haiti) को सहायता प्रदान की है।
- ITEC कार्यक्रम भारत में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने, विदेशों में भारतीय विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्ति, आपदा राहत हेतु सहायता, उपहार में उपकरण देने, अध्ययन दौरे और व्यवहार्यता अध्ययन/परामर्श सेवाएंँ प्रदान करता है।
- हैती के (Haitian) राजनयिक भी नियमित अंतराल पर विदेशी राजनयिकों के लिये व्यावसायिक पाठ्यक्रमों (Professional Course for Foreign Diplomats- PCFD) का लाभ उठाते रहे हैं।
- PCFD राजनयिकों के प्रशिक्षण के क्षेत्र में अर्जित ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने में अपने मित्र देशों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
- हैती की अशिक्षित महिलाओं ने राजस्थान के बेयरफुट कॉलेज (Barefoot College in Rajasthan) में सौर ऊर्जा संचयन का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
आपदा राहत:
- भारत ने नवंबर 2007 में नोएल (Noel) तूफान से हुई क्षति के लिये हैती को मानवीय सहायता के रूप में 50,000 डॉलर मूल्य की दवाएँ दान कीं।
- जनवरी 2010 में 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राहत सहायता दी गई थी। वर्ष 2011 तक तीन वर्षों के लिये वार्षिक 5,00,000 अमेरिकी डॉलर की राहत भी प्रदान की गई थी।
- भारत ने अक्तूबर 2016 में तूफान मैथ्यू (Mathew) के बाद हैती को 2,50,000 अमेरिकी डॉलर की आपातकालीन वित्तीय सहायता भी प्रदान की।
भारतीय समुदाय:
- हैती में भारतीय समुदाय छोटा है। इसमें करीब 70 सदस्य शामिल हैं और लगभग सभी भारतीय पासपोर्ट धारक हैं।
- उनमें से कई पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर, तकनीशियन हैं। कुछ निजी कारोबार में भी संग्लग्न हैं।