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भारत में आशा कार्यकर्त्ता

  • 17 Mar 2025
  • 8 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

चर्चा में क्यों? 

केरल में मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं (आशा) ने उच्च वेतन और सेवानिवृत्ति लाभ की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

आशा कार्यकर्त्ता कौन हैं?

  • परिचय: आशा (ASHA) कार्यकर्त्ता सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवक हैं, जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM), 2005 के अंतर्गत नियुक्त किया गया है।
    • वर्ष 2013 में NRHM का राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NUHM) के साथ विलय कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) का गठन किया गया।
    • आशा कार्यकर्त्ता स्वास्थ्य सेवा की सुलभता में सुधार के लिये समेकित बाल विकास योजना (ICDS) के अंतर्गत आँगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं (AWW) के साथ मिलकर काम करती हैं।
    • आशा एक स्थानीय महिला (उम्र 25-45 वर्ष) होती है, जो अधिमानतः विवाहित, विधवा या तलाकशुदा होती है, तथा जिसकी शिक्षा कम से कम 10वीं कक्षा तक होती है। NHM उन्हें स्वयंसेवक मानता है, तथा उनकी आय को कार्य-आधारित प्रोत्साहन तक सीमित रखता है।
      • प्रति 1,000 व्यक्तियों पर एक आशा कार्यकर्त्ता कार्यरत है, जिनकी संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में 9.2 लाख तथा शहरी क्षेत्रों में 79,900 है (वर्ष 2022-23)।
  • आशा कार्यकर्त्ताओं की प्रमुख ज़िम्मेदारियाँ: प्रसवपूर्व जाँच और प्रसवोत्तर देखभाल सुनिश्चित करना, साथ ही माताओं को स्तनपान और शिशु पोषण के बारे में शिक्षित करना। 
    • आशा कार्यकर्त्ता टीकाकरण, तपेदिक (TB) उपचार, मलेरिया जाँच और बीमारी की रोकथाम में सहायता करती हैं। इसके अतिरिक्त, वे बुनियादी स्वास्थ्य सेवा, आवश्यक दवाइयाँ, प्राथमिक उपचार प्रदान करती हैं और जन्म और मृत्यु की रिपोर्ट करती हैं।
  • आशा कार्यकर्त्ताओं की चिंताएँ: आशा कार्यकर्त्ताओं को कम (लगभग 5000-15000 रुपए) और अनियमित भुगतान का सामना करना पड़ता है, उन्हें केवल नाममात्र मानदेय और कार्य-आधारित प्रोत्साहन मिलता है जो राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है और प्रायः वित्त पोषण के मुद्दों और केंद्र-राज्य विवादों के कारण विलंब होता है। 
    • कोविड-19 के दौरान उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के बावजूद, जिसके लिये उन्हें वर्ष 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का विश्व स्वास्थ्य लीडर्स पुरस्कार प्राप्त हुआ, उनका संघर्ष जारी है। 
      • उन्हें सरकारी कर्मचारी के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता है, जिससे वह निश्चित वेतन, पेंशन, ग्रेच्युटी, भविष्य निधि और चिकित्सा बीमा से वंचित रह जाते हैं, हालाँकि आंध्र प्रदेश जैसे कुछ राज्य आशा कार्यकर्ताओं को ग्रेच्युटी प्रदान करते हैं। 
      • श्रम पर 2020 की संसदीय स्थायी समिति ने उनकी भूमिकाओं को औपचारिक किये जाने की सिफारिश की, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। 
    • आशा कार्यकर्त्ता, जो अधिकतर हाशियाई पृष्ठभूमि से होती हैं, को भी कार्यबल में लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

आशा कार्यकर्ताओं का सशक्तीकरण किस प्रकार किया जा सकता है?

  • औपचारिकीकरण: आशा कार्यकर्त्ताओं को सरकारी कर्मचारी अथवा सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 के तहत रोज़गार लाभ के साथ संविदा कर्मचारी के रूप में मान्यता देने से यह सुनिश्चित होगा कि उन्हें आवश्यक श्रम अधिकार और सुरक्षा प्राप्त होगी।
  • कौशल विकास: आशा कार्यकर्त्ताओं के कौशल को उन्नत करने और उच्च स्वास्थ्य देखभाल भूमिकाओं (जैसे, सहायक नर्स और दाइयों) में स्थानांतरित होने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान किया जाना चाहिये।
  • वित्तीय सुरक्षा: बढ़ती महँगाई के साथ, आशा कार्यकर्त्ताओं को वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता है। प्रोत्साहन के साथ एक निश्चित वेतन से स्थिरता सुनिश्चित होगी, जबकि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) से भुगतान में होने वाले विलंब का समाधान होगा, जिससे उन्हें वित्तीय संकट के बिना स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM)

  • NHM का उद्देश्य सतत् विकास लक्ष्य 3 (अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण) की ओर बढ़ते हुए गुणवत्तापूर्ण, संवहनीय और न्यायसंगत स्वास्थ्य सेवाओं तक सार्वभौम पहुँच सुनिश्चित करना है।
  • NHM, जिसे वर्ष 2026 तक विस्तारित किया गया है और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया गया है, ग्रामीण बुनियादी ढाँचे, कार्यबल और सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, सुलभ और संवहनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सहायता प्रदान करता है।

और पढ़ें: आशा कार्यकर्त्ता और संबंधित चुनौतियाँ

दृष्टि मेन्स प्रश्न:

प्रश्न. चर्चा कीजिये कि आशा कार्यकर्त्ता भारत में सतत् विकास लक्ष्य 3 को प्राप्त करने में किस प्रकार योगदान देते हैं।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के संदर्भ में प्रशिक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता ‘आशा’ के कार्य निम्नलिखित में से कौन-से हैं? (2012)

  1. स्त्रियों को प्रसवपूर्व देखभाल जाँच के लिये स्वास्थ्य सुविधा केंद्र साथ ले जाना। 
  2. गर्भावस्था के प्रारंभिक संसूचन के लिये गर्भावस्था परीक्षण किट का उपयोग करना। 
  3. पोषण एवं टीकाकरण पर जानकारी प्रदान करना। 
  4. बच्चे का प्रसव कराना

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a)केवल 1, 2 और 3
(b)केवल 2 और 4
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4

उत्तर: (a)

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