एनटीपीसी की जैव विविधता नीति | 01 Jun 2022
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NTPC लिमिटेड) ने जैवविविधता के संरक्षण, बहाली और वृद्धि के लिये एक व्यापक दृष्टि व मार्गदर्शक सिद्धांत स्थापित करने के लिये नवीनीकृत जैवविविधता नीति 2022 जारी की है।
- यह एनटीपीसी की पर्यावरण नीति का एक अभिन्न अंग है और इसके उद्देश्य पर्यावरण और स्थिरता नीतियों के साथ संरेखित हैं।
नीति के उद्देश्य
- जैवविविधता लक्ष्य प्राप्त करने के लिये पेशेवरों की सहायता :
- इस नीति को NTPC समूह के सभी पेशेवरों को इस क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्यों की उपलब्धि में योगदान करने में मदद के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- NTPC हमेशा उच्चतम जैवविविधता मूल्य वाले क्षेत्रों में संचालन से बचने और विवेकपूर्ण रूप से परियोजना स्थलों का चयन करने के बारे में सचेत रहा है।
- कंपनी के प्रयासों को और मज़बूत किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसके वर्तमान में संचालित किसी भी साइट पर जैवविविधता नष्ट न हो तथा जहांँ भी संभव हो एक शुद्ध सकारात्मक संतुलन बना रहे।
- इस नीति को NTPC समूह के सभी पेशेवरों को इस क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्यों की उपलब्धि में योगदान करने में मदद के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- जैवविविधता की अवधारणा को मुख्यधारा में लाना:
- इसका मुख्य उद्देश्य NTPC की मूल्य शृंखला में जैवविविधता की अवधारणा को मुख्यधारा में लाना है।
- इसका उद्देश्य सभी निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में जैवविविधता के सतत् प्रबंधन के लिये एक एहतियाती दृष्टिकोण अपनाना है ताकि NTPC की व्यावसायिक इकाइयों में तथा उसके आसपास पृथ्वी की विविधता को सुनिश्चित किया जा सके।
- स्थानीय खतरों को संबोधित करना:
- इस नीति का उद्देश्य कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों से परे जैवविविधता के लिये स्थानीय खतरों पर व्यवस्थित विचार करना भी है।
NTPC द्वारा उठाए गए अन्य संबंधित कदम:
- जागरूकता बढ़ाना:
- NTPC विशेषज्ञों के सहयोग से परियोजना-विशिष्ट और राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के माध्यम से जैवविविधता के बारे में स्थानीय समुदायों, कर्मचारियों तथा इसके सहयोगियों के बीच जागरूकता बढ़ा रहा है।
- सहयोग के माध्यम से:
- एनटीपीसी जैवविविधता के क्षेत्र में स्थानीय समुदायों, संगठनों, नियामक एजेंसियों और राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के अनुसंधान संस्थानों के साथ भी सहयोग कर रहा है।
- कानूनी अनुपालन करना:
- एनटीपीसी अपनी परियोजनाओं की योजना और क्रियान्वयन के दौरान पर्यावरण, वन, वन्य जीवन, तटीय क्षेत्र और हरित क्षेत्र से संबंधित नियमों और विनियमों का पालन करते हुए जैवविविधता के संबंध में कानूनी अनुपालन करेगा।
- संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर:
- एनटीपीसी ने आंध्र प्रदेश के समुद्र तट पर ओलिव रिडले कछुओं के संरक्षण के लिये आंध्र प्रदेश वन विभाग के साथ पाँच वर्ष के समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।
जैवविविधता:
- परिचय:
- यह पौधों, जानवरों, बैक्टीरिया और कवक सहित पृथ्वी पर जीवित प्रजातियों की विविधता को संदर्भित करती है।
- पृथ्वी की जैव विविधता इतनी समृद्ध है कि कई प्रजातियों की खोज की जानी बाकी है, मानव गतिविधियों के कारण कई प्रजातियों को विलुप्त होने का खतरा है, जिससे पृथ्वी की शानदार जैवविविधता खतरे में है।
- महत्त्व:
- जैवविविधता हॉटस्पॉट: भारत के पास विश्व का केवल 2.3% भू-भाग है किंतु यहाॅं वैश्विक जैवविविधता का लगभग 8% पाया जाता है। 36 वैश्विक जैवविविधता हॉटस्पॉट में से चार भारत में हैं।
- आश्चर्यजनक आर्थिक मूल्य: हालाॅंकि जैवविविधता द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं का सटीक आर्थिक मूल्य ज्ञात नहीं हो सकता है, फिर भी एक अनुमान के अनुसार, अकेले भारत के वन प्रतिवर्ष एक ट्रिलियन रुपए से अधिक की सेवाओं का उत्पादन कर सकते हैं।
- इसके अलावा यह कल्पना की जा सकती है कि घास के मैदानों, आर्द्रभूमि, मीठे पानी और समुद्र जैसे प्राकृतिक संसाधनों द्वारा उत्पादित सेवाओं को जोड़ लिया जाए तो इसका मूल्य कितना बढ़ जाएगा।
- प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा: भूमि, नदियों और महासागरों में विभिन्न पारिस्थितिक तंत्र हमारे खाद्य शृंखला को मज़बूत बनाते है, हमें पोषण प्रदान करते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाते हैं एवं हमें पर्यावरणीय आपदाओं से बचाते हैं।
- आध्यात्मिक उत्थान: हमारी जैवविविधता आध्यात्मिक उत्थान के एक सतत् स्रोत के रूप में भी कार्य करती है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक कल्याण से घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है।
- संबंधित पहल:
- भारत:
- इंडिया बिज़नेस एंड बायोडायवर्सिटी इनिशिएटिव (IBBI): यह व्यवसायों और इसके हितधारकों के लिये संवाद साझा करने और सीखने हेतु एक राष्ट्रीय मंच के रूप में कार्य करता है, जो अंततः व्यवसायों में जैवविविधता के स्थायी प्रबंधन को मुख्यधारा में लाता है।
- वैश्विक:
- भारत:
एनटीपीसी लिमिटेड:
- एनटीपीसी 68,961.68 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी बिजली कंपनी है और 2032 तक 130 गीगावाट की क्षमता प्राप्त करने की योजना है।
- 1975 में स्थापित एनटीपीसी का लक्ष्य दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे अच्छी बिजली कंपनी बनना है।
- एनटीपीसी के पास व्यापक पुनर्वास और पुनर्स्थापन व कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) नीतियांँ हैं जो बिजली परियोजनाओं की स्थापना और बिजली उत्पादन के अपने मुख्य व्यवसाय के साथ अच्छी तरह से एकीकृत हैं।
- कंपनी नवोन्मेषी पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों के साथ कई ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को अनुकूलित करके एक सतत् तरीके से प्रतिस्पर्द्धी कीमतों पर विश्वसनीय बिजली का उत्पादन करने के लिये प्रतिबद्ध है, इस प्रकार एनटीपीसी राष्ट्र के आर्थिक विकास और समाज के उत्थान में योगदान दे रहा है।
विगत वर्ष के प्रश्न:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन सा भौगोलिक क्षेत्र की जैवविविधता के लिये खतरा हो सकता है? (2012)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करे सही उत्तर का चयन कीजिये: (a) केवल 1, 2 और 3 उत्तर: A
प्रश्न. जैवविविधता निम्नलिखित तरीकों से मानव अस्तित्व के लिये आधार बनाती है: (2011)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिये: (a) केवल 1, 2 और 3 उत्तर: D व्याख्या:
प्रश्न. निम्नलिखित क्षेत्रों पर विचार कीजिये: (2009)
उपर्युक्त में से कौन-सा/से जैव विविधता हॉटस्पॉट है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (B)
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