सामाजिक न्याय
एड्स, टीबी और मलेरिया हेतु वैश्विक फंंड
- 04 Sep 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत सरकार ने GFTAM के लिये 22 मिलियन अमेरिकी डाॅलर के योगदान की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु:
- भारत ने GFTAM के छठे पुनःपूर्ति चक्र (Replenishment Cycle) वर्ष 2020-22 के लिये 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर के योगदान की घोषणा की है जो भारत द्वारा 5वें पुनःपूर्ति चक्र के दौरान दी गई राशि से से 10% अधिक है।
- भारत ग्लोबल फंंड के छठे पुनःपूर्ति चक्र में योगदान करने वाला G20 और ब्रिक्स देशों में से पहला देश है, इस प्रकार के योगदान से देश भी प्रेरित होंगे।
- एड्स, टीबी और मलेरिया हेतु वैश्विक फंंड (Global Fund for AIDS, TB and Malaria- GFTAM) सार्वभौमिक स्वास्थ्य और इन तीनों बीमारियों की महामारियों से लड़ने हेतु एक समर्पित फंंड है।
- एड्स, टीबी और मलेरिया हेतु वैश्विक फंंड को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ वर्ष 2002 में बनाया गया था।
- यह फंंड सरकारों, नागरिक समाज, तकनीकी एजेंसियों, निजी क्षेत्र और बीमारियों से प्रभावित लोगों के मध्य एक साझेदारी है।