प्रारंभिक परीक्षा
लघु बचत योजनाओं पर ब्याज़ दरें
हाल ही में भारत सरकार ने अक्तूबर-दिसंबर 2022 के लिये कुछ छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज़ दरों में वृद्धि की है।
- 2 वर्ष और 3 वर्ष की सावधि जमा, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और किसान विकास पत्र के लिये दरों में मामूली वृद्धि की गई, जबकि अन्य योजनाओं की दरें अपरिवर्तित रहीं।
लघु बचत योजनाएँ:
- परिचय:
- लघु बचत योजनाएँ केंद्र सरकार द्वारा प्रबंधित बचत साधनों का एक समूह है जिसका उद्देश्य नागरिकों को उनकी ज़्यादा उम्र के बावजूद नियमित रूप से बचत करने के लिये प्रोत्साहित करना है।
- वे लोकप्रिय हैं क्योंकि वे न केवल बैंक सावधि जमा से अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं बल्कि सॉवरेन गारंटी और कर लाभ भी प्रदान करते हैं।
- विभिन्न लघु बचत योजनाओं के तहत प्राप्त सभी जमाराशियों को राष्ट्रीय लघु बचत कोष में जमा किया जाता है। फंड में जमा पैसा केंद्र सरकार द्वारा अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिये उपयोग किया जाता है।
- लघु बचत योजनाएँ केंद्र सरकार द्वारा प्रबंधित बचत साधनों का एक समूह है जिसका उद्देश्य नागरिकों को उनकी ज़्यादा उम्र के बावजूद नियमित रूप से बचत करने के लिये प्रोत्साहित करना है।
- वर्गीकरण:
- डाक जमा:
- बचत जमा, आवर्ती जमा तथा 1, 2, 3 और 5 साल की परिपक्वता के साथ टाइम डिपॉजिट एवं मासिक आय खाता।
- बचत प्रमाण पत्र:
- राष्ट्रीय लघु बचत प्रमाणपत्र (NSC):
- अर्जित ब्याज को हर साल स्वचालित रूप से योजना में पुन: निवेश किया जाता है।
- किसान विकास पत्र (KVP):
- यह योजना सभी के लिये है जिसमे एक बार किये गए निवेश को 124 महीनों में दोगुना किया जाता है जो वार्षिक 6.9% दर के रिटर्न को दर्शाता है।
- राष्ट्रीय लघु बचत प्रमाणपत्र (NSC):
- सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ:
- लोक भविष्य निधि (PPF):
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारत सरकार द्वारा पेश की जाने वाली एक सेवानिवृत्ति बचत योजना है जिसका उद्देश्य सभी को सेवानिवृत्ति पश्चात एक सुरक्षित जीवन प्रदान करना है।
- सुकन्या समृद्धि खाता:
- यह योजना वर्ष 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत विशेष रूप से बालिकाओं के लिये लॉन्च की गई थी।
- इसके तहत 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम से खाता खोला जा सकता है।
- यह योजना प्रतिवर्ष 7.6% की वापसी की गारंटी देती है और आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ के लिये पात्र है।
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना:
- 60 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी वरिष्ठ नागरिक इसका लाभ ले सकता है।
- लोक भविष्य निधि (PPF):
- डाक जमा:
- दरों का निर्धारण:
- छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों का निर्धारण समान परिपक्वता वाले बेंचमार्क सरकारी बॉण्डोंं के अनुरूप तिमाही आधार पर किया जाता है। वित्त मंत्रालय द्वारा समय-समय पर दरों की समीक्षा की जाती है।
- लघु बचत योजना पर गठित श्यामला गोपीनाथ पैनल (वर्ष 2010) ने छोटी बचत योजनाओं के लिये बाज़ार-संबद्ध ब्याज दर प्रणाली का सुझाव दिया था।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
प्रारंभिक परीक्षा
उत्तर प्रदेश में नया टाइगर रिज़र्व
हाल ही में उत्तर प्रदेश (यूपी) ने चित्रकूट ज़िले के रानीपुर वन्यजीव अभयारण्य (RWS) में राज्य के चौथे बाघ अभयारण्य की अधिसूचना को मंज़ूरी दी।
- यह भारत का 53वाँ टाइगर रिज़र्व होगा।
- इसी क्षेत्र में बाघों के संरक्षण के लिये रानीपुर बाघ संरक्षण फाउंडेशन भी स्थापित किया जाएगा।
रानीपुर वन्यजीव अभयारण्य के मुख्य आकर्षण (RWS):
- विषय:
- 1977 में स्थापित RWS में एक भी बाघ नहीं है। हालाँकि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा भारत में बाघों, सह-शिकारियों और शिकार की स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, यह बाघों की आवागमन के लिये एक महत्त्वपूर्ण गलियारा है।
- रानीपुर टाइगर रिज़र्व उत्तर प्रदेश का चौथा टाइगर रिज़र्व होगा।
- यह बुंदेलखंड क्षेत्र में राज्य का पहला टाइगर रिज़र्व होगा।
- वनस्पति:
- यहाँ बाँस, पलाश, खैर, महुआ, धौ, साल, तेंदू आदि के शुष्क पर्णपाती वन हैं।
- जीव:
- यहाँ पर काली बत्तख, चिंकारा, सांभर, चीतल, भालू, तेंदुआ, भेड़िया, जंगली कुत्ता, नीलगाय आदि पे जाते हैं।
- उत्तर प्रदेश के अन्य टाइगर रिज़र्व:
- दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
- पीलीभीत टाइगर रिज़र्व
- अमनगढ़ टाइगर रिज़र्व
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्नप्रश्न: भारतीय अनूप मृग (बारहसिंगा) की उस उपजाति, जो पक्की भूमि पर फलती-फूलती है और केवल घासभक्षी है, के संरक्षण के लिये निम्नलिखित में से कौन-सा संरक्षित क्षेत्र प्रसिद्ध है? (a) कान्हा राष्ट्रीय उद्यान उत्तर: a व्याख्या:
अतः विकल्प A सही है। |
स्रोत: डाउन टू अर्थ
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 30 सितंबर, 2022
अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस
प्रत्येक वर्ष 30 सितंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। आधिकारिक तौर पर पहला अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस वर्ष 2017 में मनाया गया था। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस,2022 की थीम ‘ए वर्ल्ड विदाउट बैरियर’ है। 24 सितंबर, 2017 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक संकल्प पारित कर 30 सितंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस’ घोषित किया। 30 सितंबर को सेंट जेरोम (St. Jerome) की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि स्वरुप चुना गया है। सेंट जेरोम बाइबल अनुवादक (Translator) हैं, जिन्हें अनुवादकों के संरक्षक संत के रूप में जाना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस को मनाने के लिये जारी संकल्प की वकालत इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स (FTI) सहित इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ कॉन्फ्रेंस इंटरप्रेटर्स, क्रिटिकल लिंक इंटरनेशनल, इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल ट्रांसलेटर्स एंड इंटरप्रेटर्स, रेड टी, वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर्स तथा अन्य कई संगठनों ने की। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस मनाने की शुरुआत इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स- एफआईटी ने की थी। एफआईटी की स्थापना वर्ष 1953 में हुई थी और वर्ष 1991 में इस फेडरेशन ने दुनिया भर के अनुवादक समुदायों को एकजुत करने के लिये आधिकारिक तौर पर इस दिवस को मान्यता प्रदान करने के विचार की शुरुआत की।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 30 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किये। वर्ष 2020 का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्रसिद्ध अभिनेत्री आशा पारेख को प्रदान किया गया। श्रेष्ठ फीचर फिल्म पुरस्कार तमिल फिल्म सोरारई पोट्टरू को मिला। हिंदी फिल्म तान्हाजी: द अन्संग वॉरियर को संपूर्ण मनोरंजन के लिये श्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया। अजय देवगन और सूर्या को फिल्म तान्हाजी: द अन्संग वॉरियर एवं सोरारई पोट्टरू (Soorarai Pottru) के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। अर्पणा बालमुरली को सोरारई पोट्टरू के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। सचिदानंद के. आर. को मलयालम फिल्म ए के अय्यपनम कोश्यूम के लिये सर्वश्रेष्ठ निदेशक का पुरस्कार दिया गया। मराठी फिल्म सूमी को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार तथा मनोज मुंतसिर को हिंदी फिल्म साइना के लिये सर्वश्रेष्ठ गीत का पुरस्कार प्रदान किया गया। राहुल देशपांडे को मराठी फिल्म मी बसंतराव के लिये सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक का पुरस्कार एवं ननचंबा को मलयालम फिल्म ए के अय्यपनम कोश्यूम के लिये सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा कन्नड़ फिल्म तालेदंडा को पर्यावरण संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला, बांग्ला फिल्म अभियांत्रिक के लिये सुप्रतिमभोल को सर्वश्रेष्ठ छायांकन का पुरस्कार दिया गया।