प्रारंभिक परीक्षा
बम चक्रवात
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में एक बम चक्रवात ने भारी तबाही मचाई, इसकी वजह से सड़क दुर्घटनाओं के चलते 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
बम चक्रवात (Bomb Cyclone):
- परिचय:
- बम चक्रवात एक तीव्र मध्य अक्षांशीय चक्रवात है, इसके केंद्र में निम्न वायुदाब होता है और इसमें खराब मौसम एवं बर्फीले तूफान से लेकर तेज़ आँधी व भारी वर्षा तक मौसम के कई रूप देखने को मिलते हैं।
- बम चक्रवात को पूर्वानुमानकर्त्ताओं द्वारा हाई अलर्ट पर रखा जाता है क्योंकि यह अत्यधिक हानिकारक प्रभाव उत्पन्न कर सकता है।
- उत्पत्ति के कारण:
- यह तब निर्मित हो सकता है जब ठंडी वायु राशियाँ गर्म वायु राशियों से टकराती हैं जैसे कि गर्म समुद्री जल के ऊपर की वायु। इस तेज़ी से मज़बूत होने वाली मौसम प्रणाली का बनना एक प्रक्रिया है जिसे बॉम्बोजेनेसिस (Bombogenesis) कहा जाता है।
- इसका निर्माण तब होता है जब एक मध्य अक्षांश चक्रवात तेज़ी से बढ़ता है तथा जिसमें 24 घंटों में कम-से-कम 24 मिलीबार की गिरावट आई हो।
- मिलीबार वायुमंडलीय दबाव को मापता है।
- यह तेज़ी से दो वायुराशियों के बीच दबाव अंतर या ढाल को बढ़ाता है जिससे हवा और तेज़ हो जाती है।
बम चक्रवात, हरिकेन से किस प्रकार भिन्न होता है?
- ‘हरिकेन’ (Hurricanes) उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में बनते हैं और गर्म समुद्रों द्वारा संचालित होते हैं। इस कारण से वे गर्मियों के मौसम में काफी आम होते हैं, क्योंकि इस दौरान समुद्री जल गर्म होता है।
- बम चक्रवात आमतौर पर ठंड के दौरान देखने को मिलते हैं, क्योंकि ये चक्रवात ठंडी और गर्म हवा के मिलन के कारण बनते हैं।
- गर्मियों के दौरान आमतौर पर पूरे वातावरण में अधिक ठंडी हवा नहीं होती है; इसका मतलब है कि तब एक बम चक्रवात के उत्पन्न होने की संभावना बहुत कम होती है।
उष्णकटिबंधीय जल में हरिकेन बनते हैं, जबकि बम चक्रवात उत्तर-पश्चिमी अटलांटिक, उत्तर-पश्चिमी प्रशांत और कभी-कभी भूमध्य सागर के ऊपर बनते हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2020)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (c) |
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
प्रारंभिक परीक्षा
वीर बाल दिवस
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित 'वीर बाल दिवस' के ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल हुए।
- 9 जनवरी, 2022 को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों- साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत की स्मृति में 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।
साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बारे में
- साहिबजादे जोरावर सिंह (9) और फतेह सिंह (7) सिख धर्म के सबसे सम्मानित शहीदों में से हैं।
- सम्राट औरंगज़ेब (1704) के आदेश पर मुगल सैनिकों द्वारा आनंदपुर साहिब को घेर लिया गया।
- इस घटना में गुरु गोबिंद सिंह के दो पुत्रों को पकड़ लिया गया।
- मुसलमान बनने पर उन्हें न मारने की पेशकश की गई थी।
- इस पेशकश को उन दोनों ने ठुकरा दिया जिस कारण उन्हें मौत की सज़ा दी गई और उन्हें जिंदा ईंटों की दीवार में चुनवा दिया गया।
- इन दोनों शहीदों ने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने के बजाय मृत्यु को प्राथमिकता दी।
गुरु गोबिंद सिंह:
- परिचय:
- दस सिख गुरुओं में से अंतिम गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर,1666 को पटना, बिहार में हुआ था।
- उनकी जयंती नानकशाही कैलेंडर पर आधारित है।
- गुरु गोबिंद सिंह अपने पिता ‘गुरु तेग बहादुर’ यानी नौवें सिख गुरु की मृत्यु के बाद 9 वर्ष की आयु में 10वें सिख गुरु बने।
- वर्ष 1708 में उनकी हत्या कर दी गई थी।
- दस सिख गुरुओं में से अंतिम गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर,1666 को पटना, बिहार में हुआ था।
- योगदान:
- धार्मिक:
- उन्हें सिख धर्म में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान के लिये जाना जाता है, जिसमें बालों को ढँकने के लिये पगड़ी भी शामिल है।
- उन्होंने खालसा या पाँच 'क' के सिद्धांत की भी स्थापना की।
- पाँच 'क' केश (बिना कटे बाल), कंघा (लकड़ी की कंघी), कड़ा (लोहे या स्टील का ब्रेसलेट), कृपाण (डैगर) और कचेरा (छोटी जाँघिया) हैं।
- ये आस्था के पाँच प्रतीक हैं जिन्हें एक खालसा को हमेशा धारण करना चाहिये।
- उन्होंने खालसा योद्धाओं के पालन करने हेतु कई अन्य नियम भी निर्धारित किये, जैसे- तंबाकू, शराब, हलाल मांस से परहेज आदि। खालसा योद्धा निर्दोष लोगों को उत्पीड़न से बचाने के लिये भी कर्तव्यनिष्ठ थे।
- उन्होंने अपने बाद गुरु ग्रंथ साहिब (खालसा और सिखों की धार्मिक पुस्तक) को दोनों समुदायों का अगला गुरु घोषित किया।
- सैन्य:
- उन्होंने वर्ष 1705 में मुक्तसर की लड़ाई में मुगलों के खिलाफ युद्ध किया।
- आनंदपुर (1704) के युद्ध में गुरु गोबिंद सिंह ने अपनी माँ और दो नाबालिग बेटों को खो दिया, जिन्हें मार डाला गया था। उनका बड़ा बेटा भी युद्ध में मारा गया।
- साहित्यिक:
- उनके साहित्यिक योगदानों में जाप साहिब, बेंती चौपाई, अमृत सवाई आदि शामिल हैं।
- उन्होंने ‘ज़फरनामा’ भी लिखा जो मुगल सम्राट औरंगज़ेब को एक पत्र था।
- धार्मिक:
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रश्न. निम्नलिखित भक्ति संतों पर विचार कीजिये: (2013)
इनमे से कौन उस समय उपदेश देता था/देते थे जब लोदी वंश का पतन हुआ तथा बाबर सत्तारुढ़ हुआ? (a) केवल 1 और 3 उत्तर: (b) व्याख्या:
अतः विकल्प (b) सही उत्तर है। |
स्रोत: पी.आई.बी.
प्रारंभिक परीक्षा
ट्रेडमार्क
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सदर लेबोरेटरीज़ प्राइवेट लिमिटेड (Sadar Laboratories Private Limited) के पंजीकृत ट्रेडमार्क के उल्लंघन के लिये दायर याचिका में हमदर्द लैबोरेटरीज़ (Hamdard Laboratories) के पक्ष में अंतरिम आदेश दिया।
- न्यायालय ने रूह अफज़ा (Rooh Afza) बेचने वाले हमदर्द दवाखाना द्वारा कथित ट्रेडमार्क उल्लंघन के मुकदमे के लंबित रहने के दौरान मीठे पेय पदार्थ 'शरबत दिल अफज़ा (Sharbat Dil Afza)' के निर्माण और बिक्री पर रोक लगा दी है।
न्यायालय का फैसला:
- न्यायालय ने कहा कि रूह अफज़ा ने एक सदी से अधिक समय तक हमदर्द के लिये स्रोत पहचानकर्त्ता के रूप में काम किया है और इसने अपार सद्भावना हासिल की है और यह सुनिश्चित करना आवश्यक था कि यह व्यापार चिह्न से सुरक्षित दूरी बनाए रखे।
- यह कल्पना करना मुश्किल नहीं है कि 'दिल अफज़ा' के लेबल को देखने वाला व्यक्ति 'रूह अफज़ा' के लेबल को याद करेगा क्योंकि 'अफज़ा' शब्द आम है तथा 'रूह' व 'दिल' शब्द का अर्थ अंग्रेज़ी में आमतौर पर संयोजन के रूप में उपयोग किया जाता है।
- दोनों उत्पादों में ‘ गहरा लाल रंग और बनावट’ समान है एवं ‘बोतलों की संरचना भौतिक रूप से भिन्न नहीं है’, इस प्रकार यह आशंका जताई गई है कि "आक्षेपित ट्रेडमार्क की व्यावसायिक छाप भ्रामक रूप से अपीलकर्त्ताओं के ट्रेडमार्क के समान है"।
ट्रेडमार्क:
- ट्रेडमार्क एक संकेत है जो एक उद्यम की वस्तुओं या सेवाओं को अन्य उद्यमों से अलग करने में सक्षम है। ट्रेडमार्क बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) द्वारा संरक्षित हैं।
- भारत में ट्रेडमार्क गतिविधियों का संचालन व्यापार चिह्न अधिनियम, 1999 (Trademark Act, 1999) द्वारा होता है, जिसे वर्ष 2010 में संशोधित किया गया था।
- यह कानूनी रूप से एक उत्पाद या सेवा को अपनी तरह के अन्य सभी उत्पाद से अलग करता है और ब्रांड के स्रोत कंपनी के स्वामित्त्व को मान्यता देता है।
- हालाँकि ट्रेडमार्क की समयसीमा समाप्त नहीं होती है, लेकिन मालिक को उनसे जुड़ी सुरक्षा प्राप्त करने के लिये इसका नियमित उपयोग करना चाहिये।
- यह विशेष रूप से वस्तु या सेवाओं के स्रोत के रूप में किसी विशेष व्यवसाय की पहचान करने वाले मूल के बैज के रूप में कार्य करता है।
- एक पंजीकृत ब्रांड के समान या भ्रामक रूप से समान चिह्न का अनधिकृत उपयोग ट्रेडमार्क का उल्लंघन माना जाता है।
- एक चिह्न को मज़बूत तब कहा जाता है जब वह प्रसिद्ध हो और उसने उच्च कोटि की ख्याति प्राप्त कर ली हो।
- किसी भी ट्रेडमार्क की सुरक्षा का स्तर मार्क की मज़बूती के साथ बदल जाता है, चिह्न जितना मज़बूत होगा, उसकी रक्षा करने की आवश्यकता उतनी ही अधिक होगी।
प्रश्न. TRIPS समझौते का अनुपालन करने के लिये भारत ने वस्तुओं के भौगोलिक संकेत (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 को अधिनियमित किया। "ट्रेड मार्क" और भौगोलिक संकेत के बीच क्या अंतर है/हैं? (2010)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) |
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 27 दिसंबर, 2022
मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2020
केंद्रीय खेल और युवा कार्य मंत्री ने 26 दिसंबर, 2022 को भोपाल में मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2020 के लिये खेल हस्तियों को सम्मानित किया। मलखंभ के लिये वैष्णवी कहार को स्व. प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार 2020 दिया गया। पद्मश्री तथा पूर्व अध्यक्ष इंदौर टेबल टेनिस संघ के अभय छजलानी को लाईफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार 2020 के लिये चुना गया है। इसके अलावा समारोह में विश्वामित्र पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार व एकलव्य पुरस्कार भी शामिल हैं, साथ ही केंद्रीय खेल और युवा कार्य मंत्री एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने खेलो इंडिया युवा खेल 2022 के लोगो का भी अनावरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि ओलंपिक खेलों में पदक प्राप्त करने वाले राज्य के खिलाडियों को उप-पुलिस अधीक्षक, उप-कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया जाएगा। खेलो इंडिया खेल में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के दौरान प्रतिवर्ष पाँच लाख रुपए दिये जाएंगे। भोपाल में बरखेड़ा नाथु के निकट एक अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम बनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में 15 अगस्त, 2023 तक देश में एक हज़ार खेलो इंडिया केंद्र खोले जाएंगे। खेलो इंडिया युवा खेल की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। अब तक दिल्ली, महाराष्ट्र, असम, हरियाणा में इसका आयोजन हो चुका है। 5वें खेलो इंडिया युवा खेल 2023 की मेज़बानी मध्य प्रदेश को मिली है। इसका आयोजन जनवरी-फरवरी, 2023 में किया जाएगा। खेलो इंडिया युवा खेल का आयोजन मध्य प्रदेश के 8 शहरों में किया जाएगा, इसका एक खेल दिल्ली में खेला जाएगा।
मेथनॉल उत्पादन हेतु एनटीपीसी-टेक्निमोंट में समझौता
हाल ही में भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी ‘नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (NTPC Limited) ने इटली स्थित मैयर टेक्निमोंट (Maire Tecnimont) समूह की भारतीय सहायक कंपनी टेक्निमोंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये हैं। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारत में NTPC की परियोजना में वाणिज्यिक पैमाने पर हरित मेथनॉल उत्पादन की सुविधा विकसित करने की संभावना का संयुक्त रूप से मूल्यांकन करना और पता लगाना है। इस हरित मेथनॉल परियोजना में NTPC के विद्युत संयंत्रों से कार्बन प्राप्त करना तथा इसे हरित ईंधन में परिवर्तित करना शामिल है। हरित मेथनॉल में अनुप्रयोगों की एक विस्तृत शृंखला है। इसमें रासायनिक उद्योगों के लिये आधार सामग्री के रूप में उपयोग, नवीकरणीय विद्युत का भंडारण एवं परिवहन ईंधन के रूप में भी उपयोग करना शामिल है। इसे समुद्री ईंधन अनुप्रयोगों के लिये एक स्थानापन्न ईंधन भी माना जाता है। प्रायोगिक पैमाने पर हरित मेथनॉल परियोजना स्थिरता एवं नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर NTPC की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। यह समझौता भारत में ऊर्जा के रूपांतरण में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा।
महामारी की तैयारी का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 27 दिसंबर को महामारी की तैयारी का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day For Epidemic Preparedness) के रूप में चिह्नित किया। पहली बार महामारी की तैयारी का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 27 दिसंबर, 2020 को मनाया गया था। इस दिवस का उद्देश्य सूचनाओं के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना, वैज्ञानिक ज्ञान का प्रसार और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान सुनिश्चित करना है। इससे भविष्य में COVID-19 जैसी परिस्थितियों को रोकने में मदद मिलेगी। COVID-19 का मानव जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। लोगों की सुरक्षा के लिये मज़बूत स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण की आवश्यकता है। महामारी में ज़्यादातर संक्रामक रोग शामिल हैं। इसमें कैंसर एवं हृदय रोग तथा अन्य गैर-संचारी रोग शामिल नहीं हैं। महामारी रोग की वह स्थिति है जो कम समय के भीतर बड़े पैमाने पर लोगों में तेज़ी से फैलती है।