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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 21 May, 2022
  • 7 min read
प्रारंभिक परीक्षा

रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV)

हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया कि रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) के कारण होने वाले निचले श्वसन संक्रमण पांँच साल से कम उम्र के बच्चों में अधिक पाया जाता है।

  • लैंसेट द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यह वर्ष 2019 के दौरान दुनिया में 1,00,000 बच्चों की मौत के लिये ज़िम्मेदार है।

रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) के बारे में:

  • परिचय:
    • RSV एक सामान्य श्वसन वायरस है। 
    • यह अत्यधिक संक्रामक प्रकृति का है, अर्थात्  इसमें लोगों को संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है।
    • इसने फेफड़ों संबंधी संक्रमण को बढ़ा दिया है।
    • यह सामान्यतः 2 से 6 साल के कम उम्र के बच्चों को संक्रमित करता है। 
    • ज़्यादातर मामलों में इसमें सामान्य सर्दी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन चरम स्थिति में यह निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस में परिवर्तित हो जाता है।
  • मुख्य निष्कर्ष:
    • वर्ष 2019 में छह वर्ष से कम आयु के 45000 से अधिक शिशुओं की मृत्यु की जानकारी मिली थी।
    • RSV से संक्रमित संपूर्ण विश्व में हर पांँच में से एक बच्चे की मौत हुई है। 
    • छह महीने और उससे कम उम्र के बच्चे इस वायरस की चपेट में सबसे ज़्यादा आते हैं।
    • शोध के अनुसार, भारत में वार्षिक घटना दर प्रति 1,000 बच्चों (5.3%) पर 53 है, पांँच साल से कम उम्र के बच्चों में RSV के लगभग 61,86,500 मामले निचले श्वसन संक्रमण से संबंधित हैं।
      • RSV के कारण निम्न और मध्यम आय वाले देशों में पांँच साल से कम उम्र के 97 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु हो गई

Syncytial-Virus

रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस का इलाज:

  • RSV संक्रमण का कोई विश्वसनीय इलाज उपलब्ध नहीं है।
  • वैज्ञानिक, सरकार और संबंधित प्राधिकरण शिशुओं एवं बच्चों के जीवन को बचाने के लिये उपयुक्त दवा और टीकाकरण का पता लगाने के लिये इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 मई, 2022

आतंकवाद विरोधी दिवस

भारत में प्रतिवर्ष 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti-Terrorism Day) मनाया जाता है। इसे राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने, आतंकवाद की घटनाओं में कमी लाने और सभी जातियों, पंथों आदि के लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिये मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य आतंकवादियों द्वारा की जाने वाली हिंसा के खिलाफ लोगों को जागरूक करना, साथ ही युवाओं पर पड़ने वाले आतंकवाद के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देना है। ज्ञातव्य है कि 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में आतंकवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) द्वारा ह्यूमन बम या सुसाइड बम के ज़रिये पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद ही आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने का फैसला लिया गया था।

निखत ज़रीन

भारतीय महिला बॉक्सर निखत ज़रीन ने गुरुवार को 52 किग्रा. कैटेगरी में थाईलैंड की जिटपॉन्ग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से हराकर वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (World Boxing Championship) में गोल्ड मेडल जीता। 25 साल की निखत ज़रीन 5वीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बॉक्सिंग लीजेंड मैरीकॉम ने इस चैंपियनशिप में 6 बार गोल्ड  मेडल जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। इस चैंपियनशिप में मैरीकॉम, निखत के अलावा सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा सी. भी गोल्ड जीत चुकी हैं।

अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस

संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 दिसंबर, 2019 को '21 मई' को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया है। वर्ष 2022 की अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस की थीम है- "चाय और निष्पक्ष व्यापार।" वस्तुतः दुनिया भर में चाय उत्पादक देश वर्ष 2005 से प्रतिवर्ष 15 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाते थे लेकिन तब तक इसे संयुक्त राष्ट्र की ओर से मान्यता नहीं प्रदान की गई थी। इसे लेकर भारत सरकार ने बड़ी पहल की और वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के माध्यम से आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा जिसे स्वीकार कर लिया गया। ज्ञातव्य है कि चाय के उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है, जबकि उपभोग के मामले में यह पहले स्थान पर है। 

BA.4 ओमीक्रोन वेरिएंट

हाल ही में कोरोना के घटते मामलों के बीच भारत में एक नए वेरिएंट ‘BA.4 ओमीक्रोन वेरिएंट’ ने दस्तक दे दी है। बता दें कि BA.4 ओमीक्रोन वेरिएंट का पहला केस हैदराबाद में सामने आया है. इस वेरिएंट के मिलने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि देश के अन्य भागों में भी इस वेरिएंट के मामले मिल सकते हैं। इस वेरिएंट का पता कोविड-19 जिनोमिक सर्विलांस प्रोग्राम के माध्यम से लगाया गया है। हाल ही में एक अध्ययन में बताया गया है कि ओमीक्रोन एवं डेल्टा आपस में जुड़ गए हैं जिसे डेल्टाक्रोन नाम दिया गया है। इसी तरह ओमीक्रोन भी अपने सब-वेरिएंट से जुड़ गया है, जिसे BA.4 नाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि अब तक विश्व भर में BA.4 की उपस्थिति बहुत कम है। BA.4 ओमीक्रोन का उप-संस्करण है। इसे यूरोपियन सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा BA.5 वेरिएंट के साथ चिंता का एक प्रकार घोषित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, बीए.4 की उत्पत्ति बीए.1 और बीए.3 के मिश्रण से हुई है।


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