प्रारंभिक परीक्षा
तकनीकी हस्तांतरण के लिये HAL का HENSOLDT के साथ करार
जैसा कि चीन सीमा और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत अपनी निगरानी क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिये 30 MQ-9B ड्रोन खरीदने के मामले में सुर्खियों में है, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अमेरिका के MQ-9B रिमोटली पाइलेटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम इंजनों के लिये रखरखाव, मरम्मत और जाँच (MRO) सेवाएँ प्रदान करेगा। ।
- एक अन्य घोषणा में HAL और जर्मनी स्थित HENSOLDT ने भारतीय हेलीकाॅप्टरों के लिये बाधा निवारण प्रणाली (Obstacle Avoidance System- OAS) के डिज़ाइन तथा निर्माण के लिये डिज़ाइन/IPR हस्तांतरण सहित एक सहयोग समझौते की घोषणा की।
MQ-9B सी गार्जियन:
- MQ-9B सी गार्जियन ने समुद्री डोमेन जागरूकता में स्थिति को बदल दिया है। यह अपनी तरह की पहली मानव रहित हवाई प्रणाली है जो नौसेना की खुफिया, निगरानी तथा टोही के समर्थन में समुद्र की सतह एवं गहराई में खोज कर सकती है।
- इसे सभी मौसमों में 30 घंटे (कॉन्फिगरेशन के आधार पर) तक सैटकॉम (SATCOM) के माध्यम से क्षितिज पर उड़ान भरने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- अमेरिका की जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स इंक (GA-ASI), MQ-9B की निर्माता कंपनी है।
- भारतीय नौसेना वर्ष 2020 में लीज़ पर लिये गए दो MQ-9B सी गार्जियन का संचालन करती है।
भारत और जर्मनी के बीच तकनीकी हस्तांतरण से संबंधित मुख्य बिंदु:
- HAL और HENSOLDT भविष्य के संभावित निर्यात के साथ भारतीय हेलीकॉप्टरों, मुख्य रूप से एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (LAH) के लिये बाधा निवारण प्रणाली (Obstacle Avoidance System) के डिज़ाइन और निर्माण में सहयोग करेंगे।
- OAS प्रणाली पायलटों के कार्यभार को कम करने, उड़ान सुरक्षा बढ़ाने और मिशन की प्रभावशीलता, विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण मिशन चरणों में प्रतिकूल दृश्य परिस्थितियों से निपटने हेतु स्मार्ट दृश्य संकेत प्रदान करेगी।
- यह प्रणाली वस्तुओं और क्षेत्र का पता लगाने के लिये सिंथेटिक विज़न एवं 3D अनुरूप सिम्बोलॉजी के साथ एक LiDAR-आधारित सेंसर प्रदान करती है, जो सुरक्षा लाइन के माध्यम से पायलट को सहायता प्रदान करती है तथा उड़ान सुरक्षा बढ़ाने के लिये स्थितिजन्य जागरूकता बढ़ाती है।
LiDAR तकनीक:
- LiDAR या लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग एक लोकप्रिय रिमोट सेंसिंग विधि है जिसका उपयोग पृथ्वी की सतह पर किसी वस्तु की सटीक दूरी को मापने के लिये किया जाता है।
- LiDAR पृथ्वी की सतह से किसी वस्तु की परिवर्तनशील दूरियों की गणना करने हेतु स्पंदित लेज़र का उपयोग करता है।
- जब इन प्रकाश स्पंदों को हवाई प्रणाली द्वारा एकत्र किये गए डेटा के साथ जोड़ा जाता है, तो वे पृथ्वी की सतह और लक्षित वस्तु के बारे में सटीक 3D जानकारी प्रदान करते हैं।
स्रोत: द हिंदू
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 17 फरवरी, 2023
आदि महोत्सव
हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में दो सप्ताह तक चलने वाली प्रदर्शनी "आदि महोत्सव" का उद्घाटन किया। यह महोत्सव जनजातीय संस्कृति, शिल्प, व्यंजन, वाणिज्य और पारंपरिक कला की भावना को प्रोत्साहित करता है, यह जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (Tribal Cooperative Marketing Development Federation Limited- TRIFED) की एक वार्षिक पहल है। TRIFED/ट्राइफेड की स्थापना वर्ष 1987 में भारत सरकार द्वारा तत्कालीन भारत कल्याण मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक राष्ट्रीय स्तर के सहकारी निकाय के रूप में की गई थी, जिसका मूल उद्देश्य बहु-राज्य सहकारी समिति अधिनियम, 1984 के तहत उनके द्वारा एकत्र किये गए लघु वनोपज (Minor Forest Produce- MFP) और अधिशेष कृषि उत्पाद (Surplus Agricultural Produce- SAP) के व्यापार को संस्थागत बनाकर देश के आदिवासियों का सामाजिक-आर्थिक विकास करना था।
और पढ़ें… ट्राइफेड, भारत में जनजातियों से संबंधित संवैधानिक प्रावधान और पहल
हिम तेंदुआ
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले की दारमा घाटी में लगभग 11,120 फीट की ऊँचाई पर पहली बार एक हिम तेंदुआ देखा गया है। हिम तेंदुओं को "पहाड़ों का भूत (Ghost of Mountains)" भी कहा जाता है। खाद्य शृंखला में शीर्ष परभक्षी के रूप में उनकी स्थिति के कारण वे पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र की व्यवहार्यता के एक संकेतक के रूप में कार्य करते हैं जिसमें वे निवास करते हैं। वे इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंज़र्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की रेड लिस्ट में सुभेद्य के रूप में सूचीबद्ध हैं। वे वन्यजीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर अभिसमय के परिशिष्ट I और भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची- I में सूचीबद्ध हैं। मध्य एशिया के पहाड़ी क्षेत्रों में उनका वितरण वृहत परंतु खंडित है जिसमें हिमालय के विभिन्न हिस्से जैसे- लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम शामिल हैं।
और पढ़ें… हिम तेंदुए के संरक्षण के लिये भारतीय पहल
अंतर्राष्ट्रीय इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी मेला (IETF) 2023
भारत के राष्ट्रपति ने नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी मेला (IETF) 2023 का उद्घाटन किया। IETF क्रेता-विक्रेता सम्मेलनों, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों एवं सेमिनारों, व्यापार नेटवर्किंग, प्रौद्योगिकी आकलन, रणनीतिक भागीदारी और विक्रेता विकास के लिये एक मंच है तथा इसमें विश्व भर के आगंतुक भाग लेते हैं। यह आयोजन न केवल इंजीनियरिंग एवं विनिर्माण क्षेत्र में भारत की विकास गाथा का उत्सव है, बल्कि विश्व में सर्वश्रेष्ठ उन्नत प्रौद्योगिकियों के साथ देश के सहयोग का भी प्रमाण है। IETF-2023 में उभरती प्रौद्योगिकियों के 11 क्षेत्र शामिल हैं जिनका हमारी अर्थव्यवस्था और समाज पर गहरा प्रभाव है।
और पढ़ें… भारत और उन्नत कम्प्यूटिंग तकनीक
अभ्यास धर्म गार्जियन
भारत और जापान के मध्य संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्म गार्जियन का चौथा संस्करण 17 फरवरी से 2 मार्च, 2023 तक जापान में आयोजित किया जा रहा है। यह अभ्यास जापान के साथ एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है और वर्तमान वैश्विक स्थिति की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों के संदर्भ में अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह अभ्यास दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाते हुए भारतीय सेना तथा जापानी ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्सेज़ के मध्य रक्षा सहयोग के स्तर को और बढ़ाएगा। भारत एवं जापान के मध्य अन्य सैन्य अभ्यास JIMEX (नौसेना), शिन्यु मैत्री (वायु सेना) और अभ्यास वीर गार्जियन हैं।