प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 16 जनवरी, 2020
भारतीय सेना दिवस
Indian Army Day
भारत में प्रतिवर्ष 15 जनवरी को जवानों और भारतीय सेना के सम्मान में सेना दिवस मनाया जाता है।
मुख्य बिंदु:
- भारतीय सेना दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1949 में की गई थी, इस वर्ष 72वाँ सेना दिवस मनाया गया है।
- वर्ष 1949 में भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर द्वारा लेफ्टिनेंट जनरल के.एम. करियप्पा को भारतीय सेना का कमांडर-इन-चीफ नामित करने की याद में सेना दिवस मनाया जाता है।
- भारतीय सेना की स्थापना 1 अप्रैल, 1895 में की गई थी।
- भारतीय सेना का आदर्श वाक्य है ‘स्वयं से पहले सेवा’ (Service Before Self)।
72वें सेना दिवस में क्या खास है?
- इस बार नई दिल्ली में आयोजित सेना दिवस परेड में पहली बार एक महिला कैप्टन तानिया शेरगिल ने पुरुष जवानों की टुकड़ी का नेतृत्व किया।
- इस परेड में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी शामिल हुए।
असल उत्तर की लड़ाई (Battle of Asal Uttar)
- वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान असल उत्तर की लड़ाई 8-10 सितंबर के मध्य लड़ी गई जिससे भारत की जीत का मार्ग प्रशस्त हुआ।
- इस लड़ाई को इतिहासकारों द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे प्रमुख लड़ाई बताया जाता है जिसमें टैंकों का उपयोग किया गया था।
- असल उत्तर, पंजाब के तरनतारन ज़िले में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 12 किमी. दूर स्थित एक गाँव है।
एमक्यू -9 बी स्काई गार्जियन
- यह अगली पीढ़ी का रिमोटली पायलेटेड एयरक्रॉफ्ट सिस्टम (RPAS) है।
- यह एक उच्च मॉड्यूलर एयरक्रॉफ्ट है और विभिन्न प्रकार के पेलोड एवं हथियारों के साथ तेज़ी से लक्ष्य को निशाना बनाता है।
पृथ्वी पर सबसे पुराना पदार्थ
Oldest Material on Earth
हाल ही में वैज्ञानिकों ने मुर्चिसन उल्कापिंड (Murchison Meteorite) से सिलिकन कार्बाइड (Silicon Carbide- SiC) के 4.6-7 बिलियन साल पुराने प्रीसोलर (Presolar) कण खोजे हैं। मुर्चिसन उल्कापिंड वर्ष 1969 में ऑस्ट्रेलिया में गिरा था।
मुख्य बिंदु:
- सिलिकन कार्बाइड के प्रीसोलर ग्रेन अब तक मिले सबसे पुराने ठोस पदार्थ हैं।
- ये कण सौरमंडल के निर्माण से पहले बने थे, इसलिये इन्हें प्रीसोलर कण कहा जाता है।
- ये कण दुर्लभ होते हैं और पृथ्वी पर गिरे केवल 5% उल्का पिंडों में ही पाए जाते हैं।
- इन कणों की खोज से आकाशगंगा में तारों के निर्माण की घटना के बारे में पता लगाया जा सकता है। साथ ही उल्कापिंड में सिलिकन कार्बाइड की उपस्थिति से स्टारडस्ट (Stardust) का भी पता चला है।
- ये कण हमारी आकाशगंगा में तारों के निर्माण की दर के बारे में भी संकेत देते हैं।
स्टारडस्ट (Stardusts)
- स्टारडस्ट का निर्माण तारों से निकले पदार्थों से होता है, इन पदार्थों को तारकीय हवाओं (Stellar Winds) द्वारा इंटरस्टेलर स्पेस (Interstellar Space) में ले जाया जाता है।
- तारकीय हवा एक तारे के ऊपरी वायुमंडल से निकली गैस का प्रवाह है।
- इंटरस्टेलर स्पेस चुंबकीय क्षेत्र से बाहर का वह हिस्सा है जो सूर्य से दूर लगभग 122 खगोलीय इकाई (Astronomical Unit-AU) में फैला हुआ है।
- सौरमंडल के निर्माण के दौरान स्टारडस्ट को ग्रहों एवं सूर्य सहित सभी खगोलीय पिंडों में शामिल किया गया था किंतु अब यह केवल क्षुद्रग्रहों और धूमकेतुओं में ही पाई जाती है।
सिलिकन कार्बाइड (SiC)
- सिलिकन कार्बाइड जिसे कार्बोरंडम (Carborundum) भी कहा जाता है, सिलिकन और कार्बन का एक यौगिक है।
- सिलिकन कार्बाइड एक अर्द्धचालक पदार्थ है, इसका उपयोग अर्द्धचालक उपकरणों के निर्माण में किया जाता है।
- यह सबसे महत्त्वपूर्ण औद्योगिक सिरेमिक पदार्थों में से एक है।
- इसे व्यापक रूप से अपघर्षक, इस्पात योज्य और संरचनात्मक सिरेमिक के रूप में उपयोग किया जाता है।
सक्षम 2020
SAKSHAM 2020
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने 16 जनवरी, 2020 को पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (Petroleum Conservation Research Association-PCRA) के वार्षिक जन केंद्रित ईंधन संरक्षण मेगा अभियान ‘सक्षम 2020’ (SAKSHAM 2020) का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु:
- इसका पूरा नाम संरक्षण क्षमता महोत्सव (Sanrakshan Kshamata Mahotsav- SAKSHAM) है।
- इस अभियान का उद्देश्य जन केंद्रित गतिविधियों के माध्यम से ईंधन संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करना है।
केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण
Central Adoption Resource Authority
केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (Central Adoption Resource Authority-CARA) ने 15 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में अपना 5वाँ वार्षिक दिवस समारोह मनाया।
प्रमुख बिंदु:
- केंद्रीय दत्तक संसाधन प्राधिकरण महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार का एक सांविधिक निकाय है।
- केंद्रीय दत्तक संसाधन प्राधिकरण को किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 के प्रावधानों के तहत 15 जनवरी, 2016 को एक सांविधिक निकाय के रूप में नामित किया गया था।
- यह भारतीय अनाथ बच्चों के पालन-पोषण, देखभाल करने एवं उन्हें गोद देने के लिये एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।
- यह देश भर के विभिन्न बाल देखभाल संस्थानों (Child Care Institutions) में अधिक उम्र और विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों के पुनर्वास पर भी ज़ोर दे रहा है।
हेनले पासपोर्ट सूचकांक 2020
Henley Passport Index 2020
हाल ही में जारी हेनले पासपोर्ट सूचकांक 2020 (Henley Passport Index 2020) में भारत के पासपोर्ट को 84वाँ स्थान प्राप्त हुआ है।
मुख्य बिंदु:
- इस सूचकांक में कुल 199 पासपोर्टों और 227 छोटे-बड़े देशों को शामिल किया गया है।
- इस सूचकांक में भारत का मोबिलिटी स्कोर 58 है। इसका तात्पर्य है कि भारत के पासपोर्ट से आप विश्व के 58 देशों में बिना किसी पूर्व वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं।
- गौरतलब है कि वर्ष 2019 में भारत 82वें स्थान पर था।
- 191 के मोबिलिटी स्कोर के साथ जापान इस सूचकांक में सबसे शीर्ष स्थान पर है। जापान तीन वर्षों से लगातार सूचकांक में शीर्ष पर है।
- 190 के मोबिलिटी स्कोर के साथ सिंगापुर दूसरे स्थान पर है, जबकि जर्मनी और दक्षिण कोरिया 189 के मोबिलिटी स्कोर के साथ संयुक्त रुप से तीसरे स्थान पर हैं।
- इस सूचकांक में सबसे निचले स्थान (107वें) पर अफगानिस्तान है जिसके पासपोर्ट धारक 26 देशों में बिना किसी पूर्व वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं।
- ब्रिक्स (BRICS) देशों में ब्राज़ील 19वें, रूस 51वें, दक्षिण अफ्रीका 56वें और चीन 72वें स्थान पर हैं।
- वर्ष 2020 के लिये शीर्ष 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इटली, फ़िनलैंड, स्पेन, अमेरिका और ब्रिटेन, लक्ज़मबर्ग, डेनमार्क के हैं।
- सर्बिया एकमात्र यूरोपीय देश है जहाँ भारतीय पासपोर्ट धारक बिना किसी पूर्व वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं किंतु कोई भी ऐसा प्रमुख या विकसित देश नहीं है जहाँ भारतीय पासपोर्ट धारकों के पास वीज़ा मुक्त पहुँच हो।