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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 14 Dec, 2021
  • 11 min read
प्रारंभिक परीक्षा

आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना

हाल ही में पूर्वोत्तर क्षेत्र के कारीगरों के लिये पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत ‘आत्मनिर्भर हस्तशिल्पकार योजना’ की घोषणा की गई है।

प्रमुख बिंदु

  • परिचय:

    • इस क्षेत्र के छोटे स्तर पर काम करने वाले हस्तशिल्पकारों का विकास करने के उद्देश्य से आय सृजन गतिविधियों की स्थापना/विस्तार/आधुनिकीकरण/कार्यशील पूंजी की आवश्यकता और क्षेत्र से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिये सावधि ऋण के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
    • योजना शुरू करते समय आयोजित समारोह के दौरान कुल 17 हस्तशिल्पकारों को प्रति कारीगर 1 लाख रुपए की ऋण सहायता प्रदान की गई है।
      • क्रेडिट सुविधा संपार्श्विक-मुक्त (Collateral-Free) है तथा जो 6% प्रति वर्ष की रियायती ब्याज दर पर उपलब्ध है। यह ऋण 24 माह में चुकाने योग्य हो जाता है।
      • नियमित पुनर्भुगतान (Regular Repayment) हेतु, ब्याज दर पर 1% का इंसेंटिव प्रदान किया जाता है, जो कारीगरों को ऋण के सफल पुनर्भुगतान पर वापस कर दिया जाएगा।
  • पात्रता:

    • पंजीकृत/अपंजीकृत कारीगर/व्यक्ति।
    • वैध योग्यता होना या किसी शिल्पकला का अभ्यास करना।
    • किसी अन्य बैंक/वित्तीय संस्थान से कोई मौजूदा ऋण नहीं।
    • बैंक खाता।
  • लॉन्च:

    • उत्तर पूर्वी विकास वित्त निगम लिमिटेड (North Eastern Development Finance Corporation Ltd- NEDFi)।

NEDFi

  • NEDFi उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है।
  • 1995 में अपनी स्थापना के बाद से इसने एक महत्वपूर्ण रूप से 26 वर्ष से कार्यशील है।
  • इन वर्षों में, निगम ने 7500 से अधिक परियोजनाओं को ऋण प्रदान किया है और पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों में अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) गतिविधियों के माध्यम से कई विकास पहल की हैं।


प्रारंभिक परीक्षा

सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो

हाल ही में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation- DRDO) द्वारा विकसित सुपरसोनिक मिसाइल असिस्‍टेड टॉरपीडो सिस्‍टम/प्रणाली (Supersonic Missile Assisted Torpedo System- SMART) को ओडिशा के व्‍हीलर द्वीप से सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो:

    • यह एंटी-सबमरीन वारफेयर संचालन हेतु ‘लाइट एंटी-सबमरीन टॉरपीडो सिस्टम’ की मिसाइल असिस्टेड रिलीज़ टॉरपीडो है। यह एक कनस्तर आधारित मिसाइल प्रणाली है।
    • यह प्रणाली अगली पी‍ढ़ी की मिसाइल आधारित स्‍टैंड ऑफ टॉरपीडो डिलीवरी प्रणाली है।
    • यह प्रणाली टॉर‍पीडो की पारंपरिक सीमा से कही अधिक एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिये डिज़ाइन की गई है।
  • कार्यप्रणाली:

    • जब एक युद्धपोत या ट्रक-आधारित तटीय बैटरी से लॉन्च किया जाता है तो स्मार्ट एक नियमित सुपरसोनिक मिसाइल की तरह उड़ान भरता है।
    • यह कम ऊँचाई पर हवा में अपनी अधिकांश उड़ान को युद्धपोत या एक हवाई पनडुब्बी लक्ष्य पहचान प्रणाली से दो-तरफा डेटा लिंक के साथ कवर करता है और अपने उड़ान पथ को बीच में सही करने के लिये शत्रु पनडुब्बी की सटीक स्थिति की सूचना प्राप्त करता है।
    • जैसे ही यह जलमग्न पनडुब्बी के काफी करीब पहुँचेगा, मिसाइल जल में टारपीडो प्रणाली को बाहर निकाल देगी और ऑटोमेटेड टारपीडो पनडुब्बी को बाहर निकालने के लिये अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना शुरू कर देगी।
      • टॉरपीडो एक सिगार के आकार का स्व-चालित जल के नीचे का हथियार है, जिसे पनडुब्बी, सतह के जहाज़ या हवाई जहाज़ से लॉन्च किया जाता है और सतह के जहाजों और पनडुब्बियों में विस्फोट के लिये डिज़ाइन किया गया है।
      • वरुणास्त्र पहला स्वदेशी हैवीवेट जहाज़ है, जिससे पनडुब्बी रोधी इलेक्ट्रिक टारपीडो लॉन्च किया गया है।
  • महत्त्व:

    • यह भारतीय नौसेना की रणनीतिक क्षमता को और अधिक मज़बूती प्रदान करेगी।
    • यह पनडुब्बी रोधी युद्ध में स्टैंड ऑफ क्षमता की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है।
      • वर्ष 2003 में स्वीकृत प्रोजेक्ट 28, वर्तमान में भारतीय नौसेना के साथ सेवारत पनडुब्बी रोधी युद्धपोतों का एक वर्ग है। इसमें आईएनएस कमोर्ता, आईएनएस कदमत, आईएनएस किल्टन और आईएनएस कवरत्ती शामिल हैं।
      • प्रोजेक्ट 75 भारतीय नौसेना का एक कार्यक्रम है जिसमें छह स्कॉर्पीन-क्लास अटैक पनडुब्बियों (कलवरी, खांदेरी, करंज, वेला, वागीर और वाग्शीर) का निर्माण शामिल है।
        • प्रोजेक्ट 75 इंडिया में अत्याधुनिक एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम से लैस पनडुब्बियों के स्वदेशी निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसकी अनुमानित लागत 43,000 करोड़ रुपए है।

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 14 दिसंबर, 2021

हरनाज़ कौर संधू

इजराइल के इलियट (Eilat) में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत की मॉडल हरनाज कौर संधू को मिस यूनिवर्स चुना गया है। उल्लेखनीय है कि 21 वर्षों के बाद मिस यूनिवर्स का खिताब किसी भारतीय मॉडल ने जीता है। इससे पहले वर्ष 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत की मिस इंडिया हरनाज़ कौर संधू के साथ मिस साउथ अफ्रीका और मिस पराग्वे टॉप-3 में शामिल थीं। भारत ने तीसरी बार मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। गौरतलब है कि सुष्मिता सेन वर्ष 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली प्रथम भारतीय मॉडल थीं।

गणतंत्र दिवस पर पाँच मध्य एशियाई देशों के प्रमुख मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित

आगामी गणतंत्र दिवस (26 जनवरी, 2022) समारोह के लिये भारत ने पाँच मध्य एशियाई देशों कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। यह पहला अवसर है जब सभी पाँच मध्य एशियाई देशों के प्रतिनिधियों को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इससे पहले वर्ष 2018 के गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था और सभी ने समारोह में भाग लिया था। वर्ष 2021 के गणतंत्र दिवस में कोई भी मुख्य अतिथि नहीं था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था लेकिन बाद में कोविड महामारी के कारण उन्हें यह यात्रा करनी पड़ी थी।

पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज

डॉ वर्गीस कुरियन की जन्म शताब्दी के अवसर पर गुजरात के आणंद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पशुपालन और डेयरी विभाग ने स्टार्टअप इंडिया के साथ साझेदारी में 'पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज' का दूसरा संस्करण लॉन्च किया। स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज का पहला संस्करण 12 सितंबर, 2019 को प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 को पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के सामने आने वाली छह समस्याओं के समाधान के लिये नवीन और व्यावसायिक रूप से व्यवहारिक हल को तलाशने के लिये लॉन्च किया गया है।

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज़ दिवस

प्रतिवर्ष 12 दिसंबर को सार्वभौमिक हेल्थ कवरेज़ दिवस मनाया जाता है। यह दिवस पूरे विश्व में कही भी प्रत्येक व्यक्ति को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने हेतु सभी देशों का आह्वान करने की संयुक्त राष्ट्र की सर्वसम्मत संकल्प की सबसे पहली वर्षगाँठ को चिह्नित करता है। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज़ में संयुक्त राष्ट्र द्वारा नए सतत् विकास लक्ष्य अपनाने को शामिल किया गया है। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज़ का अर्थ है देश के किसी भी भाग में बसे नागरिक की आय के स्तर, सामाजिक स्थिति, लिंग, जाति या धर्म के बिना सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज़ का न्यायसंगत उपयोग सुनिश्चित करना। इसका उद्देश्य वहनीय, उत्तरदायी, गुणवत्तापूर्ण एवं यथोचित स्वास्थ्य सेवाओं जिसमें रोकथाम, उपचार एवं पुनर्वास देखभाल शामिल हैं, के आश्वासन को सुनिश्चित करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, विश्वभर में कम-से-कम लगभग एक अरब लोग आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को प्राप्त करने में असमर्थ हैं।


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