प्रिलिम्स फैक्ट : 13 अप्रैल, 2021
नवेगाँव-नागझिरा टाइगर रिज़र्व
(Navegaon-Nagzira Tiger Reserve)
महाराष्ट्र के नवेगाँव-नागझिरा टाइगर रिज़र्व (NNTR) में लगी वनाग्नि को बुझाने के लिये चलाए जा रहे एक ऑपरेशन के दौरान तीन मज़दूरों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।
प्रमुख बिंदु:
अवस्थिति:
- यह महाराष्ट्र के गोंदिया और भंडारा ज़िलों में स्थित है।
- गोंदिया ज़िला उत्तर में मध्य प्रदेश और पूर्व में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ सीमा साझा करता है।
- रणनीतिक रूप से यह टाइगर रिज़र्व, केंद्रीय भारतीय बाघ परिदृश्य के केंद्र में स्थित हैजहाँ देश की कुल बाघ आबादी का लगभग 1/6 भाग पाया जाता है।
गठन:
- दिसंबर 2013 में इसे भारत के 46 वें टाइगर रिज़र्व के रूप में अधिसूचित किया गया था।
- NNTR में नवेगाँव राष्ट्रीय उद्यान, नवेगाँव वन्यजीव अभयारण्य, नागझिरा वन्यजीव अभयारण्य, नवीन नागझिरा वन्यजीव अभयारण्य और कोका वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।
जुड़ाव:
- NNTR मध्य भारत में प्रमुख बाघ अभयारण्यों के साथ सीमा साझा करता है जैसे,
- ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व, महाराष्ट्र
- कान्हा और पेंच टाइगर रिज़र्व, मध्यप्रदेश
- इंद्रावती टाइगर रिज़र्व, छत्तीसगढ़
- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में कवाल टाइगर रिज़र्व तथा और नागार्जुन सागर और छत्तीसगढ़ में अचनकमार टाइगर रिज़र्व (अप्रत्यक्ष रूप से)
- यह उमरेद-करहंदला अभयारण्य और ब्रह्मपुरी डिवीज़न (महाराष्ट्र) जैसे महत्त्वपूर्ण बाघ क्षेत्रों से भी जुड़ा हुआ है।
वनस्पति:
- यहाँ प्रमुख रूप से ‘दक्षिणी उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन’ पाए जाते हैं।
- यहाँ कुछ काँटेदार पौधे भी पाए जाते हैं।
- यहाँ बाँस बहुतायत में होता है।
जीव जंतु
- यहाँ तेंदुए जैसे बड़े मांसाहारी और जंगली कुत्ते, भेड़िया, गीदड़, जंगल बिल्लियों तथा ‘स्लॉथ बीयर’ जैसे छोटे माँसाहारी जानवर पाए जाते हैं।
- महत्त्वपूर्ण शाकाहारी जंतुओ में चीतल, सांभर, नीलगाय, चौसिंगा, कांकड़/बार्किंग डियर, जंगली सुअर और भारतीय गौर शामिल हैं। यहाँ माउस डीयर को भी देखा गया है।
- यहाँ पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
महाराष्ट्र में अन्य संरक्षित क्षेत्र:
- सह्याद्री टाइगर रिज़र्व।
- मेलघाट टाइगर रिज़र्व।
- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अभयारण्य।
- कर्नाला पक्षी अभयारण्य।
- संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान।
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 अप्रैल, 2021
UAE की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के आगामी अंतरिक्ष अभियान के लिये चुने गए दो नए अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की है। इनमें से एक ‘नोरा अल-मातरोशी’ हैं, जो कि संयुक्त अरब अमीरात और संपूर्ण अरब जगत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। संयुक्त अरब अमीरात के अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रमों के लिये चुने गए आवेदकों में नोरा अल मातरोशी के अलावा ‘मोहम्मद अल मुल्ला’ भी शामिल हैं, दोनों उम्मीदवारों को संयुक्त राज्य अमेरिका में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में प्रशिक्षण के लिये भेजा जाएगा। वर्ष 1993 में जन्मी 27 वर्षीय नोरा अल-मातरोशी, एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और वर्तमान में अबू धाबी की ‘नेशनल पेट्रोलियम कंस्ट्रक्शन कंपनी’ में कार्यरत हैं। नोरा अमेरिकन सोसाइटी ऑफ मैकेनिकल इंजीनियर्स की भी सदस्य हैं। संयुक्त अरब अमीरात अपनी वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमताओं को विकसित करने तथा तेल पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिये अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम का उपयोग कर रहा है। ज्ञात हो कि इसी वर्ष फरवरी माह में संयुक्त अरब अमीरात ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण प्रगति हासिल करते हुए अपने ‘होप’ मिशन को मंगल ग्रह की कक्षा में पहुँचाया था। संयुक्त अरब अमीरात ने वर्ष 2017 में स्थानीय विशेषज्ञता विकसित करने के उद्देश्य से अपने राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
जलियाँवाला बाग हत्याकांड
13 अप्रैल, 2021 को जलियाँवाला बाग हत्याकांड की 102वीं वर्षगाँठ मनाई जा रही है। प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद, भारतीय नेताओं को उम्मीद थी कि अब ब्रिटिश सरकार द्वारा उन्हें स्वशासन की अनुमति दी जाएगी, किंतु इसके विपरीत ब्रिटिश सरकार ने रोलैट एक्ट लागू कर दिया, जिसके मुताबिक ब्रिटिश सरकार किसी भी व्यक्ति को बिना कोई मुकदमा चलाए किसी भी प्रकार की देशद्रोही गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर सकती थी। इस अधिनियम के पारित होने से देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और 9 अप्रैल, 1919 को रॉलेट एक्ट का विरोध करने के आरोप में पंजाब के दो लोकप्रिय नेताओं डॉ. सत्यपाल और डॉ. सैफुद्दीन किचलू को सरकार ने गिरफ्तार कर लिया। इनकी गिरफ्तारी के विरोध में 13 अप्रैल, 1919 को बैशाखी के दिन अमृतसर के जलियाँवाला बाग में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। जनरल डायर ने इसे अपने आदेश की अवहेलना माना तथा सभास्थल पर पहुँचकर निहत्थे लोगों पर गोली चलाने का आदेश दे दिया। आँकड़ों के अनुसार, मरने वालों की संख्या 379 थी लेकिन वास्तव में इससे कहीं ज्यादा लोग मारे गए थे। इस नरसंहार के विरोध में रवींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान की गई ‘नाइटहुड’ की उपाधि त्याग दी थी। इस हत्याकांड की जाँच के लिये कॉन्ग्रेस ने मदन मोहन मालवीय की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की। ब्रिटिश सरकार ने इस हत्याकांड की जाँच के लिये हंटर आयोग गठित किया।
बाफ्टा फिल्म अवार्ड्स
चीन की फिल्म निर्देशक क्लो झाओ की ‘नोमैडलैंड’ ने बाफ्टा फिल्म अवार्ड्स 2021 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित चार प्रमुख पुरस्कारों प्राप्त किये हैं। फिल्म की मुख्य अभिनेत्री फ्रांसिस मैकडोरमैंड ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, जबकि स्वयं क्लो झाओ ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीता है। ‘नोमैडलैंड’ फिल्म ने सिनेमाटोग्राफी श्रेणी में भी पुरस्कार जीता है। वहीं प्रसिद्ध ब्रिटिश अभिनेता ‘एंथनी हॉपकिंस’ को उनकी फिल्म ‘द फादर’ के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया। बाफ्टा को ब्रिटेन के सबसे प्रसिद्ध फिल्म पुरस्कारों में से एक माना जाता है। ये पुरस्कार ‘ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन आर्ट्स’ द्वारा प्रदान किये जाते हैं। अकादमी का गठन वर्ष 1947 में ब्रिटिश फिल्म निर्माताओं के एक समूह द्वारा किया गया था, इसका उद्देश्य फिल्म एवं टेलीविजन का विकास करना और इनके महत्त्व को रेखांकित करना है। यह अकादमी प्रतिवर्ष विभिन्न श्रेणियों में फिल्म पुरस्कार प्रदान करती है। बाफ्टा अवार्ड्स के विजेताओं को दी जाने वाली ट्रॉफी, प्राचीन ग्रीस के नाटकीय मुखौटे पर आधारित होती है।
एडवांस एंटीक्यूटिस मैनेजमेंट सिस्टम (AAMS)
गोवा सरकार के अभिलेखागार और पुरातत्त्व निदेशालय (DAA) ने हाल ही में एडवांस एंटीक्यूटिस मैनेजमेंट सिस्टम (AAMS) का उद्घाटन किया था, जो कि एंटीक वस्तुओं के भंडारण और प्रबंधन के लिये देश में अपनी तरह की पहली प्रणाली है। लगभग 3 मीटर लंबा एडवांस एंटीक्यूटिस मैनेजमेंट सिस्टम एक बंद कंटेनर जैसा दिखता है, जिसमें 350 किलोग्राम की क्षमता वाले आठ ट्रे शामिल हैं। वर्तमान में इस प्रणाली में कुल 83 एंटीक वस्तुओं को सूचीबद्ध किया गया है, जिसका उद्देश्य सॉफ्टवेयर से जुड़ी एंटीक वस्तुओं के बारे में त्वरित जानकारी प्रदान कर उनका बेहतर संरक्षण सुनिश्चित करना है। इस प्रणाली में शामिल सॉफ्टवेयर एंटीक यानी पुरातन वस्तु की अनुमानित आयु, उसके निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री और उसके संक्षिप्त इतिहास से संबंधित सूचना प्रदान करेगा। सिस्टम के तहत सूचीबद्ध की गईं कुल 83 एंटीक वस्तुओं में 10वीं शताब्दी का एक ‘शिवलिंग’ सबसे पुरातन वस्तु है।