प्रीलिम्स फैक्ट्स: 11 मई, 2020
विश्व प्रवासी पक्षी दिवस
World Migratory Bird Day
इस वर्ष 9 मई को विश्व भर में ‘विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ (World Migratory Bird Day- WMBD) मनाया गया।
थीम:
- इस वर्ष ‘विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ का थीम ‘पक्षी हमारी दुनिया को जोड़ते हैं’ (Birds Connect Our World) है।
उद्देश्य:
- इसका उद्देश्य प्रवासी पक्षियों के खतरों (पारिस्थितिक महत्त्व एवं संरक्षण) के बारे में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता से वैश्विक जागरूकता उत्पन्न करना है।
प्रमुख बिंदु:
- इसे संयुक्त राष्ट्र की दो संधियों [‘वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर सम्मेलन’ (Convention on Conservation of Migratory Species of Wild Animals- CMS)] एवं ‘अफ्रीकन-यूरेशियन वॉटरबर्ड एग्रीमेंट’ (AEWA) और एक गैर-लाभकारी संगठन (एनवायरमेंट फॉर द अमेरिका-EFTA) के बीच एक सहयोगात्मक साझेदारी द्वारा मनाया जाता है।
अफ्रीकन-यूरेशियन वॉटरबर्ड एग्रीमेंट (AEWA):
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जो संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के सम्मेलन में प्रवासी प्रजातियों के तत्त्वावधान में विकसित की गई है।
- इस संधि पर वर्ष 1996 में नीदरलैंड के हेग में हस्ताक्षर किये गए थे।
- पहली बार ‘विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ को वर्ष 2006 में मनाया गया था। यह दिवस वर्ष में दो बार (मई एवं अक्तूबर महीने के दूसरे शनिवार को) मनाया जाता है।
नीला नदी की खोज
Exploring River Nila
9 मई, 2020 को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय (Ministry of Tourism) द्वारा आयोजित ‘नीला नदी की खोज’ (Exploring River Nila) शीर्षक पर ‘देखो अपना देश’ वेबिनार की 17वीं श्रंखला का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु:
- इस श्रंखला में केरल में भरतपुझा के रूप में विख्यात नदी निलासो (Nilaaalso) के तटीय क्षेत्रों के शहरों एवं गाँवों को प्रदर्शित किया गया।
भरतपुझा नदी:
- भरतपुझा केरल में पेरियार नदी के बाद दूसरी सबसे बड़ी नदी है। इसे नीला नदी के नाम से भी जाना जाता है।
- इसका उद्गम तमिलनाडु में अन्नामलाई पहाड़ियों से होता है।
- इसकी कुल लंबाई लगभग 250 किलोमीटर है। जहाँ तमिलनाडु राज्य में इसकी लंबाई 41 किलोमीटर वहीं केरल राज्य में लंबाई लगभग 209 किलोमीटर है।
- इस श्रंखला में वहाँ के स्थानीय भोजन, त्योहारों, कलाकृतियों, परंपराओं, प्रकृतिक संरक्षण, परिदृश्य, विरासत तथा स्थानीय समुदाय के बारे में भी बताया गया है।
- इस वेबिनार में जिन स्थानों को प्रदर्शित किया गया है वे केरल के पलक्कड़, त्रिसूर एवं मलप्पुरम ज़िलों में स्थित हैं।
मिशन सागर
MISSION SAGAR
10 मई, 2020 को COVID-19 महामारी के दौरान भारतीय नौसेना ने मालदीव, मॉरीशस, सेशल्स, मेडागास्कर एवं कोमोरोस देशों को सहायता पहुँचाने के लिये ‘मिशन सागर’ (MISSION SAGAR) प्रारंभ किया।
प्रमुख बिंदु:
- इस मिशन के तहत भारतीय नौसेना के जहाज़ ‘केसरी’ को हिन्द महासागरीय देशों में खाद्य वस्तुएँ, COVID-19 से संबंधित दवाएँ, विशेष आयुर्वेदिक दवाएँ एवं चिकित्सा सहायता दलों के साथ भेजा गया है।
- यह अभियान भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय एवं अन्य एजेंसियों के साथ नज़दीकी समन्वय के साथ शुरू किया गया है।
- यह मिशन प्रधानमंत्री की ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region -SAGAR) पहल के अनुरूप है जो भारत द्वारा उसके पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के महत्त्व को रेखांकित करता है एवं मौजूदा संबंधों को और मज़बूत करता है।
काला हिरण
Blackbuck
हाल ही में महाराष्ट्र के गोंदिया शहर में दीवार से टकराने के कारण ‘काला हिरण’ (Blackbuck) की मौत हो गई।
प्रमुख बिंदु:
- काला हिरण (Blackbuck) जिसे ‘भारतीय मृग’ के रूप में भी जाना जाता है यह भारत के अतिरिक्त भारतीय उपमहाद्वीप में नेपाल एवं पाकिस्तान में भी पाया जाने वाला एक मृग है। इसे बांग्लादेश से विलुप्त घोषित किया जा चुका है।
- यह आंध्रप्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा का राजकीय पशु है।
- यह उन घास के मैदान एवं कम घने जंगलों में निवास करता है जहाँ जल की नियमित उपलब्धता होती है।
- यह मध्य एवं पश्चिमी भारत (मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र एवं ओडिशा) और दक्षिणी भारत (कर्नाटक, आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु) में पाया जाता है।
- राजस्थान का बिश्नोई समुदाय विश्व भर में ‘काले हिरण’ एवं चिंकारा के संरक्षण के लिये किये गए प्रयासों के लिये जाना जाता है।
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 की अनुसूची-I के तहत भारत में काला हिरण (Blackbuck) का शिकार निषिद्ध है।
- इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ’ (International Union for Conservation of Nature- IUCN) की रेड लिस्ट में ‘संकटमुक्त’ (Least Concern) श्रेणी में रखा गया है।