प्रिलिम्स फैक्ट्स (07 Sep, 2023)



आसियान 2026 के लिये म्याँमार की अध्यक्षता को अस्वीकृति

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (Association of Southeast Asian Nations- ASEAN) के नेतृत्वकर्त्ताओं ने वर्ष 2026 में म्याँमार को अपने क्षेत्रीय समूह की क्रमिक अध्यक्षता संभालने का अवसर देने से इनकार करने का फैसला किया है।

  • यह निर्णय वर्ष 2021 में हिंसक तरीके से सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद अंतर्राष्ट्रीय मान्यता की मांग करने वाले म्याँमार के सत्तारूढ़ जनरलों के लिये एक बड़ा झटका है।
  • फिलीपींस ने वर्ष 2026 में इंडोनेशिया द्वारा आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय ब्लॉक की अध्यक्षता संभालने को लेकर सहमति जताई है।

म्याँमार को आसियान नेतृत्व से बाहर करने का कारण: 

  • आसियान राजनयिकों ने सुझाव दिया है कि म्याँमार का बहिष्कार देश के भीतर चल रहे नागरिक संघर्ष से संबंधित है।
  • इसके अतिरिक्त ऐसी चिंताएँ जताई जा रही हैं कि म्याँमार की सैन्य नेतृत्व वाली सरकार को मान्यता न देने के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित अन्य अंतर्राष्ट्रीय अभिकर्ताओं के साथ आसियान के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

म्याँमार की पृष्ठभूमि और चिंताएँ: 

  • पृष्ठभूमि:
    • वर्ष 2021 में म्याँमार सेना ने आंग सान सू की की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया, जिसकी व्यापक निंदा हुई और उन्हें हिरासत से तत्काल रिहा करने की मांग की गई।
    • अमेरिका के नेतृत्व वाली पश्चिमी देशों की सरकारें म्याँमार में सैन्य नेतृत्व वाली सरकार के विरोध में मुखर रही हैं।
  • चिंताएँ:
    •  म्याँमार में सेना द्वारा सत्ता अधिग्रहण के बाद से सुरक्षा बलों पर लगभग 4,000 नागरिकों की हत्या करने और 24,000 से अधिक अन्य को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया गया है। 
    • म्याँमार की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है और लगभग आधी आबादी अब गरीबी रेखा से नीचे रह रही है।
    • सैन्य शासन के तहत नागरिकों की रक्षा हेतु सेना के लिये स्पष्ट कानूनी दायित्वों के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय कानून से संबंधित नियमों की लगातार उपेक्षा की गई है।

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन (ASEAN): 

  • परिचय:
    • यह एक क्षेत्रीय समूह है जो आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देता है।
    • इसकी स्थापना अगस्त 1967 में बैंकॉक, थाईलैंड में आसियान/ ASEAN के संस्थापक सदस्यों अर्थात् इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड द्वारा ASEAN  घोषणा (बैंकॉक घोषणा) पर हस्ताक्षर के साथ की गई थी।
    • सदस्य राज्यों के अंग्रेज़ी नामों के वर्णमाला क्रम के आधार पर इसकी अध्यक्षता प्रतिवर्ष बदलती रहती है।
    • अप्रैल 2021-फरवरी 2022 की अवधि में भारत और ASEAN क्षेत्र के बीच कमोडिटी व्यापार 98.39 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया। मुख्य रूप से इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलेशिया, वियतनाम और थाईलैंड के साथ भारत के व्यापारिक संबंध हैं।
  • सदस्य:
    • ASEAN दस दक्षिण-पूर्व एशियाई राज्यों- ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्याँमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम का एक संगठन है।

  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिये: (2018)

  1. ऑस्ट्रेलिया 
  2. कनाडा 
  3. चीन 
  4. भारत 
  5. जापान 
  6. यूएसए

उपर्युक्त में से कौन आसियान (ASEAN) के 'मुक्त-व्यापार भागीदारों' में शामिल हैं?

(A) केवल 1, 2, 4 और 5
(B) केवल 3, 4, 5 और 6
(C) केवल 1, 3, 4 और 5
(D) केवल 2, 3, 4 और 6

उत्तर: C


प्रश्न. रीजनल कॉम्प्रिहेन्सिब इकोनॉमिक पार्टनरशिप (Regional Comprehensive Economic Partnership) पद प्रायः समाचार में देशों के एक समूह के मामलों के संदर्भ में आता है। देशों के उस समूह को क्या कहा जाता है?

(A) जी20
(B) आसियान
(C) एससीओ
(D) सार्क

उत्तर: (B)


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 सितंबर, 2023

पक्षी जैसा डायनासोर: फ्यूजीयानवेनेटर प्रोडिजियोसस

  • दक्षिण-पूर्वी चीन में फ्यूजीयानवेनेटर प्रोडिजियोसस नामक जुरासिक काल के पक्षी जैसे डायनासोर के जीवाश्मों की हालिया खोज वैज्ञानिकों के लिये एक रोचक विषय है, जिसने पक्षियों की उत्पत्ति में एक महत्त्वपूर्ण विकासवादी चरण पर प्रकाश डाला है।
  • इस डायनासोर के पैर लंबे थे और भुजाएँ डैनों/पंखों की भाँति थीं, जिससे पता चलता है कि यह या तो तेज़ धावक था या इसकी जीवनशैली आधुनिक पक्षी की तरह झुंड में निवास करने की थी।
  • इसे एवियलांस नामक समूह के सदस्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है जिसमें सभी पक्षी और उनके निकटतम गैर-एवियन डायनासोर की प्रजातियों में शामिल हैं।
  • इसका अग्रभाग आमतौर पर पक्षी के पंख की तरह बना होता है, लेकिन उंगलियों पर तीन पंजे होते हैं, जो आधुनिक पक्षियों में अनुपस्थित हैं।

भारत का पहला UPI-ATM

  • भारत का पहला UPI-ATM 5 सितंबर, 2023 को हिताची पेमेंट सर्विसेज़ द्वारा लॉन्च किया गया।
  • यह एक व्हाइट लेबल ATM (WLA) है जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payments Corporation of India- NPCI) के सहयोग से विकसित किया गया है।
  • ATM को "निर्बाध नकदी निकासी" हेतु सक्षम बनाने और भौतिक ATM कार्ड ले जाने की आवश्यकता को खत्म करने के लिये डिज़ाइन किया गया था। इसका उद्देश्य सीमित पारंपरिक बैंकिंग बुनियादी ढाँचे वाले क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुलभ बनाकर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना भी है।

और पढ़ें…यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)

UIDAI ने ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल में आधार इनोवेशन को आगे बढ़ाया

मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने इन-हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर "आधार प्रमाणीकरण की पुनर्कल्पना" विषय को मूर्त रूप देते हुए अपने उन्नत फेस ऑथेंटिकेशन फीचर का अनावरण किया।

  • स्वयंसेवी दिशा-निर्देश 2022 पहल के तहत UIDAI ने प्रौद्योगिकी अपनाने में तेज़ी लाने और निवासियों के लिये नवीन समाधान विकसित करने हेतु उद्योग तथा फिनटेक भागीदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा दिया है।
  • एयरटेल पेमेंट्स बैंक के साथ सहयोगात्मक प्रयासों ने फेस ऑथेंटिकेशन को बढ़ाया है, कम रोशनी की स्थिति को अनुकूलित कर धोखाधड़ी की रोकथाम के उपायों को मज़बूत किया है।

और पढ़ें… भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

EMRS के प्राचार्य को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया गया

केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री ने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS), भोपाल, मध्य प्रदेश के प्राचार्य डॉ. यशपाल सिंह को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया।

  • वर्ष 1997-98 में शुरू की गई EMRS योजना का उद्देश्य आवासीय विद्यालयों की स्थापना करना था जो दूरदराज़ के इलाकों में कक्षा VI से XII तक अनुसूचित जनजाति के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करता है।
    • यह योजना भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित की जा रही है।