प्रारंभिक परीक्षा
आईएमटी त्रिलाट
हाल ही में भारतीय नौसेना ने भारत-मोज़ाम्बिक-तंजानिया त्रिपक्षीय अभ्यास (IMT TRILAT) के पहले संस्करण में भाग लिया। भारत, मोज़ाम्बिक और तंजानिया की नौसेनाओं के बीच एक संयुक्त समुद्री अभ्यास डार एस सलाम (Dar Es Salaam), तंजानिया में शुरू हुआ।
अभ्यास की मुख्य विशेषताएँ:
- भारत की भागीदारी:
- भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट, INS तरकश, चेतक हेलीकॉप्टर और मार्कोस (विशेष बल) द्वारा किया जाता है।
- उद्देश्य:
- प्रशिक्षण और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के माध्यम से सामान्य खतरों को दूर करने के लिये क्षमता विकास करना।
- अंतर्संचालनीयता बढ़ाना।
- समुद्री सहयोग को मज़बूत करना।
- महत्त्व:
- ये अभ्यास हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और समुद्री पड़ोसियों के साथ सहयोग बढ़ाने तथा क्षेत्र में सभी के लिये सागर (SAGAR) सुरक्षा एवं विकास को बढ़ावा देने हेतु भारत तथा भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
स्रोत: पी.आई.बी.
प्रारंभिक परीक्षा
फुटबॉल 4 स्कूल पहल
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने भारत में 'फुटबॉल4स्कूल' पहल के लिये फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।
फुटबॉल4स्कूल पहल:
- परिचय:
- फुटबॉल4स्कूल कार्यक्रम खेल को जीवन का अभिन्न आयाम बनाने और लोगों को बहुआयामी बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में उठाया गया एक कदम है।
- इसका उद्देश्य खेल-एकीकृत शिक्षा के माध्यम से भारत में 25 मिलियन युवा लड़कों और लड़कियों को सशक्त बनाना है।
- यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 की भावना को प्रोत्साहित करने वाली पहल है।
- उद्देश्य:
- मूल्यवान जीवन कौशल और दक्षताओं के साथ शिक्षार्थियों (लड़कों और लड़कियों) को सशक्त बनाना।
- लोगों तक खेल और जीवन-कौशल गतिविधियों को पहुँचाने के लिये कोच-शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान कर सशक्त बनाना।
- फुटबॉल के माध्यम से जीवन कौशल शिक्षण का संचालन करने के लिये हितधारकों (स्कूलों, सदस्य संघों और सार्वजनिक निकायों) की क्षमता में वृद्धि करना।
- साझेदारी, गठबंधन तथा अंतरक्षेत्रीय सहयोग की सुविधा के लिये सरकार और भाग लेने वाले स्कूलों के बीच सहयोग बढ़ाना।
FIFA:
- विषय:
- फीफा या फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन दुनिया में फुटबॉल का सर्वोच्च शासी निकाय है।
- यह एसोसिएशन फुटबॉल, फुटसल और बीच सॉकर का अंतर्राष्ट्रीय शासी निकाय है।
- फीफा एक गैर-लाभकारी संगठन है।
- फीफा की स्थापना वर्ष 1904 में बेल्जियम, डेनमार्क, फ्राँस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विटज़रलैंड के राष्ट्रीय संघों के बीच अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धा की निगरानी के लिये की गई थी। फीफा में अब 211 सदस्य देश शामिल हैं।
- इसका मुख्यालय ज्यूरिख में है।
- उद्देश्य:
- फीफा का प्राथमिक उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल का प्रसार करना तथा सत्यनिष्ठा और निष्पक्ष खेल को बढ़ावा देना है।
- यह वर्ष 1930 में शुरू हुआ पुरुष विश्व कप तथा वर्ष 1991 में शुरू हुए महिला विश्व कप सहित अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के संगठन और प्रचार के लिये ज़िम्मेदार है।
- यह अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति से संबद्ध है तथा अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल संघ बोर्ड का सदस्य भी है, जो फुटबॉल के नियमों को स्थापित करने के लिये ज़िम्मेदार है।
- फीफा से संबद्ध छह क्षेत्रीय संघ:
- एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) एशिया व ऑस्ट्रेलिया के लिये शासी निकाय है।
- अफ्रीकी फुटबॉल परिसंघ (सीएएफ) में 56 सदस्य हैं।
- कन्फेडरेशन ऑफ नॉर्थ सेंट्रल अमेरिकन एंड कैरेबियन एसोसिएशन फुटबॉल (CONCAF) में 41 सदस्य हैं।
- कन्फेडरेशन ऑफ सुदामेरिकाना डी फ़ुटबोल (CONMEBOL) 10 सदस्यों वाला दक्षिण अमेरिकी महासंघ है।
- ओशिनिया फुटबॉल महासंघ (OFC) में न्यूज़ीलैंड सहित 14 सदस्य हैं।
- यूरोपीय फुटबॉल संघों का संघ (UEFA) 55 सदस्यों के साथ यूरोप के लिये शासी निकाय है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF):
- अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) वह संगठन है जो भारत में फुटबॉल के खेल का प्रबंधन करता है।
- यह भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के संचालन का प्रबंधन करता है और कई अन्य प्रतियोगिताओं तथा टीमों के अलावा भारत की प्रमुख घरेलू क्लब प्रतियोगिता आई-लीग को भी नियंत्रित करता है।
- AIFF की स्थापना वर्ष 1937 में हुई थी और वर्ष 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1948 में फीफा संबद्धता प्राप्त की थी।
- वर्तमान में इसका कार्यालय द्वारका, नई दिल्ली में है। भारत वर्ष 1954 में एशियाई फुटबॉल परिसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था।
स्रोत: पी.आई.बी.
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 01 नवंबर, 2022
जल सप्ताह-इंडिया वाटर वीक का उद्घाटन:
भारत के राष्ट्रपति आज ग्रेटर नोएडा में जल सप्ताह-इंडिया वाटर वीक का उद्घाटन करेंगी। जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा एकीकृत जल संसाधनों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, संरक्षण और उपयोग करने के प्रयास में 1 नवंबर से 5 नवंबर तक भारत जल सप्ताह के सातवें संस्करण का आयोजन किया जाएगा। इस मंच का उपयोग वैश्विक स्तर के निर्णयकर्त्ताओं, राजनेताओं, शोधकर्त्ताओं और उद्यमियों के बीच विचार-विमर्श हेतु किया जाएगा। जल सप्ताह का केंद्रीय विषय "सतत् विकास एवं समानता के लिये जल सुरक्षा" है। यह आयोजन दुनिया भर के विशेषज्ञों, योजनाकारों तथा हितधारकों के एकीकरण में मदद करेगा और सतत् विकास लक्ष्यों के अनुरूप जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन की स्थिरता से संबंधित मुद्दों को प्रस्तुत करेगा। कार्यक्रम में सम्मेलनों के साथ सेमिनार, पैनल चर्चा, प्रदर्शनियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। डेनमार्क, सिंगापुर और फिनलैंड इस आयोजन में भाग लेंगे।
हरित आयकर
आयकर विभाग ने 31 अक्तूबर, 2022 को समाप्त होने वाले भारत सरकार के महीने भर चले ‘विशेष स्वच्छता अभियान’ में बड़े उत्साह से भाग लिया। इसी दिन (31 अक्तूबर) सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जाती है और इसे ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है। आयकर विभाग ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर हरित आयकर की शुूरुआत की है। इस विशेष पहल के तहत आयकर विभाग के भवनों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में एवं उनके आसपास पेड़ लगाकर तथा सूक्ष्म वन विस्तार कर हरित आवरण को बढ़ाने का संकल्प लिया गया है। शब्द एचएआरआईटी-हरित वास्तव में हरियाली अचीवमेंट रेज़ोल्यूशन बाई इनकम टैक्स का संक्षिप्त रूप है।
‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 01 नवंबर, 2022 को राजस्थान के बाँसवाड़ा ज़िले में 'मानगढ़ धाम की गौरव गाथा' कार्यक्रम में शामिल हुए। साथ ही उन्होंने गुजरात के पंचमहल ज़िले के जम्बूगोडा में आठ सौ साठ करोड़ रुपए लागत की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री गोधरा में श्री गोविंद गुरू विश्वविद्यालय के नए परिसर, वाडेक गाँव में संतजोरिया परमेश्वर प्राइमरी स्कूल और स्मारक तथा दांडियापुरा गाँव में राजारूप सिंह नायक प्राइमरी स्कूल व स्मारक का लोकार्पण भी करेंगे। प्रधानमंत्री गोधरा केंद्रीय विद्यालय भवन की आधारशिला रखेंगे। वे गोधरा मेडिकल कॉलेज के विकास एवं कौशल्य विश्वविद्यालय के विस्तार कार्य का शिलान्यास भी करेंगे। मानगढ़ धाम राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं के लिये विशेष महत्त्व रखता है। राजस्थान व गुजरात की सीमा पर बाँसवाड़ा ज़िले की आनंदपुरी पंचायत समिति क्षेत्र की पहाड़ी पर मानगढ़ धाम स्थित हैं। 17 नवंबर, 1913 में गोविन्द गुरु के नेतृत्त्व में अंग्रेज़ो से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ते हुए करीब 1500 आदिवासी शहीद हुए थे। ऐसा कहा जाता है कि यह घटनाक्रम जलियावाला बाग से भी बड़ा था। दिल्ली के अभिलेखागार से मानगढ़ से जुड़े अधिकृत दस्तावेज़ जुटाने के बाद सरकार इसके विकास पर विशेष ध्यान डे रही है।