राष्ट्रकूटकालीन स्थापत्य | 26 Nov 2018
- राष्ट्रकूटकालीन स्थापत्य में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एलोरा नामक स्थल और मुंबई के निकट द्वीपीय स्थल एलीफैंटा की गुफाएँ महत्त्वपूर्ण हैं।
- ‘रॉक कट आर्किटेक्चर’ का बेहतरीन उदाहरण हैं एलोरा की गुफाएँ। इन्हें विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया है।
- इसमें कैलाश गुहा मंदिर (गुफा संख्या-16) की गणना विश्व स्तर की भव्यतम कलाकृतियों में की जाती है। इसकी तुलना एथेंस के प्रसिद्ध मंदिर ‘पार्थेनन’ से की गई है।
- विश्व विरासत में शामिल एलीफैंटा की अधिकतर गुफाएँ हिन्दू (शिव) धर्म और शेष बौद्ध धर्म को समर्पित हैं जबकि एलोरा हिन्दू, बौद्ध व जैन तीनों को समर्पित रहा है।
- एलीफैंटा में बनी त्रिमूर्ति विश्व प्रसिद्ध है, जो शिव के ही तीनों रूपों की है।
- कोंकणी मौर्यों के समय इस द्वीप को धारापुरी कहा जाता था, बाद में हाथी की एक विशाल प्रतिमा मिलने के कारण पुर्तगालियों ने इसे एलीफैंटा कहा।