न्यू ईयर सेल | 50% डिस्काउंट | 28 से 31 दिसंबर तक   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 31 Dec 2022
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

पर्यटन को लेकर देशभर में छाया उत्तराखंड, चारधाम और कांवड़ यात्रा में बना नया रिकॉर्ड

चर्चा में क्यों?

30 दिसंबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार तीर्थाटन और पर्यटन के क्षेत्र में साल 2022 उत्तराखंड के लिये अच्छा साबित हुआ। कोरोना के बाद फिर से शुरू हुई चारधाम और कांवड़ यात्राएँ चरम पर रहीं। वहीं दो नए रिकॉर्ड भी बने।

प्रमुख बिंदु

  • जानकारी के अनुसार कांवड़ मेला कोरोनाकाल के दो साल बाद हुआ और तीन करोड़ 82 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़ से हरिद्वार के व्यवसाय को बूस्टर डोज मिली। चारधाम यात्रा ने भी हरिद्वार के होटल और ट्रैवलर्स व्यवसाय को पटरी पर दौड़ा दिया।
  • हरिद्वार की पूरी अर्थव्यवस्था श्रद्धालुओं पर निर्भर है। कोरोनाकाल में हरिद्वार में व्यवसायियों के कर्मचारियों का वेतन तो दूर बिजली-पानी के बिल और बच्चों की स्कूल फीस देने के लाले पड़ गए थे। कोरोना का कहर कम हुआ, लेकिन पाबंदियों से श्रद्धालुओं की संख्या नहीं बढ़ी, लेकिन 14 जुलाई से 27 जुलाई तक हुए कांवड़ मेले ने हरिद्वार के व्यवसाय को बूस्टर डोज दी।
  • उत्तर भारत के कई राज्यों से तीन करोड़ 82 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगाई और गंगाजल लेकर गंतव्यों को रवाना हुए। ऐतिहासिक भीड़ के बाद भी मेले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पुलिस और मेला प्रशासन ने बखूबी मेले को संपन्न कराया।
  • कोरोनाकाल के दो साल बाद बिना बंदिशों के चली चारधाम यात्रा ने इस साल नया रिकॉर्ड बनाया है। पहली बार चारों धामों में करीब 46 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये। 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का इस साल समापन हो गया था।
  • गौरतलब है कि इस बार बदरीनाथ धाम 17 लाख 60 हज़ार 646 श्रद्धालु पहुँचे। वहीं, रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री गंगोत्री धाम पहुँचे। इस बार धाम में 624451 तीर्थ यात्री पहुँचे, जबकि यमुनोत्री धाम में 485635 तीर्थ यात्री दर्शनों के लिये पहुंचे। इस वर्ष केदारनाथ यात्रा में रिकॉर्ड 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुँचे हैं, जबकि यात्रा से 211 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है।
  • चारधाम यात्रा के दौरान सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों के बीच विभिन्न कारणों से 281 श्रद्धालुओं की मौत भी हुई। यात्राकाल में स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों में नौ स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की थी।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2