उत्तर प्रदेश Switch to English
पूर्वांचल के सरकारी स्कूल पढ़ाई-लिखाई और अनुशासन जैसे मानकों पर अव्वल
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की अगस्त-सितंबर माह की जारी रैंकिंग में पढ़ाई-लिखाई और अनुशासन जैसे मानकों पर पूर्वांचल के सरकारी स्कूल अव्वल रहे। प्रदेश के 823 विकासखंडों की ताजा रिपोर्ट में शीर्ष 10 में पूर्वांचल के ब्लॉकों को जगह मिली है।
प्रमुख बिंदु
- बलिया ज़िले के दो ब्लॉक बैरिया और मनियार क्रमश: पहले और दूसरे, जबकि बेल्हारी नौवें स्थान पर है। चंदौली ज़िले का सकलडीहा तीसरे, जौनपुर ज़िले का केराकत चौथे, देवरिया ज़िले का भागलपुर पाँचवें, सलेमपुर सातवें व भलुआनी दसवें, भदोही ज़िले का अभोली व औराई क्रमश: छठवें व आठवें स्थान पर है। प्रयागराज ज़िले के कौड़िहार फर्स्ट को पूरे प्रदेश में 14वाँ स्थान मिला है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर ज़िले का खतौली 16वें, अलीगढ़ ज़िले का खैर ब्लॉक 49वें, मेरठ ज़िले का सरूरपुर 56वें, बरेली ज़िले का क्यारा 77वें, आगरा ज़िले का खेरागढ़ 97वें, मुरादाबाद ज़िले का दिलारी 218वें, जबकि रामपुर ज़िले का स्वार ब्लॉक रैंकिंग में 250वें स्थान पर है।
- लखनऊ के गोसाईगंज ब्लॉक को 319वीं रैंक मिली है, जो राजधानी के ब्लॉकों में से सर्वश्रेष्ठ है।
- ब्लॉकवार जारी रैंकिंग कई पैरामीटर पर तैयार की गई है। स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिये चल रहे मिशन कायाकल्प, शिक्षकों की अनुपस्थिति, छात्रों की उपस्थिति, बैठकों आदि के आधार पर रैंकिंग की गई है।
बिहार Switch to English
मुज़फ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र में खुलेगा उत्तर बिहार का सबसे बड़ा कौशल प्रशिक्षण केंद्र
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार मुज़फ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र में उत्तर बिहार का सबसे बड़ा कौशल प्रशिक्षण केंद्र खुलेगा, जिसका काम अंतिम चरण में है।
प्रमुख बिंदु
- कौशल प्रशिक्षण केंद्र में युवाओं को कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स व हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, फर्नीचर व फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स व ज्वेलरी, लेदर टेक्नोलॉजी, बैग निर्माण सहित 40 क्षेत्रों की ट्रेनिंग मिलेगी। एक साथ एक छत के नीचे एक हज़ार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
- यह केंद्र उत्तर बिहार सहित अन्य राज्यों के युवाओं को रोज़गार के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर उन्हें निपुणता प्रमाणपत्र जारी करेगा।
- बेला औद्योगिक क्षेत्र फेज एक में दिसंबर से फैंसी गारमेंट का उत्पादन शुरू हो जाएगा। दिल्ली की एक गारमेंट कंपनी ने यहाँ फैक्ट्री स्थापित की है, जो दिसंबर से उत्पादन शुरू करेगी। इससे करीब एक हज़ार से अधिक लोगों को रोज़गार के अवसर मिल सकेंगे।
- विदित हो कि देश के बेरोज़गार युवाओं को कौशल का प्रशिक्षण देने हेतु वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई थी। 2015 से 2016 तक प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के सफल संचालन के बाद 2016 में योजना का पार्ट-टू शुरू किया गया, जो 2020 तक चला। 2020 में इस योजना का पार्ट-थ्री शुरू किया गया। पार्ट-थ्री में करीब आठ लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है।
बिहार Switch to English
बिहार के शशि भूषण ने 37वें नेशनल गेम्स में जीता रजत पदक
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को गोवा में चल रहे 37वें नेशनल गेम्स में बिहार के आरा ज़िले के शशि भूषण ने 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता है।
प्रमुख बिंदु
- बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविंद्रण शंकरण ने बताया कि शशि भूषण ने 3 मिनट 41.49 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता है।
- 20 वर्षों बाद नेशनल गेम्स के एथेलेटिक्स में बिहार को पदक मिला है। नेशनल गेम्स 2023 में बिहार के लिये यह दूसरा रजत पदक है। इसके पहले महिला रग्बी में बिहार एक रजत पदक अपने नाम कर चुका है।
- गौरतलब है कि 25 अक्तूबर से 9 नवंबर तक गोवा में 37वें नेशनल गेम्स का आयोजन हो रहा है। इसमें 22 विभिन्न खेल विधाओं में बिहार के 208 महिला और पुरुष खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों के साथ बिहार ओलंपिक एसोसिएशन के 15 अधिकारियों सहित कुल 223 लोगों ने हिस्सा लिया है।
- बिहार राज्य के खिलाड़ियों ने एथेलेटिक्स, तीरंदाजी, मुक्केबाज़ी, तलवारबाज़ी, रग्बी, साइकिलिंग, जूडो, ताइक्वांडो, योगा, तैराकी, पेंचक सिलाट, सेपक टाकरा, भारोत्तोलन, वुशु, ट्राइथलॉन, मार्शल आर्ट, स्क्वैश, कुश्ती आदि प्रमुख खेलों में हिस्सा लिया है।
- नेशनल गेम्स के लिये बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा यहाँ के खिलाड़ियों को विशेषरूप से प्रशिक्षण दिया गया है। इसके लिये अलग-अलग खेलों के विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाए गए थे, जैसे- रग्बी और सेपक टाकरा के लिये आईआईटी बिहटा में, वुशु का मुज़फ्फरपुर में, तीरंदाज़ी का पाटलिपुत्र खेल परिसर में विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था।
बिहार Switch to English
कॉर्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया की बिहार इकाई का दो दिवसीय 29वाँ वार्षिक सम्मेलन
चर्चा में क्यों?
28-29 अक्तूबर, 2023 तक कॉर्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया की बिहार इकाई के दो दिवसीय 29वें वार्षिक सम्मेलन का होटल मौर्या में आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सम्मेलन का शुभारंभ किया था। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से हृदय रोग विशेषज्ञ शामिल हुए थे।
- सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पी.एम.सी.एच.) को 5462 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश अस्पताल बनाया जा रहा है, ताकि मरीज़ों का इलाज और बेहतर ढंग से हो सके।
- निश्चय-2 में बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई। इसके तहत जन्म से हृदय में छेदवाले बच्चों का नि:शुल्क इलाज करवाया जाता है। पटना में ही अब इसके इलाज की व्यवस्था की गई है। आई.जी.आई.सी. में 198 बच्चों का और आई.जी.आई.एम.एस. में 24 बच्चों का इलाज हो चुका है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल थे, जो अब बढ़कर 13 हो गए हैं। कई अस्पतालों का और विस्तार किया जा रहा है। आई.जी.आई.एम.एस. पटना में 2500, एन.एम.सी.एच. पटना में 2500, एस.के.एम.सी.एच, मुज़फ्फरपुर में 2500 बेड, डी.एम.सी.एच दरभंगा में 2500 बेड का विस्तार किया जा रहा है।
- राजवंशी नगर अस्पताल को हड्डी रोग के इलाज का विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है, जिसका नामकरण लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल किया गया है। आँख के लिये राजेंद्र नगर अस्पताल को विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है। डायबिटीज के लिये न्यू गार्डिनर अस्पताल को विशिष्ट अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
बिहार Switch to English
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी स्व. रामबहादुर सिंह और स्व. पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्मचारी’ की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण
चर्चा में क्यों?
27 अक्तूबर, 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहरसा ज़िले के पंचगछिया ग्राम के भगवती प्रांगण में ‘कोसी का गांधी’स्वातंत्र्यवीर स्व. रामबहादुर सिंह और उनके ज्येष्ठ पुत्र स्वतंत्रता सेनानी स्व. पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्मचारी’की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रामबहादुर बाबू का जन्म 1901 ई. में हुआ था और उनकी मृत्यु 1950 ई. में हुई थी। 1919 ई. में रामबहादुर बाबू स्वामी सहजानंद सरस्वती के संपर्क में आए और अंग्रेज़ों द्वारा लाए गए काले कानून ‘रॉलेट एक्ट’का विरोध करते हुए अपनी गिरफ्तारी दी थी।
- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन को सफल बनाने के लिये रामबहादुर बाबू ने 1920 ई. में सैकड़ों लोगों के साथ मिलकर कोसी सेवक दल का गठन किया और कोसी क्षेत्र में विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया तथा खादी ग्राम उद्योग की शुरुआत की।
- 1925 ई. में जब गांधीजी बिहार आए थे और पूर्णिया, अररिया, फारबिसगंज आदि जगहों पर गए तो भ्रमण के दौरान रामबहादुर बाबू उनके साथ रहे थे। 1930 ई. में उन्होंने गांधीजी के नमक सत्याग्रह आंदोलन में भी भाग लिया।
- वर्ष 1934 ई. में जब बिहार में भूकंप आया था और गांधीजी भूकंप पीड़ितों से मिलने मुंगेर पहुँचे थे तो पंचगछिया ग्राम भी आकर रामबहादुर बाबू से मिले थे, क्योंकि इनका घर भी भूकंप में ध्वस्त हो गया था। ऐसी स्थिति में भी रामबहादुर बाबू की धर्मपत्नी कुंती देवी ने अपना धन बापू के समक्ष दान में दे दिया था, ताकि पीड़ितों की मदद की जा सके। 1942 ई. के भारत छोड़ो आंदोलन में भी रामबहादुर बाबू ने सक्रिय भूमिका निभाई थी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि रामबहादुर बाबू के पुत्र पद्मानंद सिंह ‘ब्रह्माचारी’ने भी 1942 ई. के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। पद्मानंद सिंह का जन्म वर्ष 1921 में और मृत्यु वर्ष 2016 में हुई थी।
हरियाणा Switch to English
सीएसएसआरआई करनाल ने विकसित की सल्फर आधारित मृदा सुधार तकनीक
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को केंद्रीय मृदा एवं लवणता अनुसंधान संस्थान (सीएसएसआरआई) करनाल के फसल एवं मृदा सुधार विभाग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार रॉय ने बताया कि छह साल के शोध के बाद सीएसएसआरआई ने सल्फर आधारित मृदा सुधार तकनीक विकसित कर ली है।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. अरविंद कुमार रॉय ने बताया कि अभी मृदा सुधार के लिये राजस्थान की खदानों से निकलने वाली जिप्सम का उपयोग होता है, लेकिन इसकी लगा तार कमी होती जा रही है, जिसके चलते कई वर्षों से वैज्ञानिक इसका विकल्प खोज रहे थे।
- सल्फर आधारित मृदा सुधार तकनीक के परिणामों के लिये सीएसएसआरआई के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में कई स्थानों पर अध्ययन किया गया। साथ ही, इसका उपयोग विभिन्न फसलों, जैसे- धान, गेहूँ, कपास, बरसीम आदि पर भी किया गया।
- इस तकनीक का प्रयोग करके देश के एक बड़े भूभाग को फिर से उपजाऊ बनाया जा सकेगा, जिसमें फसलों की पैदावार होगी और देश का खाद्यान्न बढ़ेगा।
- अभी देश में 3.78 लाख हेक्टेयर भूमि क्षारीयता से प्रभावित है। जिस भूमि का पीएच मान 8.3 से अधिक हो जाता है, उसे क्षारीय भूमि माना जाता है। इसके अतिरिक्त क्षारीय जल के प्रयोग से फसलों का उत्पादन धीरे-धीरे गिरता जाता है। 10 से 15 सालों में ये स्थिति हो जाती है कि उस भूमि में फसलों की पैदावार बंद हो जाती है और भूमि बंजर होने लगती है।
- सीएसएसआरआई के वैज्ञानिकों ने इसका विकल्प तैयार करने पर शोध कार्य शुरू किया। ये शोध कार्य सीएसएसआरआई ने रिलायंस इंडस्ट्री के साथ मिलकर शुरू किया था। छह साल की मेहनत और अनुसंधान के बाद अब संस्थान ने सल्फर आधारित मृदा सुधार तकनीक को तैयार कर लिया है।
- उल्लेखनीय है कि इस तकनीक में उपयोग होने वाला सल्फर पेट्रोलियम रिफाइनरी से प्राप्त किया जाता है, जो निष्प्रयोज्य होता है। इससे जो गैसें निकलती हैं, उन्हें एक प्रक्रिया से गुज़ार कर सल्फर निकाला जाएगा। इसका बड़ा फायदा क्षारीय भूमि में सुधार तो है ही, दूसरा सबसे बड़ा फायदा भी होगा कि ये गैसों से प्रदूषण भी कम होगा।
हरियाणा Switch to English
दो कांस्य के साथ अनीश बनवाला ने हासिल किया ओलंपिक कोटा
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को करनाल के शूटर अनीश बनवाला ने एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में क्वालीफाई करते हुए व्यक्तिगत और टीम इवेंट में कांस्य पदक जीतने के साथ-साथ पेरिस ओलंपिक 2024 का कोटा भी हासिल किया है।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि 15वीं एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन 23 अक्तूबर से तीन नवंबर तक चांगवोन दक्षिण कोरिया में किया जा रहा है।
- अनीश बनवाला ने यह उपलब्धि 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में हासिल की है। पेरिस का टिकट उन्होंने स्कोर के आधार पर हासिल किया है। प्रतियोगिता में उन्होंने 600 में से 588 अंक हासिल किये हैं।
- अब अनीश गोवा में चल रहे 37वें राष्ट्रीय खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। गोवा में उनका इवेंट पाँच-छह नवंबर को होगा। इसके अलावा अनीश नवंबर महीने में ही दोहा, कतर में आयोजित होने वाली वर्ल्ड कप शूटिंग में भाग लेंगे।
- गौरतलब है कि इसी माह चीन में आयोजित एशियाई खेलों में भी अनीश ने टीम इवेंट में कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इससे पहले अनीश ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। मई माह में भी अनीश ने अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित सीनियर वर्ल्ड कप में भाग लिया था।
- अनीश ने 2023 सीनियर शूटिंग वर्ल्ड कप के 25 मीटर रैपिड फायर में 12 साल बाद भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। उससे पहले 2022 में सीनियर वर्ल्ड कप में एक टीम स्वर्ण मिला था। वर्ष 2018 में ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स के 25 मीटर रैपिड फायर में अनीश ने देश को स्वर्ण दिलाया था। उस समय वह 10वीं क्लास में पढ़ाई करते थे।
- अनीश की बड़ी बहन मुस्कान भी शूटर हैं। फरवरी 2018 में सिडनी में आयोजित जूनियर वर्ल्ड कप में इंडिविजुअल में मुस्कान और अनीश ने एक साथ गोल्ड मेडल हासिल किया था। मुस्कान ने 25 मीटर स्पोर्ट पिस्टल में और अनीश ने 25 मीटर रैपिड फायर में भाग लिया था।
- उल्लेखनीय है कि अनीश अब तक नेशनल में 70 और इंटरनेशनल में करीब 33 पदक अपने नाम कर चुके हैं।
हरियाणा Switch to English
देश के 13 शहरों में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना जींद
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा जारी बयान के अनुसार हरियाणा का जींद शहर देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। इस शहर का औसत एक्यूआई 416 दर्ज किया गया।
प्रमुख बिंदु
- देश के 13 प्रदूषित शहरों में हरियाणा के छह शहर शामिल थे। हरियाणा के छह ज़िलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 पार कर गया है। 300 से ऊपर एक्यूआई जाने का मतलब है कि शहर की हवा बहुत खराब स्थिति में है।
- वहीं देश का सबसे प्रदूषित शहर राजस्थान का हनुमानगढ़ रहा। इस शहर का औसत एक्यूआई 428 दर्ज किया गया।
- देश के 13 प्रदूषित शहरों में शामिल हरियाणा के छह शहर हैं- जींद (416), झज्जर/बहादुरगढ़ (362), कैथल (332), भिवानी (330), रोहतक (314) और करनाल (303)।
झारखंड Switch to English
मुख्यमंत्री ने झारखंड के सबसे लंबे पुल व 21 अन्य योजनाओं का किया शिलान्यास व उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, को 2023 मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका के कुमड़ाबाद में मयूराक्षी नदी पर बनाए गए राज्य के सबसे बड़े पुल का उद्घाटन किया। साथ ही 543 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार व बनने वाली 21 अन्य योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- 198 करोड़ रुपए की लागत से बने इस पुल की लंबाई 2.34 किलोमीटर है। पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु किया गया है।
- उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि पुल के बन जाने से दुमका मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के दर्जनों गाँवों के लोगों के लिये आवागमन सुगम हो जाएगा।
- पुल के बनने से न सिर्फ पश्चिम बंगाल, राँची, जामताड़ा व नाला की दूरी कम हो जाएगी, बल्कि इससे आर्थिक व पर्यटन के क्षेत्र में विकास होगा।
उत्तराखंड Switch to English
मछली पालन को बढ़ावा देने को शुरू होगी ‘मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना’
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिये ‘मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना’को शुरू करने की मंज़ूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि केंद्र सरकार की ओर से ‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना’संचालित है। इसमें पर्वतीय क्षेत्रों के हिसाब से मत्स्य पालकों को कोई प्रोत्साहन सुविधा नहीं है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना’शुरू करने को मंज़ूरी दी है।
- इस योजना में मत्स्य पालकों को मछली पालन के लिये तालाब, रेसवेज और अन्य बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिये ऋण पर ब्याज दर में पाँच प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। राज्य सरकार की ओर से तीन प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज दर में छूट दी जाएगी, जबकि दो प्रतिशत केंद्रीय योजना से मिलेगी।
- मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना की अवधि पाँच साल होगी। इसमें चार हज़ार लोगों को मछली पालन व्यवसाय से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
- इस योजना में महिला समूहों को मछली पालन से जोड़ा जाएगा। साथ ही महिला समूहों को मछली पालन के लिये 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी।
- किसानों की तर्ज़ पर अब मत्स्य पालकों को भी बीमा की सुविधा मिलेगी। मत्स्य पालकों को एक लाख रुपए का बीमा कराया जाएगा। इसमें 90 प्रतिशत प्रीमियम प्रदेश सरकार देगी। प्रदेश में ही ट्राउट फिश का सीड तैयार किया जाएगा।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड के सूरज पंवार ने रेस वॉकिंग में जीता गोल्ड मेडल
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के सूरज पंवार ने 20 किलोमीटर की रेस वॉकिंग में प्रदेश के लिये एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीता।
प्रमुख बिंदु
- सूरज पंवार ने 20 किलोमीटर की रेस एक घंटा 27 मिनट में पूरी की और गोल्ड मेडल जीता। इसे मिलाकर उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में अब तक दो स्वर्ण और एक रजत सहित आठ पदक जीत चुका है।
- उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ. डीके सिंह के मुताबिक उत्तराखंड को अब तक दो स्वर्ण पदक मिल चुके हैं। इससे पहले रुद्रपुर के निखिल भारती पेंचक सिलाट खेल के फाइनल में महाराष्ट्र के खिलाड़ी को 41-29 से हराकर स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
- वहीं उत्तराखंड की अंकिता ध्यानी ने राष्ट्रीय खेलों की 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने यह दौड़ चार मिनट 16 सेकेंड में पूरी की। अंकिता मूलरूप से पौड़ी के जहरीखाल ब्लॉक के मेरुड़ा गाँव की रहने वाली हैं।
- विदित हो कि सूरज पंवार ने इससे पहले 2018 में अर्जेंटिना में आयोजित यूथ ओलंपिक की 5000 मीटर वॉकिंग रेस में रजत पदक जीता था। वर्ष 2018 में ही उन्होंने थाइलैंड में आयोजित एशियन चैंपियनशिप की 5000 मीटर रेस वॉकिंग में रजत जीता, जबकि पिछले साल दोहा में 20 किलोमीटर रेस वॉकिंग में 24वाँ स्थान प्राप्त किया।
उत्तराखंड Switch to English
मुख्यमंत्री ने किया सतर्कता सप्ताह का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सतर्कता सप्ताह के अंतर्गत ‘भ्रष्टाचार का विरोध करें, राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने सतर्कता विभाग में 103 नए पद सृजित किये जाने की घोषणा भी की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सतर्कता विभाग की कार्यप्रणाली को प्रभावी रूप से और बेहतर बनाने के लिये सर्विलांस व तकनीकि विशेषज्ञों की टीम का गठन किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ के दौरान भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के लिये विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाए जाएँ।
- मुख्यमंत्री ने विज़िलेंस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिये विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई की माह में दो बार रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिये सभी विभागीय सचिवों द्वारा अपने विभागों की नियमित मॉनीटरिंग की जाए।
- उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के लिये जारी किये गए नंबर 1064 का भी व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। भ्रष्टाचार से संबंधित किसी भी शिकायत पर शीघ्र रिस्पॉन्स दिया जाए, शिकायत सही पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
उत्तराखंड Switch to English
कैबिनेट बैठक में 27 प्रस्तावों को मिली मंज़ूरी
चर्चा में क्यों?
30 अक्तूबर, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 30 में से 27 प्रस्तावों को मंज़ूरी दी गई। इनमें 12 हज़ार वन पंचायतों में 1600 प्रकार की जड़ी-बूटियों को आजीविका से जोड़ने की योजना भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- प्रदेश की आबोहवा को महफूज रखने के लिये राज्य मंत्रिमंडल ने सोलर हीटर को बढ़ावा देने और ज़हरीला धुआँ उगलते कबाड़ वाहनों को सड़कों से हटाने की योजना को मंज़ूरी दी है।
- कबाड़ वाहन बेचेंगे तो नया वाहन खरीदने पर मिलेगी छूट
- प्रदेश में 15 साल पुराने वाहनों को कबाड़ में बेचने पर वाहन कर में छूट मिलेगी। व्यावसायिक वाहनों के लिये नया वाहन खरीदने पर यह छूट 15 प्रतिशत और निजी वाहन के लिये 25 प्रतिशत की होगी।
- मंत्रिमंडल ने कबाड़ नीति को मंज़ूरी दी है। नीति को लागू करने पर केंद्र सरकार 50 करोड़ रुपए की विशेष सहायता भी देगी।
- घरों में सोलर हीटर लगाने पर मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान
- कैबिनेट ने सोलर वाटर हीटर अनुदान योजना को मंज़ूरी दी है, जिसमें घरेलू उपभोक्ता अपने घरों में सोलर हीटर लगाएंगे तो सरकार इसके लिये 50 प्रतिशत तक अनुदान देगी। वहीं व्यावसायिक उपयोग पर 30 फीसदी अनुदान मिलेगा। साथ ही बिजली बिल में प्रति लीटर 150 रुपए की छूट मिलेगी।
- विदित हो कि 2014 में यह योजना बंद हो गई थी।
- 6000 से अधिक कर्मचारियों के पास पुरानी पेंशन में शामिल होने का मौका
- नई पेंशन योजना में सेवारत् उन करीब 6000 कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना में शामिल होने का मौका मिलेगा, जिनकी भर्ती की विज्ञप्ति व अधिसूचना एक अक्तूबर 2005 से पहले जारी हो गई थी।
- प्रदेश कैबिनेट ने केंद्र सरकार के मार्च 2023 में दिये गए विकल्प को अपनाया है।
- पहाड़ में बनेंगे हज़ारों चेक डैम, अथॉरिटी को मंज़ूरी
- प्रदेश के 11 पर्वतीय ज़िलों में बारिश के पानी के उपयोग के लिये हज़ारों की संख्या में चेक डैम बनाए जाएंगे। इससे निचले मैदानी क्षेत्रों में बारिश के पानी से होने वाले नुकसान को रोकने में मदद मिलेगी।
- इसके लिये कैबिनेट ने जलागम निदेशालय के तहत स्पिंग एवं रिवर रेजुवेनेशन अथॉरिटी (सारा) को मंज़ूरी दी है।
- 35 हज़ार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का वर्दी भत्ता बढ़ा
- सचिवालय को छोड़कर प्रदेश के विभागों में तैनात करीब 35 हज़ार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हर वर्ष 2400 रुपए वर्दी भत्ता मिलेगा। अभी तक दो साल में पैंट, कमीज व अन्य अलग-अलग मदों में 4000 रुपए वर्दी भत्ता मिल रहा था। कैबिनेट ने प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।
- साथ ही चालक से लिपिक बनने के लिये होने वाली टाइपिंग परीक्षा में 4000 शब्दों के स्थान पर 2400 शब्द का मानक बनाया गया है।
- आठवीं पास आईटीआई करेगा तो हाईस्कूल में देनी होगी केवल हिन्दी की परीक्षा
- प्रदेश में आठवीं पास जो छात्र आईटीआई का दो वर्षीय पाठ्यक्रम पूरा कर लेंगे, उन्हें हाईस्कूल की पूरी परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होगी। दसवीं पास करने के लिये उन्हें केवल हिन्दी की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
- इसी तरह 10वीं के छात्र आईटीआई करने के बाद सिर्फ हिन्दी की परीक्षा पास कर 12वीं कर सकेंगे।
- वन पंचायतों में 628 करोड़ की जड़ी-बूटी पैदावर योजना को मंज़ूरी
- कैबिनेट ने राज्य की 12 हज़ार वन पंचायतों में जड़ी-बूटी की पैदावार को बढ़ावा देने के लिये दो चरणों में 628 करोड़ रुपए की योजना को मंज़ूरी दे दी है।
- यह योजना 10 वर्ष के लिये दो चरणों में 5000 हेक्टेयर में लागू होगी। इसके तहत स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ाने पर ज़ोर दिया जाएगा।
- कैबिनेट के अन्य प्रमुख फैसले
- पर्यटन नीति में आसान होगी निवेश की प्रक्रिया, सिंगल विंडो सिस्टम लागू
- उद्योगों के विस्तार के लिये नीति में संशोधन को मंज़ूरी
- नए गो सदन बनाने व पशु संरक्षण के लिये ज़िलाधिकारी को दिये अधिकार
- आईएएस, आईआरएस व वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी बन सकेंगे अपर कर आयुक्त
- पावर हाउस के अपग्रेडेशन के लिये एडीबी के प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दी गई।
- कार्बेट की तर्ज़ पर राजाजी टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन के गठन को मंज़ूरी
- मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तीन प्रतिशत की सब्सिडी देगी सरकार
- मॉडल जेल मैनुअल के आधार पर बनेगी कारागार नियमावली
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