मध्य प्रदेश Switch to English
विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति पंचायतों का आयोजन पुन: प्रारंभ
चर्चा में क्यों?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर 31 अगस्त, 2021 को विमुक्त जाति दिवस (Vimukt Jati Diwas) पर मध्य प्रदेश में विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति (Denotified, Nomadic and Semi-nomadic tribes) की विशेष पंचायत आयोजित की गई।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विभिन्न वर्गों के साथ संवाद स्थापित कर उनके विचारों और सुझावों के आधार पर कल्याणकारी कार्यक्रम और योजनाओं का निर्माण एवं क्रियान्वयन की प्रक्रिया प्रारंभ की है।
- इसका मुख्य उद्देश्य संबंधित वर्ग को अधिकाधिक लाभ मुहैया कराते हुए विकास की मुख्य धारा से जोड़ना है। इसी क्रम में विभिन्न वर्गों की पंचायत का आयोजन पुन: शुरू कर विमुक्त, घुमक्कड़ और अर्द्धघुमक्कड़ वर्ग की पंचायत आयोजित की गई।
- उल्लेखनीय है कि भारत के हृदय प्रदेश में विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजातियों के विकास तथा कल्याण हेतु मध्य प्रदेश शासन की अधिसूचना 22 जून, 2011 द्वारा पृथक् ‘विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग’ (Denotified, Nomadic and Semi-nomadic Tribes Welfare Department) का गठन किया गया था।
- मध्य प्रदेश की 51 जातियों को विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजातियों में सम्मिलित किया गया है। इन जनजातियों की प्रमुख समस्या शैक्षणिक पिछड़ापन, आर्थिक रूप से विपन्नता एवं घुमक्कड़ प्रवृत्ति होने के कारण स्थायी आवास न होना है।
- इन जनजातियों की उपरोक्त समस्याओं को दूर करने के लिये इन्हें एक स्थान पर आवासीय सुविधा देने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना कें अंतर्गत प्रति हितग्राही 1.50 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाता है।
Switch to English