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मेधा कृषि उत्सव
चर्चा में क्यों?
30 अगस्त, 2021 को जन्माष्टमी के अवसर पर झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध संघ द्वारा मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र, धुरवा, राँची में मेधा कृषि उत्सव (Medha Krishi Utsav) का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध संघ में दूध की आपूर्ति करने वाले दुग्ध उत्पादकों को एक रुपए प्रति लीटर सब्सिडी देने की योजना का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- कार्यक्रम में दुग्ध उत्पादकों को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि झारखंड का दुग्ध व्यवसाय में उज्ज्वल भविष्य है और यह हमारे दुग्ध उत्पादकों के लिये एक सुनहरा अवसर है, इससे राज्य के लोगों को उनके अपने राज्य में आय का एक स्रोत मिलेगा।
- झारखंड राज्य दुग्ध संघ, जो मेधा ब्रॉन्ड के नाम से प्रसिद्ध है, पिछले छह वर्षों से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के कुशल प्रबंधन में निरंतर प्रगति कर रहा है। वर्तमान में राज्य के 18 ज़िलों के दुग्ध संघ से लगभग 40,000 दुग्ध उत्पादक परिवार जुड़े हुए हैं, जो प्रतिदिन लगभग 1.30 लाख लीटर दूध की आपूर्ति कर रहे हैं।
- वर्तमान में दुग्ध संघ के तहत चार डेयरी संयंत्र (होटवार, कोडरमा, लातेहार और देवघर) 1.40 लाख लीटर की प्रसंस्करण क्षमता के साथ संचालित हैं, जबकि तीन नए संयंत्र, अर्थात् सरथ-देवघर, सहीगंज व पलामू निर्माण और उत्पादन के अंतिम चरण में हैं।
- इसके अलावा, दूध उत्पादकों की उत्पादन लागत को कम करने और दूध की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से होटवार स्थित मेधा डेयरी परिसर में फेडरेशन द्वारा एक मवेशी चारा संयंत्र, खनिज मिक्सर प्लांट, बायपास फीड और कोल्ड ब्रीडिंग प्लांट भी स्थापित कर संचालित किया जा रहा है।
- इस अवसर पर कृषि मंत्री द्वारा पशुओं के स्वास्थ्य से संबंधित उचित और सुलभ सलाह के लिये टेलीमेडिसिन कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के तहत पशुपालकों को विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों द्वारा उनके पशुओं के स्वास्थ्य के संबंध में सलाह दी जाएगी।
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