मुख्यमंत्री ने जमशेदपुर में देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन से जुड़े उद्योग की स्थापना हेतु दी स्वीकृति | झारखंड | 31 Jul 2023
चर्चा में क्यों?
- 29 जुलाई, 2023 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के जमशेदपुर में देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन से जुड़े उद्योग की स्थापना हेतु स्वीकृति प्रदान कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री की इस पहल के बाद अब देश में पेट्रोल, डीज़ल और बैटरी के साथ जल्द हाइड्रोजन ईंधन से भी वाहन चलेंगे।
- इसको लेकर मुख्यमंत्री ने टाटा मोटर्स एवं कमिंस इंक (अमेरिका) के संयुक्त उपक्रम TCPL Green Energy Solutions Private Limited (TGESPL) द्वारा ‘जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम’ में Hydrogen Internal Combustion Engine, Fuel-agnostic Engine, Advance Chemistry Battery, H2 Fuel Cell तथा H2 Fuel delivery systems के निर्माण/उत्पादन के लिये ईकाई की स्थापना हेतु सिंगल विंडो क्लीयरेंस कमिटी एवं हाई पॉवर कमिटी की स्वीकृति की प्रत्याशा में उक्त निवेश के प्रस्ताव पर TGESPL के साथ MoU हस्ताक्षर करने के प्रस्ताव पर सहमति दे दी है।
- इस एमओयू के उपरांत जमशेदपुर में देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन से जुड़े उद्योग के स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा। इस कार्य में हाइड्रोजन इंजन बनने की नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसका लाभ आने वाले समय में पूरे देश को होगा।
- झारखंड औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के वर्गीकृत सेक्टर वाइज मेगा प्रोजेक्ट के अनुसार उपर्युक्त परियोजना निर्माण से संबंध रखती है।
- इस इकाई से प्राप्त निवेश तथा प्रत्यक्ष नियोजन के आधार पर इकाई का वर्गीकरण मेगा श्रेणी के अंतर्गत किया गया है।
- इस इकाई की प्रस्तावित क्षमता 4000+ Hydrogen IC Engine/Fuel Agnostic Engine and 10,000+ Battery system है, इसके लिये प्रस्तावित निवेश 354.28 करोड़ रुपए है।
- एक अनुमान के अनुसार इकाई 310 से अधिक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लोगों का नियोजन सुनिश्चित हो सकेगा।
- उल्लेखनीय है कि हाइड्रोजन ऐसा ईंधन है, जिसकी क्षमता अन्य ईंधनों की अपेक्षा अधिक होती है। इसका एनर्जी लेबल अधिक होता है। यह सस्ता और हल्का होता है। ऐसे में पेट्रोल और डीजल के बीच इसे एक बेहतर विकल्घ्प माना जा सकता है।
- हाइड्रोजन ईंधन से प्रदूषण को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
- भारतीय बाज़ार और विश्व स्तर पर हाइड्रोजन इंजन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये 4000+ हाइड्रोजन आईसी इंजन/ईंधन एग्नोस्टिक इंजन और 10,000+ बैटरी सिस्टम की उत्पादन क्षमता के निर्माण आवश्यक ज़रूरतों की आपूर्ति और नई सहायक इकाइयों की स्थापना के लिये स्थानीय औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा।