मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रेड अलर्ट
चर्चा में क्यों?
भारतीय मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी (हीट वेव) की स्थिति के लिये रेड अलर्ट जारी किया है।
मुख्य बिंदु:
- IMD भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, राज्य के ग्वालियर, भिंड, दतिया, मुरैना और निवाड़ी ज़िलों में भीषण गर्मी (हीट वेव) पड़ने की संभावना है
- इन इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है तथा तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना।
- इसी तरह विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, भोपाल, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, आगर मालवा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ में भीषण गर्मी पड़ेगी।
हीट वेव (Heat Waves)
- परिचय:
- हीट वेव, चरम गर्म मौसम की लंबी अवधि होती है जो मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
- भारत एक उष्णकटिबंधीय देश होने के कारण विशेष रूप से हीट वेव के प्रति अधिक संवेदनशील है, जो हाल के वर्षों में लगातार और अधिक तीव्र हो गई है।
- भारत में हीट वेव घोषित करने हेतु मानदंड:.
- मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र
- यदि किसी स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम-से-कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक एवं पहाड़ी क्षेत्रों में कम-से-कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुँच जाता है तो इसे हीट वेव की स्थिति माना जाता है।
- हीट वेव के मानक से विचलन का आधार: विचलन 4.50 डिग्री सेल्सियस से 6.40 डिग्री सेल्सियस तक होता है।
- चरम हीट वेव: सामान्य से विचलन>6.40°C है।
- वास्तविक अधिकतम तापमान हीट वेव पर आधारित: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥45°C हो।
- चरम हीट वेव: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥47 डिग्री सेल्सियस हो।
- यदि एक मौसम विज्ञान उपखंड के भीतर कम-से-कम दो स्थान न्यूनतम दो दिनों के लिये उपरोक्त आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, तो इसकी घोषणा दूसरे दिन की जाती है।
- तटीय क्षेत्र:
- जब अधिकतम तापमान विचलन सामान्य से 4.50 डिग्री सेल्सियस अथवा अधिक होता है, तो इसे हीट वेव कहा जा सकता है, बशर्ते वास्तविक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या अधिक हो।
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