लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

स्टेट पी.सी.एस.

  • 31 Jan 2022
  • 1 min read
  • Switch Date:  
राजस्थान Switch to English

राजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ट्रॉमा सेंटर का शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

30 जनवरी, 2022 को राजस्थान के परिवहन राज्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने चूरू जिले के राजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 2 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे ट्रॉमा सेंटर भवन का शिलान्यास किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • इस दौरान प्रभारी मंत्री ओला एवं सादुलपुर विधायक डॉ. कृष्णा पूनिया ने ट्रॉमा सेंटर की शिलान्यास पटिेका का अनावरण भी किया।
  • इस मौके पर मंत्री ओला ने चूरू से रोहतक वाया भिवानी, सरदारशहर से दिल्ली वाया भिवानी एवं राजगढ़ से गालड़ बस सेवा शुरू करने तथा बैरासर गाँव में बस स्टॉपेज शुरू करने का आश्वासन दिया। 
  • विधायक डॉ. कृष्णा पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा 2021-22 के अंतर्गत ट्रॉमा सेंटर के लिये कुल 6 करोड़ 4 लाख रुपए खर्च किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें से 2 करोड़ रुपए लागत से भवन निर्माण किया जाएगा।

राजस्थान Switch to English

परिवहन आयुक्त ने किया डॉक्यूमेंट्री ‘हर जीवन अनमोल है’ को रिलीज

चर्चा में क्यों?

30 जनवरी, 2022 को राजस्थान के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के आयुक्त महेंद्र सोनी ने परिवहन भवन में सवाई मानसिंह चिकित्सालय, ट्रॉमा सेंटर में उपलब्ध अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सकीय सुविधाओं से आमजन को परिचित कराने के लिये बनाई गई डॉक्यूमेंट्री ‘हर जीवन अनमोल है’ को रिलीज किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस डॉक्यूमेंट्री का लेखन और निर्देशन ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी व वरिष्ठ आचार्य, अस्थि रोग डॉ. अनुराग धाकड़ ने किया है। डॉक्यूमेंट्री में आवाज भी उन्होंने ही दी है।
  • 5 मिनट की डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से आमजन मरीज के ट्रॉमा सेंटर में पहुँचने से लेकर प्राथमिक उपचार, ऑपरेशन, गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उपलब्ध सुविधाओं के बारे जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। 
  • इसका प्रसार-प्रचार सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक न्यूज चैनल, दूरदर्शन सहित विभिन्न माध्यमों के जरिये किया जाएगा। 
  • आयुक्त महेंद्र सोनी ने कहा कि चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर टीम द्वारा बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री को देखने के बाद आमजन में राजकीय चिकित्सा सेवाओं के प्रति और अधिक विश्वास बढ़ेगा। राजकीय चिकित्सा सुविधाओं को लेकर बने कई मिथक (भ्रांतियाँ) भी दूर होंगे। साथ ही ट्रॉमा सेंटर में अत्याधुनिक चिकित्सकीय तकनीक से घायलों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराने के बारे में भी जाना जा सकेगा।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश में बनेगा भारत का पहला जियो पार्क

चर्चा में क्यों?

29 जनवरी, 2022 को जबलपुर से लोकसभा सांसद राकेश सिंह ने बताया कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में नर्मदा नदी के तट पर लम्हेटा गाँव में देश के पहले जियो पार्क की स्थापना को मंजूरी दे दी है।

प्रमुख बिंदु

  • इस पार्क की स्थापना मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 35 करोड़ रुपए की लागत से की जाएगी। GSI ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिये 1.30 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। 
  • गौरतलब है कि यह स्थल प्राकृतिक विरासत के संरक्षण के लिये यूनेस्को की भू-विरासत की अस्थायी सूची में पहले से मौजूद है।
  • नर्मदा घाटी में, विशेषरूप से जबलपुर के भेड़ाघाट-लम्हेटा घाट क्षेत्र में कई डायनासोर के जीवाश्म पाए गए थे। 1828 ई. में भारतीय सिविल सेवा अधिकारी विलियम स्लीमैन द्वारा लम्हेटा बेड से पहला डायनासोर जीवाश्म एकत्र किया गया था।
  • भेड़ाघाट जो सफेद संगमरमर की चटेानी संरचना के लिए जाना जाता है, में 15.20 करोड़ रुपये की लागत से एक विज्ञान केंद्र भी बनाया जाएगा, जिसकी लागत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा साझा की जाएगी।

मध्य प्रदेश Switch to English

‘बीटिंग द रिट्रीट’ के साथ संपन्न हुआ गणतंत्र दिवस समारोह

चर्चा में क्यों?

29 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ‘बीटिंग द रिट्रीट’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी के साथ इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ।

प्रमुख बिंदु

  • ‘बीटिंग द रिट्रीट’ कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल मंगूभाई पटेल को सम्मान प्रकट करने के साथ हुई। इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस के ब्रास बैंड, मास्ड बैंड, पाइप बैंड और आर्मी बैंड ने सामूहिक वादन की मनोहारी प्रस्तुति दी। 
  • पुलिस ब्रास बैंड द्वारा देशभक्ति, फिल्मी, भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय राग और पाश्चात्य क्लासिकल संगीत की मनोहारी धुनें निकाली गईं। इसी कड़ी में हिन्दी फिल्मों के गीतों की सुमधुर संगीतमय प्रस्तुति दी गईं। इसके बाद सभी बैंड द्वारा मार्चपास्ट करते हुए बैंडवार सामूहिक प्रस्तुतियाँ दी गईं।
  • उल्लेखनीय है कि देश में ‘बीटिंग द रिट्रीट’ कार्यक्रम आयोजित करने वाला मध्य प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ प्रतिवर्ष 29 जनवरी को पुलिस द्वारा राजधानी भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में रायसीना हिल्स के विजय चौक पर भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना के बैंड दलों द्वारा वादन एवं मार्चपास्ट की आकर्षक सामूहिक प्रस्तुति राष्ट्रपति के समक्ष की जाती है।
  • विदित हो कि ‘बीटिंग द रिट्रीट’ का आयोजन अर्ध सैन्य बलों की एक सुदीर्घ प्राचीन परंपरा है, जब युद्ध के बाद सैन्य टुकड़ियाँ वापस अपने कैंपों में आती थीं, तब युद्ध के तनाव को कम करने के लिये मनोरंजक बैंड वादन का कार्यक्रम रखा जाता था। भारत में इस कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों का औपचारिक समापन होता है।

मध्य प्रदेश Switch to English

फरवरी को ‘स्वच्छता संकल्प माह’ के रूप में मनाया जाएगा

चर्चा में क्यों?

29 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार फरवरी-2022 को ‘स्वच्छता संकल्प माह’ के रूप में मनाया जाएगा। ‘स्वच्छता संकल्प माह’ एक से 28 फरवरी तक आयोजित होगा।

प्रमुख बिंदु

  • ‘स्वच्छता संकल्प माह’ का उद्देश्य स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारी पूरी कर प्रदेश को देश में सर्वोच्च स्थान पर लाना है।
  • मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में प्रत्येक निकाय को ओडीएफ प्रमाणीकरण प्राप्त करने, गार्बेज-फ्री सिटी की स्टार रेटिंग में नगर निगमों को 5-स्टार तथा अन्य नगरीय निकायों को न्यूनतम 3-स्टार प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण की प्रेरक दौड़ श्रेणी में सभी निकायों को कम-से-कम गोल्ड/सिल्वर प्राप्त करने के निर्देश भी दिये हैं।
  • स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में जिला कलेक्टरों को भी पुरस्कृत किया जाना है। स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिये सभी नगरीय निकायों में 26 जनवरी से ‘स्वच्छ प्रतिष्ठान’ सर्वेक्षण भी शुरू किया गया है।
  • ‘स्वच्छता संकल्प माह-2022’ के लिये जारी कैलेंडर में एक से 5 फरवरी तक थीम स्टार रेटिंग, 6 से 10 फरवरी तक ओडीएफ, 11 से 15 फरवरी तक सिटीजन फीडबैक और एंगेजमेंट, 16 से 20 फरवरी तक समस्त अधो-संरचना निर्माण गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इस दौरान 16 से 20 फरवरी तक एफएसटीपी का मटेरियल रिकवरी केंद्रों, कंपोस्टिंग इकाइयों और सामुदायिक तथा सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री द्वारा 21 से 25 फरवरी तक संवाद, समीक्षा एवं अधो-संरचनाओं का लोकार्पण, 25 से 27 फरवरी तक स्वच्छ सर्वेक्षण और 28 फरवरी को समापन गतिविधि की जाएगी। समापन दिवस पर नगरीय निकायों की टीम कचरा संग्रहण वाहनों के साथ नगर में भ्रमण करेगी। यह दिन पृथक्कीकृत कचरा संग्रहण दिवस के रूप में आयोजित किया जाएगा। साथ ही वार्डों में कचरा संग्रहण वाहनों के चालकों और सहयोगियों को शॉल, श्रीफल से सम्मानित किया जाएगा।

हरियाणा Switch to English

उन्नति ने जीता ओडिशा ओपन

चर्चा में क्यों?

30 जनवरी, 2022 को हरियाणा की 14 वर्षीय उन्नति हुडन्न ओडिशा ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में महिला सिंगल्स का खिताब जीतकर सुपर 100 टूर्नामेंट जीतने वाली सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।

प्रमुख बिंदु

  • उन्नति ने फाइनल में स्मित तोशनीवाल पर 21-18 तथा 21-11 से जीत दर्ज की, जबकि सेमीफाइनल में इन्होंने मालविका बंसोड़ को पराजित किया था।
  • उल्लेखनीय है कि ओडिशा ओपन, 2022 एक बीडब्ल्यूएफ सुपर 100 टूर्नामेंट है, जो कटक जिले के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 25 से 30 जनवरी, 2022 तक आयोजित किया गया। 
  • इसका आयोजन बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन की मंजूरी के साथ किया गया।
  • इस टूर्नामेंट में कुल 75,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार पूल था।

छत्तीसगढ़ Switch to English

रायपुर जिले में कुष्ठ जागरूकता अभियान शुरू

चर्चा में क्यों?

30 जनवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को चिह्नित करने और कुष्ठ के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये ‘स्पर्श कुष्ठ जन जागरूकता पखवाड़ा’ शुरू किया गया। इसका समापन 13 फरवरी को होगा।

प्रमुख बिंदु 

  • गौरतलब है कि भारत में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) के अवसर पर कुष्ठरोग से संबंधित कलंक एवं भेदभाव को समाप्त करने तथा लोगों में इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिये ‘कुष्ठ विरोधी दिवस’ मनाया जाता है। 
  • अभियान की शुरुआत करते हुए डॉ. फिरोज खान (अधीक्षक, सरकारी कुष्ठ केंद्र, पंडरी, रायपुर) ने कहा कि समाज में फैला अंधविश्वास कुष्ठ को पिछले जन्म से होने वाले पाप के रूप में देखता है। समाज से बहिष्कृत होने के डर से बीमारी को छिपाकर रखने वाले लोग वास्तव में बीमारी फैलाते हैं। 
  • उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझने की जरूरत है कि कुष्ठ एक इलाज योग्य बीमारी है और अगर इसमें देरी की गई तो इससे प्रभावित अंगों में विकलांगता और विकृति हो सकती है। उन्होंने कहा कि जीवाणु रोग होने के कारण यह छूने से नहीं फैलता है, लेकिन मरीज की जल्द पहचान और इलाज की जरूरत है। 
  • केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कुष्ठ रोग के प्रति ग्रामीणों में भय व भ्रांतियों को दूर करने और जागरूकता पैदा करने के लिये ग्राम स्तर पर ‘ग्राम सभा’ का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्ण रूप से ठीक हुए कुष्ठ रोगी को अतिथि के रूप में सम्मानित किया जाएगा।
  • गाँवों में कुष्ठ रोग और उसके इलाज के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये प्रचार वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा। कुष्ठ रोग के लक्षणों की जाँच के लिये एक टीम डोर-टू-डोर ड्राइव करेगी।
  • विदित हो कि छत्तीसगढ़ में कुष्ठ रोग की प्रसार दर प्रति 10,000 जनसंख्या पर 2.45 है। प्रति 10,000 जनसंख्या पर 1 से कम दर लाने का लक्ष्य रखा गया है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

शहीदों के सम्मान में रायपुर में प्रज्ज्वलित होगी ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’

चर्चा में क्यों?

29 जनवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों के सम्मान में राजधानी रायपुर में ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ का निर्माण कराने की घोषणा की। इसका भूमि पूजन सांसद राहुल गांधी के हाथों आगामी 3 फरवरी को किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ का निर्माण चौथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल माना, रायपुर के परिसर में किया जाएगा। शहीदों के सम्मान में छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति अनवरत जलती रहेगी।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के जिन सपूतों ने वर्दीधारी सेवाओं में जाकर देश के लिये प्राण न्यौछावर किये, साथ ही छत्तीसगढ़ में देश भर के जिन वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, उनकी शहादत का सम्मान ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ के माध्यम से किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि सन् 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के शहीद वीर सैनिकों के सम्मान में नई दिल्ली में अमर जवान ज्योति प्रज्ज्वलित की थी, जो 1972 से लगातार जलती आ रही थी, लेकिन केंद्र सरकार ने अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट से हटाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में शिफ्ट कर दिया।
  • छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति में शहीदों की नामावली सूची की दीवार, मेमोरियल टावर एवं वीवीआइपी मंच भी तैयार किया जाएगा। शहीदों की नामावली सूची की दीवार का निर्माण ब्राउन मार्बल से एवं शहीदों के नाम को उसी मार्बल में खुदाई कराकर लिखा जाएगा। यह दीवार लगभग 25 फीट ऊँची एवं लगभग 100 फीट की लंबाई के अर्धचंद्राकार रूप में रहेगी। इस दीवार की मोटाई 3 फीट होगी।
  • मेमोरियल टावर की स्थापना अर्धचंद्राकार दीवार के सामने बलुआ पत्थर ब्राउन व्हाइट मार्बल ग्रेनाइट से की जाएगी। इसके शीर्ष में स्मृति चिह्न का निर्माण कराया जाएगा।
  • मेमोरियल टावर के सामने आधार पर राइफल एवं हेलमेट प्रतीक चिह्न के रूप में रहेगा। इसी प्रतीक चिह्न के सामने ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ प्रज्ज्वलित होगी, जो भूमिगत पाइप लाइन के माध्यम से ईंधन सप्लाई द्वारा 24 घंटे जलेगी।
  • मेमोरियल टावर के ठीक सामने किलानुमा दो मंजिला भवन का निर्माण कराया जाएगा। इस भवन के आधार की लंबाई 150 फीट, चौड़ाई 90 फीट एवं ऊँचाई 40 फीट होगी। उक्त भवन के सामने 16 बिगुलरों के खड़े होने के लिये 16 गुंबदों का निर्माण कराया जाएगा।
  • इस भवन के प्रथम तल पर शहीदों की चित्र प्रदर्शनी एवं द्वितीय तल पर शस्त्र प्रदर्शनी रखी जाएगी। इस इकाई में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय पुलिस स्मृति दिवस के दौरान सम्मिलित शहीदों के परिजनों के ठहरने हेतु सर्व सुविधा युक्त मेस एवं आवासीय कमरों का निर्माण कराया जाएगा।

उत्तराखंड Switch to English

29वीं बाल विज्ञान कॉन्ग्रेस

चर्चा में क्यों?

29 जनवरी, 2022 को उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा 29वीं बाल विज्ञान कॉन्ग्रेस का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस कॉन्ग्रेस का आयोजन प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के सभी 95 प्रखंडों में किया गया और जिला स्तर पर बाल वैज्ञानिकों द्वारा लगभग 1500 परियोजनाओं को प्रस्तुत किया गया।
  • राज्य स्तर पर कुल 137 बाल वैज्ञानिकों ने प्रस्तुतियाँ दीं और उनमें से 16 का चयन 15 से 18 फरवरी तक होने वाली राष्ट्रीय स्तर की बाल विज्ञान कॉन्ग्रेस के लिये किया गया।
  • बाल वैज्ञानिकों को सतत् जीवन के लिये पारिस्थितिकी तंत्र, उपयुक्त प्रौद्योगिकी, सामाजिक नवाचार, डिजाइन विकास मॉडलिंग एवं पारंपरिक ज्ञान प्रणाली सहित विभिनन विषयों पर उनकी प्रस्तुति के लिये चुना गया।
  • उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कॉन्ग्रेस NCSTC तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एक प्रमुख कार्यव्रम है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2