लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 30 Dec 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
हरियाणा Switch to English

कृषि विश्वविद्यालयों की अटल रैंकिंग में एचएयू लगातार दूसरी बार देश भर में प्रथम

चर्चा में क्यों?

29 दिसंबर, 2021 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से जारी की गई विश्वविद्यालयों की अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इनोवेशन एंड एचीवमेंट्स में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार ने देश भर में प्रथम स्थान हासिल किया है।

प्रमुख बिंदु

  • देश भर में अटल रैंकिंग योजना वर्ष 2018 में शुरू की गई थी। गत वर्ष 2020 में भी विश्वविद्यालय ने प्रथम रैंक हासिल की थी, लेकिन उस समय केवल 674 शिक्षण संस्थानों ने ही आवेदन किया था। इस बार देश भर से 1438 विश्वविद्यालयों और संस्थानों सहित सभी आईआईटी, एनआईटी, आईआईएस आदि ने हिस्सा लिया। 
  • विश्वविद्यालय ने सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विश्वविद्यालयों की श्रेणी में देश भर में चौथा स्थान हासिल किया है। 
  • अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इनोवेशन एंड एचीवमेंट्स का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों में नवोन्मेष को बढ़ावा देना है। इसमें कई सूचकों के आधार पर शिक्षण संस्थाओं को रैंकिंग दी जाती है। विश्वविद्यालय को बौद्धिक संपदा अधिकार, इनोवेशन, स्टार्ट-अप तथा उद्यमिता के कार्यक्रम व गतिविधियाँ, आई एंड ई को स्पोर्ट करने के लिये प्री-इनक्यूबेशन एंड इनक्यूबेशन ढाँचा तथा सुविधाओं तथा आई एंड ई गतिविधियों को स्पोर्ट करने व प्रोत्साहित करना शामिल है।
  • चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्थापित एबिक सेंटर उत्तर भारत का पहला और भारतवर्ष का दूसरा केंद्र है, जो इनोवेशन, स्टार्टअप्स व उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है। विदित है कि एबिक सेंटर को हाल ही में देशभर में सर्वश्रेष्ठ इनक्यूबेशन सेंटर के अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।

हरियाणा Switch to English

मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी वर्कर्स को दिया नववर्ष का तोहफा

चर्चा में क्यों

29 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के आंगनबाड़ी वर्कर्स व हैल्पर को नववर्ष का तोहफा देते हुए उनके हित में कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने 31 दिसंबर, 2021 से आंगनबाड़ी वर्कर्स की रिटायरमेंट पर एक लाख रुपए तथा हेल्पर को 50 हज़ार रुपए की राशि दिये जाने की घोषणा की। 
  • इसके साथ ही, मासिक मानदेय में सितंबर 2020 से 400 रुपए और सितंबर 2021 से 450 रुपए की बढ़ोतरी करने और दो साल (वर्ष 2019-20 और 2020-21) का एरियर देने तथा कोविड-19 के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में काम करने के लिये सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स को 1000-1000 रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में देने की भी घोषणा की।
  • उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में किसी भी आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर को नहीं हटाया जाएगा। बल्कि प्रदेश में आंगनबाड़ी के साथ-साथ क्रैच खोला जाएगा। इन क्रैच में बच्चों के लिये और भी बेहतर सुविधाएँ होंगी। इन क्रैच में भर्ती के लिये नए उम्मीदवारों के साथ-साथ आंगनबाड़ी वर्कर्स को भी मौका मिलेगा।
  • आंगनबाड़ी वर्कर्स को भविष्य में आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दुर्घटना होने की स्थिति में 2 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत 12 रुपए प्रतिमाह प्रीमियम का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
  • आंगनबाड़ी को आधुनिक बनाने और बच्चों के लिये बेहतर सुविधाएँ शुरू करने के उद्देश्य से सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स को विभाग की ओर से एक-एक मोबाइल फोन दिया जाएगा ताकि वे पोषण ट्रैकर एप पर अपनी आंगनबाड़ी से संबंधित संपूर्ण डाटा रिपोर्ट ऑनलाइन अपडेट रखें। इसके लिये आंगनबाड़ी वर्कर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2