मुख्यमंत्री ने राँची के धुर्वा में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का किया शिलान्यास | झारखंड | 30 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
29 जुलाई, 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड को निर्यात के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने, निर्यात व्यवसाय को गति देने एवं बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से राजधानी राँची में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की आधारशिला रखी।
प्रमुख बिंदु
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के शिलान्यास समारोह में जुडको और सिडबी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसके ज़रिये राज्य में औद्योगिक संरचना को विकसित करने और उद्योग लगाने वालों को सिडबी के द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के निर्माण में जुडको परियोजना के निष्पादन के लिये एक तकनीकी और कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में कार्य करेगा।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, विशेषकर निर्यात संवर्धन से संबंधित तमाम गतिविधियाँ एक ही छत के नीचे संचालित होंगी। यह सेंटर यहाँ की आर्थिक गतिविधियों को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।
- राज्य सरकार ने निर्यात संबंधी गतिविधियों की उत्पादकता बढ़ाने के लिये राज्य निर्यात संवर्धन समिति और ज़िला निर्यात संवर्धन समिति का गठन किया है।
- विदित है कि झारखंड देश में सबसे अधिक रेशम का उत्पादन करता है, जिसका देश के कुल उत्पादन में4% हिस्सा है। वर्ष 2020-21 में राज्य से कुल निर्यात 1,622.31 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। राज्य से निर्यात 2021-22 (फरवरी 2022 तक) में 2,201.55 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- राज्य से निर्यात की जानेवाली प्रमुख वस्तुओं में लोहा, इस्पात, ऑटो पार्ट्स, लोहा और इस्पात के उत्पाद हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में झारखंड से लौह और इस्पात का कुल निर्यात367 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो कुल निर्यात का 62.1% रहा। लाख का उत्पादन करने वाले कुल 5 राज्यों में से 53% उत्पादन झारखंड करता है।
- झारखंड से निर्यात का 32% दक्षिण एशियाई देश, जैसे- बांग्लादेश, नेपाल को जाता है। राज्य का 25% निर्यात दक्षिण-पूर्व एशियाई बाज़ारों में जाता है। इसमें वियतनाम सबसे ऊपर है। 13% निर्यात इटली जैसे यूरोपीय देशों और 11% चीन जैसे पूर्वी एशियाई बाज़ार में किया जाता है।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की खासियत-
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय कारोबार से संबंधित सारी सुविधाएँ एक ही परिसर में मिलेंगी।
- इस सेंटर में व्यापार महानिदेशालय का क्षेत्रीय कार्यालय और भारतीय निर्यात परिषद से जुड़े कार्यालय होंगे। इसके अलावा आयात-निर्यात से जुड़ी कंपनियों के लिये स्थान मुहैया कराया जाएगा। यहाँ करेंसी एक्सचेंज से लेकर मनी ट्रांसफर तक की सुविधाएँ मिलेंगी।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का निर्माण केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से होगा। यह45 एकड़ भूमि में बनेगा। इसकी कुल परियोजना लागत 44.59 करोड़ रुपए होगी।
- यहाँ अंतर्राष्ट्रीय कारोबार करने वाली कंपनियों को उनके उत्पादों के प्रदर्शन और उनके प्रचार-प्रसार के लिये भी जगह उपलब्ध कराई जाएगी।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में कृषि और खाद्य उत्पाद, वस्त्र, तसर उत्पाद तथा इंजीनियरिंग सामानों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का निर्माण 2 सालों में पूरा होगा। यहाँ बहुउद्देशीय सम्मेलन कक्ष, सेमिनार हॉल, आयात-निर्यात बैंक के अलावा कई और सुविधाएँ होंगी।