एसएमएस स्टेडियम में लोकार्पण व खिलाड़ी सम्मान समारोह | राजस्थान | 30 May 2022
चर्चा में क्यों?
29 मई, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में लोकार्पण एवं खिलाड़ी सम्मान समारोह में राजस्थान हाई परफॉर्मेंस स्पोर्ट्स एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर, नवीनीकृत सिंथेटिक हॉकी एस्ट्रोटर्फ और बैडमिंटन इंडोर हॉल का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ओलंपिक और पैरा-ओलंपिक में राजस्थान के पदक विजेताओं तथा एशियन गेम्स, 2022 और कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
- इसके अलावा समारोह में मुख्यमंत्री ने पदक विजेता खिलाड़ियों को अनुदान राशि देने के लिये ऑनलाइन पोर्टल को लॉन्च किया।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लगभग 229 खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत राजकीय सेवाओं में नियुक्तियाँ दी गई हैं, साथ ही खिलाड़ियों के लिये 2 प्रतिशत का आरक्षण का प्रावधान भी किया गया है।
- उन्होंने बताया कि ओलंपिक, पैरा-ओलंपिक, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं के साथ अर्जुन और द्रोणाचार्य अवार्डीज को स्पोर्ट्स पर्सन पेंशन दी जाएगी।
- मुख्यमंत्री ने ओलंपिक और पैरा-ओलंपिक पदक विजेताओं को 25-25 बीघा नि:शुल्क भूमि आवंटित करने तथा गुरु वशिष्ठ और महाराणा प्रताप अवार्डीज को मिलने वाली पुरस्कार राशि को बढ़ाने की घोषणा भी की।
जैसलमेर में भारत का पहला हाइब्रिड पावर प्लांट शुरू | राजस्थान | 30 May 2022
चर्चा में क्यों?
28 मई, 2022 को अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के एमडी और सीईओ विनीत एस. जैन ने बताया कि एजीईएल की सहायक कंपनी अडाणी हाइब्रिड एनर्जी जैसलमेर वन लिमिटेड (एएचईजेओएल) ने जैसलमेर में पवन व सौर ऊर्जा के मेल वाला 390 मेगावाट का हाइब्रिड ऊर्जा संयंत्र शुरू किया है, जो देश में अपनी तरह का पहला हाइब्रिड ऊर्जा उत्पादन संयंत्र है।
प्रमुख बिंदु
- नए संयंत्र का सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) के साथ बिजली खरीद समझौता (पीपीए) है, जिसमें टैरिफ 2.69 रुपए प्रति किलोवाट है, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर औसत बिजली खरीद लागत (APPC) से काफी कम है।
- इस संयंत्र के सफलतापूर्वक चालू होने के साथ अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) की परिचालन क्षमता 5.8 गीगावाट हो गई है। यह एजीईएल के 20.4 गीगावाट के कुल नवीकरणीय पोर्टफोलियो को 2030 तक 45 गीगावाट क्षमता के अपने विज़न को पूरा करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
- विनीत एस. जैन ने बताया कि सौर व पवन ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से एकीकृत हाइब्रिड ऊर्जा संयंत्र उत्पादन अंतर को हल करके अक्षय ऊर्जा की पूरी क्षमता का उपयोग करता है और बढ़ती बिजली की माँग को पूरा करने के लिये एक अधिक विश्वसनीय समाधान प्रदान करता है।
- यह परियोजना अडानी ग्रीन में अंतर्राष्ट्रीय बैंकों द्वारा पहली निर्माण सुविधा का एक हिस्सा है।