तंबाकू नियंत्रण के लिये झारखंड को डब्ल्यूएचओ पुरस्कार | झारखंड | 30 May 2022
चर्चा में क्यों?
29 मई, 2022 को झारखंड के राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) के नोडल अधिकारी ललित रंजन पाठक ने बताया कि झारखंड को तंबाकू की खपत को नियंत्रित करने के प्रयासों के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस (डब्ल्यूएनटीडी) पुरस्कार, 2022 के लिये चुना है।
प्रमुख बिंदु
- 31 मई को नई दिल्ली में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर झारखंड स्वास्थ्य विभाग का स्टाटा तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ पुरस्कार ग्रहण करेगा।
- ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (जीएटीएस)-1 की रिपोर्ट के अनुसार, जब वर्ष 2012 में झारखंड में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) शुरू किया गया था, तब राज्य में तंबाकू प्रसार दर 51.1 प्रतिशत थी, जिसमें से 48 प्रतिशत धूम्रपान रहित उपयोगकर्त्ता थे।
- 2018 में प्रकाशित हुई रिपोर्ट में कहा गया कि राज्य में तंबाकू सेवन करने वालों की संख्या घटकर 38.9 प्रतिशत हो गई, जिनमें से 35.4 प्रतिशत धूम्रपान रहित उपयोगकर्त्ता थे।
- रंजन पाठक ने बताया कि झारखंड ने 2018 और 2022 के बीच कई उपायों की शुरुआत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, डब्ल्यूएचओ और समर्पित राज्य एवं ज़िला स्वास्थ्य टीमों ने झारखंड में तंबाकू प्रसार दर को कम करने में बहुत योगदान दिया है।
29 से बढ़कर 38 हुए खान सुरक्षा महानिदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय | झारखंड | 30 May 2022
चर्चा में क्यों?
29 मई, 2022 को खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS), धनबाद ने क्षेत्रीय कार्यालयों की संख्या 29 से बढ़ाकर 38 करने की अधिसूचना जारी कर दी गई।
प्रमुख बिंदु
- एक दशक से भी अधिक समय के बाद खान सुरक्षा महानिदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालयों का पुनर्गठन कर उनकी संख्या बढ़ाई गई है। हालांकि, जोन की संख्या (वर्तमान में 8) में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- इस्टर्न ज़ोन सीतारामपुर, साउथ-इस्टर्न ज़ोन रांची, साउदर्न ज़ोन बैंगलोर, वेस्टर्न ज़ोन नागपुर एवं नॉर्थ-वेस्टर्न ज़ोन उदयपुर में एक-एक क्षेत्रीय, साउथ सेंट्रल ज़ोन हैदराबाद और नॉदर्न ज़ोन गाज़ियाबाद में दो-दो क्षेत्रीय कार्यालय को जोड़ा गया है।
- इस्टर्न ज़ोन सीतारामपुर में गुवाहटी रीजन-2, साउथ-इस्टर्न ज़ोन राँची में भुवनेश्वर रीजन-2, साउदर्न ज़ोन बैंगलोर में बेल्लारी रीजन-2, वेस्टर्न ज़ोन नागपुर में परसिया रीजन, नॉर्थ-वेस्टर्न ज़ोन उदयपुर में अहमदाबाद रीजन-2, साउथ सेंट्रल ज़ोन हैदराबाद में नेल्लोर रीजन व हैदराबाद रीजन-3 तथा नॉदर्न ज़ोन गाजियाबाद में श्रीनगर रीजन व अजमेर रीजन-2 को जोड़ा गया है।
- उल्लेखनीय है कि इससे पहले डीजीएमएस के क्षेत्रीय कार्यालयों का पुनर्गठन वर्ष 2009 में किया गया था, तब 6 ज़ोन, 21 क्षेत्रीय कार्यालय और पाँच उपक्षेत्रीय कार्यालय के साथ मौज़ूदा 6 ज़ोन में 2 नए ज़ोन के साथ 29 क्षेत्रीय और 3 उपक्षेत्रीय कार्यालय के साथ 8 ज़ोन के वर्तमान स्तर तक लाया गया था।
- 2 नए ज़ोन- साउदर्न ज़ोन और नॉर्थ-वेस्टर्न ज़ोन और 8 नए क्षेत्रीय कार्यालय- वाराणसी, सूरत, अहमदाबाद, बैंगलोर, बेल्लारी, गुवाहटी (उपक्षेत्रीय से क्षेत्रीय में अपग्रेड), रायगढ़ और ग्वालियर का गठन किया गया था। उस समय रामगढ़ उपक्षेत्रीय कार्यालय को राँची में ट्रांसफर कर दिया गया और साउदर्न-इस्टर्न ज़ोन, राँची के साथ विलय कर दिया गया था।