बिहार सरकार ने दी जमुई ज़िले में देश के सबसे बड़े सोने के भंडार की खोज़ की अनुमति | बिहार | 30 May 2022
चर्चा में क्यों?
28 मई, 2022 को बिहार के अतिरिक्त मुख्य सचिव सह-खान आयुक्त हरजोत कौर बम्हरा ने बताया कि बिहार सरकार ने जमुई ज़िले में देश के सबसे बड़े सोने के भंडार की खोज़ के लिये अनुमति देने का फैसला किया है।
प्रमुख बिंदु
- हरजोत कौर बम्हरा ने बताया कि राज्य का खान और भूविज्ञान विभाग जमुई में सोने के भंडार की खोज़ के लिये जीएसआई और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) सहित अन्वेषण में लगी एजेंसियों के साथ परामर्श कर रहा है।
- उन्होंने कहा कि जीएसआई के निष्कर्षों का विश्लेषण करने के बाद परामर्श प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें जमुई ज़िले में करमाटिया, झाझा और सोनो जैसे क्षेत्रों में सोने की उपस्थिति का संकेत मिला था।
- भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के अनुसार, जमुई ज़िले में 37.6 टन खनिजयुक्त अयस्क सहित लगभग 222.88 मिलियन टन सोने का भंडार मौज़ूद है।
- राज्य सरकार द्वारा एक महीने के भीतर जी3 (प्रारंभिक) चरण की खोज़ के लिये एक केंद्रीय एजेंसी या एजेंसियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में, जी2 (सामान्य) अन्वेषण भी किया जा सकता है।
- केंद्रीय खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिछले साल लोकसभा को बताया था कि बिहार के पास भारत के सोने के भंडार में सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी है। एक लिखित जवाब में उन्होंने कहा था कि बिहार में 222.885 मिलियन टन सोना धातु है, जो देश के कुल सोने के भंडार का 44% है।
- नेशनल मिनरल इन्वेंटरी के अनुसार, देश में 1.4.2015 को प्राथमिक स्वर्ण अयस्क के कुल संसाधन 654.74 टन स्वर्ण धातु के साथ 501.83 मिलियन टन होने का अनुमान है और इसमें से बिहार में 222.885 मिलियन टन मौजूद है।