स्टेट जियोलॉजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की 57 वीं बैठक | राजस्थान | 30 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
29 मार्च, 2023 को जयपुर सचिवालय में स्टेट जियोलॉजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की 57वीं बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता राज्य माइंस विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने की।
प्रमुख बिंदु
- बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में योजनावद्ध खनिज एक्सप्लोरेशन और खनिज ब्लॉकों की नीलामी के परिणामस्वरूप ही पेट्रोल-प्राकृतिक गैस की खोज व दोहन के साथ ही अब देश दुनिया के नक्शे पर जैसलमेर सीमेंट हब के रूप में विकसित होने जा रहा है।
- इसके अलावा प्रदेश में यूरेनियम, रेयर अर्थ एलिमेंट्स, लाईम स्टोन, लिग्नाइट, आयरन ओर, कॉपर, जिंक, गारनेट आदि के नित नए भंडार खोजे जा रहे हैं।
- डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2023-24 में खनिज लाईम स्टोन, फेरस मेटल, डेकोरेटिव स्टोन, औद्योगिक खनिज एवं अन्य खनिजों की खोज हेतु 31 विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से कार्य किया जाएगा तथा सेमी प्रेसियस स्टोन के भंडारों के कार्य को भी गति दी जानी है।
- बैठक में एक्सप्लोरेशन और मेजर व माइनर ब्लॉक्स तैयार करने के कार्य में जियोलॉजी विंग के कार्यों को रेखांकित किया गया। राज्य का ध्येय ओडिशा की बेस्ट प्रेक्टिसेज का अध्ययन कराकर राज्य के लिये व्यावहारिक प्रक्रिया को अपनाना है, ताकि माइनिंग क्षेत्र में राजस्व अर्जन में भी देश का अग्रणी प्रदेश बन सके।
- विभाग द्वारा राजस्व अर्जन में भी साल दर साल प्रगति करते हुए मेजर और माइनर ब्लॉकों की अधिक से अधिक नीलामी से वैध खनन को बढ़ावा मिला है तो राजस्व और रोज़गार में बढ़ोतरी हुई है।
- निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि राज्य के आर्थिक व औद्योगिक विकास के साथ ही कृषि क्षेत्र में खनिज क्षेत्र द्वारा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। रॉक फास्फेट के विपुल भंडारों के साथ ही जिप्सम आदि से मिनरल फर्टिलाइजर तैयार हो रहे हैं, वहीं अब पोटाश के खोज कार्य को और अधिक गति दी गई है, ताकि योजनाबद्ध तरीके से पोटाश का खनन शुरू कर विदेशों से आयात पर निर्भरता कम की जा सके।
- राज्य में खनिज क्षेत्र में सराहनीय कार्य हो रहा है। जीएसआई द्वारा भी जियोफिजिकल, जियोकेमिकल, ग्राउंड जियोफिजिकल और एरो जियोफिजिकल कार्य हो रहा है। प्रदेश में बहुमूल्य खनिजों के भंडार खोजे गए हैं और खोज कार्य जारी है तथा आरएसएमईटी के सहयोग से प्रदेश में एक्सप्लोरेशन कार्य को और अधिक गति दी जा रही है।
आईसीडीएस विभाग के आंगनबाड़ी मानदेय कर्मियों एवं शिशुपालना गृह कायकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि | राजस्थान | 30 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
29 मार्च, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में समेकित बाल विकास सेवाएँ विभाग (ICDS) के आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शिशुपालना गृह पर कार्यरत मानदेय कर्मियों को दिये जाने वाले मानदेय के राज्यांश में 15 प्रतिशत की वृद्धि करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।
प्रमुख बिंदु
- आईसीडीएस विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत मानदेय कर्मियों-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं शिशुपालना गृह कायकर्ताओं के मानदेय में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
- वर्तमान में इन कार्मिकों को मानदेय का भुगतान केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 60:40 के अनुपात में किया जा रहा है। यह वृद्धि इन कार्मिकों को राज्य सरकार द्वारा दिये जा रहे कुल मानदेय का 15 प्रतिशत होगी। इससे राज्य सरकार पर प्रतिवर्ष 70 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में मानदेय वृद्धि के लिये घोषणा की गई।
राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पुरस्कारों की घोषणा | राजस्थान | 30 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
29 मार्च, 2023 को राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष शिवराज छंगाणी ने वर्ष 2022-23 के लिये अकादमी पुरस्कारों तथा सम्मानों की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- अकादमी कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष शिवराज छंगाणी ने विभिन्न पुरस्कारों के निर्णायकों की संस्तुतियों के आधार पर निर्णय की जानकारी दी।
- विभिन्न पुरस्कार एवं सम्मान तथा चयनित व्यक्ति-
- सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार (पद्य) (71 हज़ार रुपए) - बीकानेर के वरिष्ठ साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी को उनकी पुस्तक ‘पीड़ आडी पाळ बाध’के लिये।
- गणेशीलाल व्यास उस्ताद पद्य पुरस्कार (51 हज़ार रुपए) - बारां निवासी ओम नागर को उनकी पुस्तक ‘बापू : एक कवि की चितार’के लिये।
- शिवचंद भरतिया गद्य पुरस्कार (51 हज़ार रुपए) - बीकानेर के कमल रंगा को पुस्तक ‘आलोचना रै आभै सोळह कलावां’के लिये।
- मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा साहित्य पुरस्कार (51 हज़ार रुपए) - अलवर ज़िले के कलेक्टर तथा राजस्थानी व हिन्दी के चर्चित साहित्यकार डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी को उनकी पुस्तक ‘भरखमा’के लिये।
- बावजी चतर सिंह अनुवाद पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - लूणकरणसर के राजूराम बिजारणियाँ को उनकी पुस्तक ‘झोकड़ी खावतो बगत’के लिये।
- सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - भीलवाड़ा के मोहन पुरी को उनकी पुस्तक ‘अचपळी बातां’के लिये
- जवाहरलाल नेहरू राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - रायसिंहनगर की किरण बादळ को उनकी पुस्तक ‘टाबरां री दुनियां’के लिये।
- प्रेमजी प्रेम राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - लूणकरणसर के देवीलाल महिया को उनकी पुस्तक ‘अंतस रो ओळमो’, के लिये।
- राजस्थानी महिला लेखन पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - बीकानेर की डॉ. कृष्णा आचार्य को उनकी पुस्तक ‘नाहर सिरखी नारियां’ के लिये।
- रावत सारस्वत राजस्थानी साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार (31 हज़ार रुपए) - ‘राजस्थली’ पत्रिका श्रीडूंगरगढ़ को दिया जाएगा।
- सचिव शरद केवलिया ने बताया कि भतमाल जोशी महाविद्यालय पुरस्कार के तहत प्रथम स्थान प्राप्त राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर के छात्र योगेश व्यास को उनकी कहानी ‘गैरी नींद’पर 11,000 रुपए का व द्वितीय स्थान प्राप्त जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्र व फालना निवासी अभिमन्यु सिंह इंदा को उनके व्यंग्य ‘थांरो-म्हारो भविष्य’के लिये 7,100 रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- मनुज देपावत पुरस्कार के तहत प्रथम स्थान प्राप्त राजकीय सार्दुल उच्च माध्यमिक विद्यालय बीकानेर के छात्र अरमान नदीम को उनकी लघुकथा ‘खोखो नीं हटसी’पर 7,100 रुपए का व द्वितीय स्थान प्राप्त इक्कीस एकेडमी फॉर ऐक्सीलेंस गोपल्याण की छात्रा व महाजन निवासी कल्पना रंगा को उनकी कहानी ‘कंवळै मन री डूंगी पीड़’पर 5,100 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
- इनको मिलेगा सम्मान-
- राजस्थानी भाषा सम्मान (51 हज़ार रुपए) - वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. चंद्रप्रकाश देवल (अजमेर)
- राजस्थानी साहित्य सम्मान (51 हज़ार रुपए) - वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अर्जुन देव चारण (जोधपुर)
- राजस्थानी संस्कृति सम्मान (51 हज़ार रुपए) - ब्रजरतन जोशी (बीकानेर)
- राजस्थानी प्रवासी साहित्यकार सम्मान (51 हज़ार रुपए) - रामबक्स (मुंबई)
- अकादमी का 31,000 रुपए प्रत्येक का आगीवाण सम्मान प्रदेश के 14 वरिष्ठ साहित्यकारों को प्रदान किया जाएगा। इनमें नंदकिशोर शर्मा (जैसलमेर), मेहरचंद धामू (परलीका, हनुमानगढ़), चांदकौर जोशी (जोधपुर), दीनदयाल ओझा (जैसलमेर), सोहनदान चारण (जोधपुर), भोगीलाल पाटीदार (डूंगरपुर), भंवरलाल भ्रमर (बीकानेर), गौरीशंकर भावुक (तालछापर, सुजानगढ़), पुरुषोत्तम पल्लव (उदयपुर), श्याम जांगिड़ (चिड़ावा, झुंझुनूं), गोपाल व्यास (बीकानेर), मुकट मणिराज (कोटा), बिशन मतवाला (बीकानेर), उपेंद्र अणु (ऋषभदेव, उदयपुर) शामिल हैं।