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राज्यपाल हरिचंदन ने न्यायाधिपति रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की दिलाई शपथ
चर्चा में क्यों?
29 मार्च, 2023 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने राजभवन के दरबार हॉल में न्यायाधिपति रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि न्यायाधिपति रमेश सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के 15वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद ग्रहण किया। इसके पूर्व रमेश सिन्हा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के पद पर कार्यरत थे।
- विदित है कि न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरूप कुमार गोस्वामी का स्थान लिया, जो 10 मार्च को सेवानिवृत्त हुए थे।
- न्यायमूर्ति अरूप कुमार गोस्वामी की सेवानिवृत्ति के बाद 10 मार्च को न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
- बिलासपुर हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेने वाले रमेश सिन्हा ने साल 1990 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एलएलबी की है। साल 2011 में उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया गया।
- उल्लेखनीय है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद-222 में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के स्थानांतरण संबंधी प्रावधान किया गया है।
- हालाँकि वर्तमान में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति एवं स्थानांतरण कोलेजियम व्यवस्था के तहत किया जा रहा है, जिसका वर्तमान स्वरूप ‘थर्ड जजेस केस 1998’ में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से विकसित हुआ है।
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महिला स्वरोज़गार और सुपोषण को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश में एक और मिलेट कैफे का संचालन शुरू
चर्चा में क्यों?
27 मार्च, 2023 को छत्तीसगढ़ के बालोद ज़िला मुख्यालय में राज्य की महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंड़िया ने प्रदेश में महिला स्वरोज़गार, उद्यमिता सहित सुपोषण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिलेट कैफे का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर मिलेट्स के उपभोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश में मिलेट कैफे का संचालन शुरू किया गया है। इन मिलेट्स कैफे को संचालन के लिये महिला समूहों को दिया जा रहा है।
- विदित है कि छत्तीसगढ़ राज्य देश का पहला ऐसा राज्य है, जो समर्थन मूल्य पर मिलेट्स की खरीदी कर रहा है।
- उल्लेखनीय है कि रायगढ़ ज़िले में ज़िला प्रशासन के सहयोग से मई 2022 में प्रदेश के पहले मिलेट्स कैफे की शुरुआत की गई। इसका संचालन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है। इसके खुलने के महज कुछ महीनों में ही यहाँ की मासिक आमदनी 3 लाख रुपए को पार कर गई है।
- रायगढ़ के बाद कोरबा ज़िले में मिलेट्स कैफे का शुभारंभ किया गया। इसी कड़ी में बालोद में अब ज़िले के पहले मिलेट्स कैफे की शुरुआत की गई है।
- इस कैफे में पौष्टिकता से भरपूर मिलेट्स के व्यंजनों का स्वाद लोग ले सकेंगे। इस कैफे में कोदो, कुटकी, रागी तथा अन्य लघु धान्य फसलों से निर्मित विविध व्यंजन-इडली, डोसा, पोहा, उपमा, भजिया, खीर, हलवा, कुकीज आदि आम जनता के लिये उपलब्ध रहेंगे।
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