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स्टेट पी.सी.एस.

  • 30 Mar 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार : उत्तर प्रदेश सर्वश्रेष्ठ राज्य

चर्चा में क्यों

29 मार्च, 2022 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में जल संरक्षण की दिशा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ श्रेणी में उत्तर प्रदेश को पहला पुरस्कार प्रदान किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के साथ ही जल शक्ति अभियान: कैच द रेन कैंपेन 2022 का शुभारंभ किया।
  • इस अवसर पर भारत के अंतर्राष्ट्रीय जल संसाधन कार्यक्रम ‘इंडिया वाटर वीक-2022’ (आईडब्ल्यूडब्ल्यू- 2022) के 7वें संस्करण की प्रथम सूचना विवरणिका जारी की गई। इसका आयोजन 1-5 नवंबर, 2022 को इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा।
  • जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा राज्यों, संगठनों, व्यक्तियों आदि को 11 अलग-अलग श्रेणियों में 57 पुरस्कार दिये गए। 
  • इन श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ ज़िला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, सर्वश्रेष्ठ संस्थान/आरडब्ल्यूए/कैंपस उपयोग के लिये धार्मिक संगठन, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्त्ता संघ और सीएसआर गतिविधि के लिये सर्वश्रेष्ठ उद्योग शामिल हैं। 
  • इनमें से कुछ श्रेणियों में देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिये उप-श्रेणियाँ भी हैं। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार दिया गया।
  • राजस्थान और तमिलनाडु को ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ श्रेणी में क्रमश: दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला है।
  • उल्लेखनीय है कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में शुरू किया गया था। जल आंदोलन को जन आंदोलन में बदलने के लिये 2019 में जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, जिसमें कई पुनर्भरण संरचनाएँ बनाई गईं और इसमें करोड़ों लोग शामिल हुए। 
  • जल शक्ति अभियान-II: ‘कैच द रेन, ह्वेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स’को प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च, 2021 को विश्व जल दिवस के अवसर पर शुरू किया गया था, जिसे प्री-मानसून और मानसून अवधि, यानी मार्च 2021 से 30 नवंबर, 2021 के दौरान देश के सभी ज़िलों (ग्रामीण और साथ ही शहरी क्षेत्रों) में चलाया गया था। 
  • जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2022 में कुछ नई विशेषताएँ जोड़ी गई हैं, जैसे- स्प्रिंग शेड विकास, जलग्रहण क्षेत्रों की सुरक्षा, जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा। जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा शामिल किये जाने से जल संरक्षण और प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बने सतीश महाना

चर्चा में क्यों?

29 मार्च, 2022 को भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश महाना को उत्तर प्रदेश की अठारहवीं विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया।

प्रमुख बिंदु

  • सदन में निर्वाचन की घोषणा प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री ने की।
  • पंडित हृदय नारायण दीक्षित की जगह लेने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना उत्तर प्रदेश विधानसभा के 23वें और व्यक्ति के रूप में 18वें अध्यक्ष हैं।
  • सतीश महाना महाराजपुर (कानपुर) से लगातार आठवीं बार विधायक चुने गए हैं। वे पहली बार 1991 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिये चुने गए थे।
  • उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले अध्यक्ष पुरुषोत्तम दास टंडन थे। केसरीनाथ त्रिपाठी सर्वाधिक 13 साल तक अध्यक्ष के पद पर आसीन हुए थे।

राजस्थान Switch to English

तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार : राजस्थान दूसरा सर्वश्रेष्ठ राज्य

चर्चा में क्यों?

29 मार्च, 2022 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में जल संरक्षण की दिशा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ श्रेणी में राजस्थान को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के साथ ही जल शक्ति अभियान: कैच द रेन कैंपेन 2022 का शुभारंभ किया।
  • इस अवसर पर भारत के अंतर्राष्ट्रीय जल संसाधन कार्यक्रम ‘इंडिया वाटर वीक-2022’ (आईडब्ल्यूडब्ल्यू-2022) के 7वें संस्करण की प्रथम सूचना विवरणिका जारी की गई। इसका आयोजन 1-5 नवंबर, 2022 को इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा।
  • जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा राज्यों, संगठनों, व्यक्तियों आदि को 11 अलग-अलग श्रेणियों में 57 पुरस्कार दिये गए। 
  • इन श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ ज़िला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, सर्वश्रेष्ठ संस्थान/आरडब्ल्यूए/कैंपस उपयोग के लिये धार्मिक संगठन, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्त्ता संघ और सीएसआर गतिविधि के लिये सर्वश्रेष्ठ उद्योग शामिल हैं। 
  • इनमें से कुछ श्रेणियों में देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिये उप-श्रेणियाँ भी हैं। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति- पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार दिया गया।
  • ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को प्रथम पुरस्कार मिला, जबकि तमिलनाडु को तीसरा पुरस्कार मिला।
  • उल्लेखनीय है कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में शुरू किया गया था। जल आंदोलन को जन आंदोलन में बदलने के लिये 2019 में जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, जिसमें कई पुनर्भरण संरचनाएँ बनाई गईं और इसमें करोड़ों लोग शामिल हुए। 
  • जल शक्ति अभियान-II : ‘कैच द रेन, ह्वेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स’को प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च, 2021 को विश्व जल दिवस के अवसर पर शुरू किया गया था, जिसे प्री-मानसून और मानसून अवधि, यानी मार्च 2021 से 30 नवंबर, 2021 के दौरान देश के सभी ज़िलों (ग्रामीण और साथ ही शहरी क्षेत्रों) में चलाया गया था। 
  • जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2022 में कुछ नई विशेषताएँ जोड़ी गई हैं, जैसे- स्प्रिंग शेड विकास, जलग्रहण क्षेत्रों की सुरक्षा, जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा। जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा शामिल किये जाने से जल संरक्षण और प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

मध्य प्रदेश Switch to English

सौर ऊर्जा चालित ई-प्राइम मूवर यंत्र

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल के विज्ञानियों ने सौर ऊर्जा चालित ई-प्राइम मूवर यंत्र विकसित किया है। 

प्रमुख बिंदु 

  • यह सौर ऊर्जा से चलित यंत्र है, जिससे किसान सिर्फ एक घंटे में सवा एकड़ ज़मीन में दवा का छिड़काव कर सकेंगे।
  • इतनी ही ज़मीन की जुताई, निराई-गोड़ाई पाँचे घंटे से कम समय में इस यंत्र की सहायता से की जा सकेगी, जिसमें ईंधन खर्च नहीं होगा।
  • इस यंत्र की बैटरी एक बार चार्ज होने के बाद तीन घंटे तक चलेगी। सौर ऊर्जा से चार्ज हुई बैटरी से किसान घर की बिजली भी जला सकेंगे।
  • इस यंत्र का उपयोग अनाज को लाने-ले जाने में भी होगा।
  • इसके अतिरिक्त संस्थान के विज्ञानियों ने सीएनजी इंजन भी बनाया है, जिसे ट्रैक्टर में लगवाने के बाद खेती की लागत कम की जा सकती है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

ग्राम पंचायत छिंदिया को बेहतर जल संरक्षण और प्रबंधन के लिये मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

29 मार्च, 2022 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में ‘सर्वश्रेष्ठ पंचायत’श्रेणी में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर ज़िले की छिंदिया ग्राम पंचायत को बेहतर जल संरक्षण और प्रबंधन के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • केंद्रीय जल मंत्रालय द्वारा दिये गए तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार के तहत छिंदिया को ‘सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत’श्रेणी में दूसरा पुरस्कार मिला। 
  • राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के साथ ही जल शक्ति अभियान: कैच द रेन कैंपेन 2022 का शुभारंभ किया।
  • इस अवसर पर भारत के अंतर्राष्ट्रीय जल संसाधन कार्यक्रम ‘इंडिया वाटर वीक-2022 (आईडब्ल्यूडब्ल्यू-2022) के 7वें संस्करण की प्रथम सूचना विवरणिका जारी की गई। इसका आयोजन 1-5 नवंबर, 2022 को इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा।
  • जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा राज्यों, संगठनों, व्यक्तियों आदि को 11 अलग-अलग श्रेणियों में 57 पुरस्कार दिये गए। 
  • इन श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ ज़िला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, सर्वश्रेष्ठ संस्थान/आरडब्ल्यूए/कैंपस उपयोग के लिये धार्मिक संगठन, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्त्ता संघ और सीएसआर गतिविधि के लिये सर्वश्रेष्ठ उद्योग शामिल हैं। 
  • सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं तमिलनाडु को क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार मिला।
  • उल्लेखनीय है कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में शुरू किया गया था। जल आंदोलन को जन आंदोलन में बदलने के लिये 2019 में जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, जिसमें कई पुनर्भरण संरचनाएँ बनाई गईं और इसमें करोड़ों लोग शामिल हुए। 
  • जल शक्ति अभियान-II: ‘कैच द रेन, ह्वेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स’को प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च, 2021 को विश्व जल दिवस के अवसर पर शुरू किया गया था, जिसे प्री-मानसून और मानसून अवधि, यानी मार्च 2021 से 30 नवंबर, 2021 के दौरान देश के सभी ज़िलों (ग्रामीण और साथ ही शहरी क्षेत्रों) में चलाया गया था। 
  • जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2022 में कुछ नई विशेषताएँ जोड़ी गई हैं, जैसे- स्प्रिंग शेड विकास, जलग्रहण क्षेत्रों की सुरक्षा, जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा। जल क्षेत्र में लैंगिक मुख्यधारा शामिल किये जाने से जल संरक्षण और प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

उत्तराखंड Switch to English

मुख्यमंत्री धामी ने किया मंत्रालयों का बँटवारा, अपने पास रखे 24 विभाग

चर्चा में क्यों?

29 मार्च, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रालयों का बँटवारा कर दिया। धामी ने अपने पास 21 मंत्रालय व 24 विभाग रखे हैं। पिछले कार्यकाल में उनके पास 12 मंत्रालय थे।

प्रमुख बिंदु 

  • सूची के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अपने पास आबकारी, ऊर्जा, पेयजल, श्रम, गृह, राजस्व, कार्मिक, राज्य संपत्ति, नियोजन, सूचना, न्याय, आपदा प्रबंधन, नागारिक उड्डयन समेत 21 मंत्रालय रखे हैं। वह कुल 24 विभागों को देखेंगे। 
  • वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, जलागम प्रबंधन को बरकरार रखते हुए पंचायतीराज व ग्रामीण निर्माण नए मंत्रालय दिये गए हैं।
  • कैबिनेट मंत्री डॉ. धनसिंह रावत को प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता और संस्कृत शिक्षा मंत्रालय का प्रभार मिला है। 
  • कैबिनेट में शामिल किये गए प्रेमचंद अग्रवाल को वित्त, शहरी विकास एवं आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन एवं जनगणना मंत्रालय का प्रभार मिला है।
  • सुबोध उनियाल के पास अब कृषि एवं उद्यान मंत्रालय नहीं होंगे, उन्हें इस बार वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्रालय का प्रभार मिला है।
  • कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण व ग्राम्य विकास मंत्रालय का प्रभार मिला है। 
  • कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास के अलावा खेल एवं युवा कल्याण तथा खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले का मंत्रालय देखेंगी।
  • मंत्रिमंडल में पहली बार शामिल हुए कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को समाज कल्याण, परिवहन तथा लघु एवं सूक्ष्म मध्यम उद्यम मंत्रालय दिये गए हैं। 
  • नए व युवा कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल व कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग दिये गए हैं।

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