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झारखंड में स्थापित किये जाएंगे 24 नए ट्रॉमा सेंटर
चर्चा में क्यों?
26 दिसंबर, 2022 को झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि नये साल में राज्य वासियों को 24 नए ट्रॉमा सेंटर की सौगात मिलेगी। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में अवस्थित विभिन्न राष्ट्रीय एवं राजकीय राजमार्गों पर स्थापित 24 ट्रॉमा सेंटरों को संचालित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रस्तावित ट्रॉमा सेंटरों की स्थापना लेवल-3 के रूप में की जाएगी। ट्रॉमा सेंटरों का संचालन एवं प्रबंधन की व्यवस्था लोक निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर की जाएगी। पीपीपी मोड पर अनुभवी/प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों/संस्थाओं का चयन खुली निविदा के माध्यम से किया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के द्वारा निर्धारित एसटीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) के तहत सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय व राजकीय उच्चपथों पर 48 ट्रॉमा सेंटर स्थापित किये जाने हैं, जिनमें से प्रथम चरण में 21 ज़िलों में 24 ट्रॉमा सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं।
- आवश्यक जीवन रक्षी व्यवस्थाओं से सुसज्जित ये सभी ट्रॉमा सेंटर सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे संचालित होंगे। यहां दुघर्टनाग्रस्त व्यत्तियों की आवश्यक चिकित्सा के बाद आवश्यकतानुसार उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
- अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में खुलने वाले 48 में से 24 ट्रॉमा सेंटरों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस पर लगभग 53 करोड़ रुपए खर्च संभावित है, जिसकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
- राज्य में साहिबगंज एसडीएच, गढ़वा नगर उंटारी, पलामू डाल्टनगंज, लोहरदगा सीएचसी, कुरू, गुमला सीएचसी, रायडीह, दुमका मेडिकल, शिकारीपाड़ा, जरमुंडी, देवघर सदर अस्पताल, पाकुड़ सदर अस्पताल, सिमडेगा सदर अस्पताल, कोलेबिरा सीएचसी, बोकारो सदर अस्पताल, पूर्वी सिंहभूम बहरागोड़ा, राँची बुंडू, हज़ारीबाग एसबीएम कैंपस, रामगढ़ ट्रॉमा सेंटर भवन, गिरिडीह सीएचसी, बगोदर, धनबाद सीएचसी, निरसा, कोडरमा भवन निर्माणाधीन, खूंटी सदर अस्पताल, पश्चिमी सिंहभूम चक्रधरपुर, चतरा सदर अस्पताल, लातेहार सदर अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर मिलेगा।
- सड़क दुर्घटना के मरीजों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के साथ ही ट्रॉमा सेंटरों के द्वारा आस-पास के क्षेत्रों के निवासियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएँ भी प्रदान की जाएंगी। सभी ट्रॉमा सेंटरों में 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर के साथ-साथ एंबुलेंस की भी सुविधा होगी। सभी सेंटर सीसीटीवी से लैस होंगे, ताकि सेंटरों के क्रियाकलापों की लाईव रिपोर्ट प्राप्त हो सके।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित 104 हेल्पलाइनों के द्वारा सभी ट्रॉमा सेंटरों एवं अन्य समस्त हितधारकों एवं प्रभावित व्यत्तियों के बीच समन्वय बनाकर आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
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